अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने 2 अगस्त को ऋण लेने की सीमा बढ़ाने व घाटा कम करने के विधेयक पर हस्ताक्षर किए। इस तरह ऋण सीमा व डिफ़ॉल्ट खतरे पर कई महीनों से चला आ रहा गतिरोध समाप्त हो गया। लेकिन अमेरिकी अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर निवेशकों की चिन्ता से न्यूयॉर्क शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी सीनेट में 2 अगस्त को मतदान से ऋण लेने की सीमा बढ़ाने व घाटा कम करने का विधेयक पारित किया गया। इससे एक दिन पहले प्रतिनिधि सदन में इस पर मतदान हुआ। ओबामा ने कांग्रेस से आर्थिक वृद्धि व रोजगार के अवसर बढ़ाने का आग्रह किया, ताकि उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ सके।
विश्व रेटिंग संस्था फिच आईबीसीए ने 2 अगस्त को घोषणा की कि अमेरिका में संबंधित समझौता संपन्न होने और सरकार को डिफ़ॉल्ट से बचाने के कारण अमेरिका की संप्रभु कर्जदारी की रेटिंग ऊंचे स्तर पर बरकरार रहेगी। लेकिन इससे निवेशकों का विश्वास कमज़ोर हुआ है, जिससे न्यूयॉर्क शेयर बाजार में तेज गिरावट देखी गयी।
(ललिता)















