भारतीय विदेश मंत्रालय से मिले संकेत के अनुसार इस वार्ता में क्षेत्रीय सुरक्षा,कश्मीर,आपसी विश्वास व द्विपक्षीय दोस्ती प्रमुख मुद्दे होंगे।लेकिन भारत के लिए सब से बड़ा मुद्दा मुंबई आतंकी हमले से जुड़ा मामला है।
नवम्बर 2008 में मुंबई पर आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच शांति-प्रक्रिया मौटे तौर पर ठप्प पड़ी रही है।आमराय है कि इस बार दोनों देशों की विदेश सचिव स्तरीय वार्ता संभवतः विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता की तैयारी करेगी