छह वर्षों के प्रयासों से तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में पत्र सूत्र के संरक्षण में प्रारंभिक परिणाम हासिल हुआ।
24 सितंबर को तिब्बत में पत्र सूत्र के संरक्षण और अनुसंधान पर संवाददाता सम्मेलन आयोजित हुआ। 2006 में तिब्बत में संस्कृत भाषा में पत्र सूत्र के संरक्षण और अनुसंधान के लिए समन्वय टीम गठित की गई। इसके बाद तिब्बत में बची संस्कृत भाषा में विभिन्न किस्म के पत्र सूत्र दर्ज किए गए। प्रारंभिक रूप से सुनिश्चित किया गया है कि तिब्बत में अब संस्कृत भाषा में कुल 1000 से ज्यादा किस्म के पत्र सूत्र मौजूद हैं, जिनसे तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में पत्र सूत्र संग्रह गठित होकर प्रारंभिक परिणाम हासिल हुआ।
पत्र सूत्र भारत से आए पत्रों पर लिखा सूत्र है। तिब्बत में बचे ज्यादातर पत्र सूत्र 8वीं सदी से 14वीं सदी तक भारत से आए थे। इसमें अधिकतर बौद्ध धर्मग्रंथ हैं। इसके अलावा प्राचीन भारतीय संस्कृत साहित्य भी हैं।
(नीलम)