चीन में 16 मेगावाट अति-बड़ी क्षमता वाली पवन चक्की का निर्माण पूरा

2022-11-23 18:41:58

चीन की स्व-निर्मित 16 मेगावाट अति-बड़ी क्षमता वाली पवनचक्की का निर्माण 23 नवंबर को पूरा हुआ। इसके चक्र का व्यास 252 मीटर है, और पंखों के घूमने का दायरा लगभग 50 हज़ार वर्ग मीटर है, जो करीब 7 मानक फुटबॉल मैदानों के बराबर है। वहीं, चक्र केंद्र की ऊँचाई जमीन से 146 मीटर ऊंची है, जो 50 मंजिला इमारत की ऊँचाई के बराबर है।


यह वर्तमान में दुनिया में सबसे बड़ी एकल-इकाई क्षमता, सबसे बड़े चक्र व्यास और प्रति मेगावाट सबसे हल्के वजन वाली पवनचक्की है। यह दर्शाता है कि चीन में बड़ी क्षमता वाले अपतटीय पवनचक्कियों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी स्तर पर पहुंच गयी है। संचालन की स्थिति की निगरानी के लिए पवनचक्की का उच्च-स्तर का डिजिटलीकरण उपलब्ध है, जो इसे तूफान जैसे गंभीर मौसम के लिए ऑपरेशन मोड को समझदारी से समायोजित करने में सक्षम बनाता है। यह पवनचक्की की सुरक्षित और कुशल बिजली उत्पादन सुनिश्चित करता है।


जानकारी के अनुसार, एक 16 मेगावाट की अपतटीय पवनचक्की प्रति चक्कर 34.2 किलोवाट बिजली पैदा कर सकती है, जो प्रति वर्ष औसतन 6.6 करोड़ किलोवाट से अधिक स्वच्छ बिजली पैदा कर सकती है, और तीन सदस्यों वाले 36 हज़ार घरों के एक साल की बिजली खपत को पूरा कर सकती है। यह लगभग 22 हजार टन कोयले की बचत कर सकती है और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को लगभग 54 हजार टन कम कर सकती है।

(श्याओ थांग) 

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