भारत सरकार वर्ष 2022 से पहले 50 करोड़ श्रमिकों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देगी, ताकि भविष्य के रोजगार बाजार में कुशल श्रमिकों की मांग पूरी हो सके। भारतीय मीडिया ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव पी.सी. चतुर्वेदी ने हाल ही में मीडिया से कहा कि भारत 2022 के पहले 50 करोड़ श्रमिकों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देगा, ताकि लगातार परिवर्तित हो रही घरेलू बाजार मांगों से मेल खाया जा सके और अंतरराष्ट्रीय श्रम बाजार को विकसित किया जा सके। चतुर्वेदी ने कहा कि अगले 10 वर्षों में भारतीय घरेलू बाजार व अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुशल श्रमिकों की मांग की वृद्धि निरंतर बनी रहेगी। साथ ही में भारत में श्रमिकों की संख्या बड़ी है, जिनके लिए व्यावसायिक प्रशीक्षण कराने के बाद वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण होंगे।
(नीलम)