एशिया-प्रशांत सहयोग महान शक्तियों के खेल की बिसात के बजाय विकास के लिए एक गर्म स्थान है

2022-11-14 18:27:25

13 नवंबर को अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के नेताओं ने कंबोडिया में बातचीत की और एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें थाईवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयासों के विरोध के विषय पर चर्चा की गई। इस पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 14 तारीख को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को क्षेत्र के देशों के बीच समझ और विश्वास बढ़ाने में मदद करनी चाहिए, विश्व और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद करनी चाहिए, और किसी तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करना चाहिए या उनके हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। एशिया-प्रशांत सहयोग महान शक्तियों के खेल की बिसात के बजाय विकास के लिए एक गर्म स्थान है। संबंधित देशों को समय की प्रवृत्ति का पालन करना चाहिए, शीत युद्ध की मानसिकता को त्यागना चाहिए, एशिया-प्रशांत की शांति और स्थिरता को प्रभावित करना बंद करना चाहिए। यदि संबंधित देश ईमानदारी से थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखना चाहते हैं, तो उन्हें एक चीन सिद्धांत का पालन करना चाहिए और " थाईवान स्वतंत्रता" का स्पष्ट रूप से विरोध करने के लिए चीन के साथ काम करना चाहिए।

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