सभी चीनी लोग बेट्युएन के नाम से परिचित हैं। उन्होंने चीनी जनता के जापान विरोधी युद्ध में उल्लेखनीय योगदान दिया है। और उन्होंने अपनी जान चीनी भूमि के लिये दे दी। दस वर्षों में चीनी जनता हमेशा महावीर को याद करती रही। पर उनके स्वदेश कनाडा में भी क्या लोग डॉक्टर बेट्युएन, जिन्होंने कनाडा-चीन की मित्रता के लिये सकारात्मक योगदान दिया है, को याद करते हैं?हमारे संवाददाता ने हाल ही में कनाडा के बेट्युएन स्मृति भवन के कर्मचारियों से इन्टरव्यू लिया।
बेट्युएन स्मृति भवन कनाडा के ऑंटारियो स्टेट के ग्रेवनहोस्ट में स्थित है, यहां बेट्युएन का जन्म स्थान व घर है। स्मृति भवन के प्रधान स्कोट डैविसन ने परिचय देते हुए कहा कि कनाडा सरकार ने वर्ष 1973 में यह मकान खरीदकर बेट्युएन स्मृति भवन की स्थापना की। वर्ष 1976 में वह औपचारिक रूप से आम लोगों के लिए खुला गया। इसके बाद डॉक्टर बेट्युएन के प्रति शोक प्रकट करने के लिये यहां आने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है।
बेट्युएन का जन्म वर्ष 1890 में हुआ है। वर्ष 1935 के नवंबर में उन्होंने उस समय की कनाडा की कम्युनिस्ट पार्टी में भाग लिया। चीन में जापान विरोधी युद्ध छेड़ने के बाद चीनी जनता के मुक्ति कार्य की सहायता देने के लिये वर्ष 1938 के मार्च में बेट्युएन कनाडा व अमरीका के चिकित्सकों द्वारा गठित एक चिकित्सा दल का नेतृत्व करके चीन के येनआन में पहुंचे। चीन में उन्होंने चीनी सेना के चिकित्सा कार्य को आगे बढ़ाने के लिये बड़ी कोशिश की, और बहुत चीनी जनता की जान बचा ली। 12 नवंबर 1939 को बीमारी के चलते चीन में उनका निधन हो गया। उनकी घटना पीढ़ी दर पीढ़ी चीनी लोगों को प्रभावित करती है। वे चीन व कनाडा के बीच मित्रता का एक बहुत महत्वपूर्ण पुल हैं।
(चंद्रिमा)