चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई समिति के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन से पहले "सुख"वाला शब्द सामंजस्यपूर्ण समाज और वैज्ञानिक विकास की विचारधारा के बाद नया नारा बन गया है। हांगकांग के अखबार नानह्वा चापाओ की वेबसाइट ने 3 मार्च को इस बारे में लेख छपा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी प्रधानमंत्री वन च्यापाओ ने हाल में मिडिया संस्था के साथ हुए एक साक्षात्कार में कहा था कि सुख यह है कि लोग खुशी व शांति से जीवन बिता सकें और भविष्य के प्रति आशावान हो। आर्थिक विकास का मकसद लोगों के जीवन स्तर को उन्नत करना है। रिपोर्ट में जन दैनिक के लेख के हवाले से कहा गया कि लोगों के सुखी सूचकांक की उन्नति चीनी अधिकारियों की सहमति हैं।
ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ़ पर छपी लेख में कहा गया है कि चीन में आर्थिक विकास के दौरान जी.डी.पी. की वृद्धि पर ही नहीं, चिकित्सा, शिक्षा और आवास आदि मुद्दों पर भी सोचविचार किया जाना चाहिए।
(ललिता)