वैज्ञानिक ज्ञान से किसानों को और बेहतर जीवन बिताने में मदद दी चीनी अकादमिशियन जू योउयोंग ने

2022-10-22 17:15:04

दक्षिण पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत की लानछांग लाकू जातीय स्वायत्त प्रिफेक्चर पहले बेहद गरीब क्षेत्र था। स्थानीय किसानों को गरीबी से छुटकारा पाने के लिए चीन इंजीनियरिंग अकादमी ने बड़ी मदद दी। सात वर्ष पहले 60 वर्षीय जू योउयोंग यहां आकर वैज्ञानिक दूत बने। जू चीन इंजीनियरिंग अकादमी के अकादमिशियन हैं। उन्होंने अपनी प्रयोगशाला को खेती में स्थानांतरित किया और किसानों को आलू उगाने की तकनीक सिखायी।

लाकू जातीय स्वायत्त प्रिफेक्चर की खास मौसम स्थिति से वहां के आलू की बहुत अच्छी गुणवत्ता होती है। आलू को अच्छे दाम में बेचा जाता है। आलू स्वर्ण आलू बन गया है और स्थानीय लोगों को खुशहाल जीवन की ओर ले जाता है। जू योउयोंग आलू अकादमिशियन के नाम से भी मशहूर हैं।

लाकू जातीय स्वायत्त प्रिफेक्चर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है। पहले यहां के लोग मुख्यतः मक्के खाते थे। इधर के वर्षों में जू योउयोंग ने स्थानीय किसानों को चीनी हर्बल दवा और धान उगाने की तकनीक भी सिखायी। अब किसान चावल भी खा पाते हैं। अब यहां हर वर्ष धान का उत्पादन 2.8 लाख किलोग्राम तक पहुंचा है और औसत व्यक्ति का उत्पादन 1 हजार किलोग्राम है। सब लोग भरपेट खा सकते हैं। 

जू योउयोंग सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि चुने गये। हाल में पेइचंग के जन वृहत भवन में एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि भविष्य में वे ग्रामीण पुनरुत्थान के काम में लगे रहेंगे और और ज्यादा विज्ञान और तकनीक के ज्ञान से व्यापक किसानों को और सुन्दर जीवन देने के लिए अपना योगदान देंगे। 

रेडियो प्रोग्राम