तिब्बत में गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण की उपलब्धियों की प्रथम प्रदर्शनी 9 जून को ल्हासा में शुरू हुई। 7 दिवसीय प्रदर्शनी में तिब्बत के विभिन्न स्थलों के लगभग 300 उत्तराधिकारी और लोक कलाकार 42 गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतें प्रदर्शित करेंगे, ताकि दर्शक नजदीक से तिब्बती संस्कृति का आकर्षण महसूस कर सकें।
42 गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण की परियोजनाओं में 18 हस्थशिल्प कौशल परियोजनाएं, 5 तिब्बती चिकित्सा व औपधि परियोजनाएं, 6 थांगका चित्र परियोजनाएं और तिब्बती ओपेरा, गसार कथा वाचन समेत 13 परंपरागत नृत्य-गान परियोजनाएं शामिल हैं।
बताया जाता है कि वर्तमान गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण की उपलब्धियों की प्रदर्शनी का पैमाना इधर के सालों में सबसे बड़ा है और सब से लम्बे समय के लिए चलेगा। इस में प्रदर्शित परियोजनाओं की संख्या सबसे अधिक है। प्रदर्शनी में चित्र प्रदर्शनी, नृत्य प्रदर्शन, कला प्रदर्शन आदि से तिब्बत की विविधतापूर्ण गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण में हासिल उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। (मीनू)