चीनी विदेश मंत्रालय :श्रीलंका को दी गयी सहायता निस्वार्थ

2022-11-28 21:20:43

हाल ही में श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने इस दावे का खंडन किया कि चीन ने श्रीलंका में "ऋण जाल" की स्थापना की है। 28 नवंबर को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने फिर से दोहराया कि चीन कभी भी श्रीलंका को दी जाने वाली सहायता में कोई राजनीतिक शर्तें नहीं लगाता है और श्रीलंका में किये गये निवेश व वित्तपोषण में भी कोई राजनीतिक स्वार्थ नहीं चाहता है।

रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि चीन श्रीलंका के अनुरोध का सम्मान करता है। चीन ने कभी भी श्रीलंका को धन उधार लेने के लिए मजबूर नहीं किया। चीन ने विभिन्न तरीकों से श्रीलंका को बड़ी मात्रा में वित्तीय और मानवीय सहायता प्रदान की है। तथाकथित "ऋण जाल" केवल एक पश्चिमी  दावा है। उन्होंने कहा कि चीन हमेशा श्रीलंका का घनिष्ट मित्र रहा है। वर्ष 2022 में दोनों पक्षों ने "रबर-चावल समझौते" पर हस्ताक्षर करने की 70वीं वर्षगांठ भी संयुक्त रूप से मनाई।

28 नवंबर को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने कहा कि इस साल "रबर-चावल समझौते" पर हस्ताक्षर करने की 70वीं वर्षगांठ है, जिसका अतीत और भविष्य को जोड़ने का महत्व है। चीन श्रीलंका के साथ परंपरागत दोस्ती को आगे बढ़ाने, आपसी रणनीतिक विश्वास को मजबूत करने, व्यावहारिक सहयोग को गहरा व विस्तारित करने को तैयार है। साथ ही चीन श्रीलंका के साथ चीन-श्रीलंका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत और विस्तारित करने को तैयार है।  

(हैया)

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