भारतीय मीडिया द्वारा पहली जून को जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने 31 मई को भारत की यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सालेही से वार्ता करने के बाद कहा कि ईरान पर लगाए गए एकतरफा प्रतिबंध से भारत व ईरान के कानूनी व्यापार पर प्रभावित नहीं होगा।
वार्ता के बाद आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कृष्णा ने कहा कि ईरान भारत के महत्वपूर्ण पड़ोसी देश और व्यापारिक साझेदारी देश है। साथ ही में वह भारत की ऊर्जा आपूर्ति का मुख्य स्रोत और मध्य एशिया में प्रवेश द्वार भी है।
सालेही ने कहा कि भारत में ऊर्जा की मांग बढ़ रही है। ईरान भारत को स्थिर ऊर्जा प्रदान करता रहा है।
सालेही ने ईरानी राष्ट्रपति के विशेष दूत की हैसियत से भारत की यात्रा की और भारतीय प्रधानमंत्री को इस साल के अगस्त में तेहरान में होने वाले निर्गुट आंदोलन के शिखर सम्मेलन में भाग लेने का न्योता दिया। कृष्णा से वार्ता के दौरान उन्होंने ईरान के परमाणु परियोजनाओं, द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों, ऊर्जा व आतंकवाद विरोधी कार्रवाही में सहयोग आदि मामलों पर चर्चा की।
(नीलम)





