भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 12 तारीख को नई दिल्ली में यह मांग दिया है कि अवसंरचना क्षेत्र के निर्माण में ठेके के आवंटन में पारदर्शिता बरतने और पक्षपात बचने की जरूरत की जाएगी । उन्हों ने यह मिसाल दिया कि राजमार्गों के निर्माण में सार्वजनिक और निजी कंपनियों की भागीदारी होती है , इसी के दौरान सार्वजनिक हित सर्वोपरि होने पर जोर दिया जाएगा । इस में यह जरूरी है कि ठेके का आवंटन, निर्माण कार्य और परियोजना का संचालन स्वच्छ और पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिये , ताकि भ्रष्टाचार के कारण देश और सरकार को अधिक नुकसान न पहुंचे । मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि अगली पंचवर्षीय योजना यानी अगले साल से वर्ष 2017 तक के दौरान नौ फीसदी की विकास दर हासिल करने के लिए भारत को अपने मार्गो को दोहरे लेन बनाने के निर्माण में 1000 अरब डॉलर निवेश करना होगा । पर इसी महान परियोजना के संचालन में स्वच्छता और पारदर्शिता की गारंटी चाहिये ।