मार्ग के सुधार से तिब्बत की सीमांत काउंटी मेटोग में हुआ कायापलट

2022-10-28 15:44:47

मेटोग दक्षिण-पूर्व तिब्बत में लिनची शहर की एक छोटी सीमांत काउंटी है, जो हिमालय पर्वत के दक्षिणी ढलान पर स्थित है। इसकी आबादी केवल 15 हजार है। उन अल्पसंख्यकों में से अधिकांश मंगपा और लोपा लोग हैं। यह देश के सड़क नेटवर्क से जुड़ने वाली अंतिम काउंटी होने के लिए जाना जाता है। 31 अक्टूबर 2013 को, बाहर से जुड़ने वाली 117 किलोमीटर लंबी मेटोग रोड का औपचारिक संचालन शुरू हुआ। तब से मेटोग का विकास तेजी से शुरू हुआ है और स्थानीय लोगों ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है। उनके जीवन में भी परिवर्तन आया है।

पहाड़ों के बीच बसा मेटोग प्राचीन समय से एक दुर्गम व अलहदा स्थान है ।मेटोग मार्ग चालू होने से पहले कुली और घोड़े मेटोग में मुख्य तायातात साधन थे ।वर्ष 1974 में जन्मे तान त्सिंग च्यांग छ्वो मेटोग कांउटी के मेटोग गांव में रहते हैं ।वे 12 वर्ष से कुली का काम करने लगे ।उन्होंने पहले के जीवन की याद करते हुए कहा कि बाहर जाने के लिए कुली पगडंडी पर चल कर चार या पाँच दिन खर्च कर मेटोग से पड़ोसी काउंटी मिन लिन काउंटी के  पैइ कस्बा पहुंच सकते थे ।इस बीच उन को 4600 से अधिक ऊंचे बर्फ से ढ़के पहाड़ को पार करना पड़ता था ।पैइ कस्बे में उन्होंने पहली बार गाड़ी ,मोटर व टीवी देखी ।

पहाड़ों के बीच बसा मेटोग प्राचीन काल से एक दुर्गम और विरान जगह रहा है। मेटोग मार्ग के चालू होने से पहले मेटोग में कुली और घोड़े परिवहन के मुख्य साधन थे। साल 1974 में जन्मे तान त्सिंग च्यांग छ्वो मेटोग कांउटी के मेटोग गांव में रहते हैं। 12 वर्षों से कुली के रूप में काम करना शुरू किया। अपने पहले के जीवन को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि बाहर जाने के लिए कुली पगडंडी पर चल कर चार या पाँच दिन खर्च कर मेटोग से पड़ोसी काउंटी मिन लिन काउंटी के पैइ कस्बा पहुंच सकते थे। इस बीच उनको 4600 से अधिक ऊंचे बर्फ से ढ़के पहाड़ को पार करना पड़ता था। पैइ कस्बे में उन्होंने पहली बार गाड़ी, मोटर व टीवी देखा।

पिछली सदी के 60 वाले दशक से चीन सरकार ने कई बार मेटोग जाने वाले मार्ग का निर्माण करने की कोशिश की, लेकिन जटिल भौतिक स्थिति और निरंतर प्राकृतिक आपदा होने के कारण यह कार्य असफल रहा। नयी शताब्दी में वैज्ञानिक व तकनीकी स्तर की उन्नति और पूंजी के विस्तार के साथ-साथ 31 अक्तूबर 2013 को मेटोग मार्ग का संचालन सफलतापूर्वक आरंभ हुआ। गाड़ी ने मेटोग में प्रवेश किया। मेटोग देश के अन्य क्षेत्रों से आसानी से जुड़ गया है। बड़ी मात्रा में जीवन और उत्पादन सामग्री गाड़ियों द्वारा मेटोग तक पहुंचाई जाती है।

मार्ग चालू होने के दूसरे साल में मेटोग में बड़े पैमाने तौर पर इहाइसी बस्तियों का निर्माण प्रारंभ हुआ। अल्पकाल में स्थानीय लोग नये मकान में रहने लगे, जिसका खर्च सरकार ने उठाया। बच्चे भी गाड़ी से स्कूल जाते हैं। एक पेशे के नाते कुली के काम का अंत भी हुआ।

पिछली मई में मेटोग जाने वाले दूसरे मार्ग का निर्माण पूरा किया गया। अब मेटोग के 8 कस्बे और 46 गांव सब मार्गों से जुड़े हुए हैं।

इधर कुछ साल मेटोग काउंटी ने चाय उद्यान, पर्यटन, बाँस की बुनाई जैसे व्यवसायों का विकास किया। स्थानीय लोगों के जीवन में बड़ा सुधार हुआ। वर्ष 2019 के अंत तक मेटोग ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की तरह अति गरीबी को दूर किया। (वेइतुंग)

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