चीन का पेइतो बना "विश्व का पेइतो"

2022-11-05 17:58:42

हाल ही में वैश्विक उपग्रह नेविगेशन सिस्टम पर अंतर्राष्ट्रीय समिति का 16वां सम्मेलन संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में आयोजित हुआ। इसमें भाग लेने वाले एक पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कहा कि "उन्हें विश्वास है कि पेइतो प्रणाली अंतर्राष्ट्रीय विकास में योगदान कर सकती है, विशेष रूप से पेइतो प्रणाली सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयासरत विकासशील देशों को सहायता प्रदान कर सकती है"। इस बीच 4 नवंबर को चीन ने "नये युग में चीन का पेइतो" श्वेत पत्र जारी किया, जिसने पाकिस्तानी प्रतिनिधि की बातों को सही साबित किया है।

12 हज़ार शब्दों वाले इस श्वेत पत्र ने चीन के पेइतो के विकास का व्यापक सिंहावलोकन किया, और इसने व्यापक रूप से प्रदर्शित किया कि नए युग में प्रवेश करने के बाद पेइतो प्रणाली ने नई सेवा क्षमता कायम की, नया औद्योगिक विकास हासिल किया, खुलेपन का नया पैटर्न बनाया, और भविष्य में नई यात्रा शुरू की।

बता दें कि 1994 में चीन ने स्वतंत्र उपग्रह नेविगेशन प्रणाली विकसित करना और "तीन-चरण" विकास रणनीति को लागू करना शुरू कर दिया है। इसके बाद से पेइतो-1 से पेइतो-3 तक, डबल स्टार पोजीशनिंग से लेकर ग्लोबल नेटवर्किंग तक, एशिया-प्रशांत को कवर करने से लेकर दुनिया की सेवा करने तक, पेइतो प्रणाली लगातार आगे बढ़ती रही है। जो उन्नतिशील प्रौद्योगिकी, अग्रणी डिजाइन और शक्तिशाली कार्यों वाली विश्व स्तरीय वैश्विक उपग्रह नेविगेशन प्रणाली बन चुकी है।

खास कर इधर के दस सालों में पेइतो प्रणाली ने तेज विकास के नए युग में प्रवेश किया है। अब पेइतो-3 प्रणाली अमेरिका के जीपीएस, रूस के ग्लोनास वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली और यूरोपीय गैलीलियो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली के साथ अग्रणी रही है। दुनिया भर के 230 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 1.5 अरब से अधिक उपयोगकर्ता पेइतो की सेवाओं का उपयोग करते हैं। "चीन का पेइतो" वास्तव में "दुनिया का पेइतो" बन गया है।

पेइतो न केवल चीनी लोगों को, बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी लाभ पहुंचाता है। वर्तमान में पेइतो प्रणाली ने जीपीएस प्रणाली और ग्लोनास प्रणाली के साथ संगतता और अंतःक्रियाशीलता के संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए, इसके साथ ही उसने गैलीलियो प्रणाली के साथ आवृत्ति समन्वय किया। चीन ने एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में कई क्षेत्रीय संगठनों और देशों के साथ सहयोग तंत्र स्थापित किया। साल 2016 से उपग्रह नेविगेशन सहयोग संधियों, ज्ञापनों और सहयोग रोड मैपों समेत 50 से अधिक दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए।

उल्लेखनीय बात यह है कि श्वेत पत्र में पहली बार 2035 से पहले पेइतो का विकास-खाका तैयार करने की योजना बनाई गई। चीन अधिक उन्नतिशील प्रौद्योगिकी, अधिक शक्तिशाली कार्यों और बेहतर सेवाओं के साथ नई पीढ़ी के पेइतो प्रणाली का निर्माण करेगा, ताकि चीनी शैली वाले आधुनिकीकरण को साकार करने के लिए ज्यादा मजबूत स्पेस-टाइम वाली नींव डाली जा सके।

इसका मतलब यह है कि उस समय तक, लोग दुनिया में किसी भी समय और किसी भी जगह पर पेइतो प्रणाली द्वारा प्रदान की गई सुरक्षित और विश्वसनीय स्पेस-टाइम तकनीक का आनंद ले सकते हैं। नए युग का पेइतो बेहतर ढंग से दुनिया की सेवा करेगा और मानव जाति को लाभान्वित करेगा।  

(श्याओ थांग)

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