
उन्होंने इसी दिन ल्हासा में आयोजित तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के नौवीं जन-प्रतिनिधि सभा के प्रथम अधिवेशन में उक्त बात कही ।
श्री श्यांगपाफिंगत्सो ने अधिवेशन में दी गई सरकारी कार्य रिपोर्ट में कहा कि अनुमान है कि वर्ष 2007 में सारे प्रदेश का उत्पादन मूल्य 34 अरब 20 करोड़ य्वान पहुंचेगा, प्रतिव्यक्ति की औसतन जी.डी.पी. 12 हज़ार य्वान को पार कर जाएगी , जो वर्ष 2002 से दुगुनी हो जाएगी। तिब्बत की आर्थिक वृद्धि लगातार सात वर्षों में 12 प्रतिशत बरकरार रही है । अब तिब्बत विकास के स्वर्ण-युग में प्रवेश कर रहा है ।
श्री श्यांगपाफिंगत्सो ने कहा कि भविष्य के पांच सालों में प्रमुख लक्ष्य है कि सारे प्रदेश के उत्पादन मूल्य में प्रति साल औसतन वृद्धि दर 12 प्रतिशत से ऊपर हो , प्रति किसान व चरवाहे की औसत वार्षिक शुद्ध आय 13 प्रतिशत की गति से बढ़े, वायु और जल की गुणवत्ता श्रेष्ठ बनायी जाए और समाज और सामंजस्यपूर्ण व स्थिर रहे ।
