ज्यादा से ज्यादा देशों के उद्यमों का विकल्प बना है चीन के साथ व्यापार करना

2022-10-13 15:13:38

हाल में आयोजित बर्लिन मैकेनिकल इंजीनियरिंग शिखर सम्मेलन में चीन के साथ व्यापारिक आवाजाही को बनाए रखना एक अहम विषय बन गया है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ो ने फिर एक बार स्पष्ट किया कि जर्मनी भूमंडलीकरण का समर्थन करता है और चीन समेत कई देशों के साथ व्यापार करने पर जोर देता है।

चीन के साथ व्यापार करना ज्यादा से ज्यादा देशों के उद्यमों का विकल्प बना है। चूंकि चीन को विश्व का बाजार और विश्व का कारखाना माना जाता है। एक महीने के बाद 5वां चीन अंतर्राष्ट्रीय आयात एक्सपो आयोजित होगा। मौके पर 280 विश्व के जाने माने उद्यम हिस्सा लेंगे। अनुमान है कि और ज्यादा देशों के श्रेष्ठ उत्पादक चीनी बाजार में प्रवेश कर सकेंगे और आपसी लाभ पा सकेंगे।

साथ ही चीन का वैश्विक अहम सप्लाई स्रोत का स्थान भी मजबूत है। पूरी दुनिया में चीन एकमात्र ऐसा देश है जिसके पास यूएन के उद्योगों का सबसे पूर्ण औद्योगिक वर्गीकरण वाला देश है। दुनिया की 500 किस्मों के प्रमुख औद्योगिक उत्पादों में 40 प्रतिशत से ज्यादा का उत्पादन विश्व के पहले स्थान पर रहा है।

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा जारी वैश्विक नवाचार सूचकांक सूची से जाहिर है कि चीन का स्थान 2012 में 34वें से 2021 में 12वें तक उन्नत हो गया है।

2020 से चीन क्रमशः दो वर्षों में यूरोपीय संघ का सब से बड़ा माल व्यापारी साझेदारी बन गया। गत वर्ष चीन और यूरोपीय संघ के बीच आयात-निर्यात रकम पहली बार 8 खरब यूएस डॉलर को पारा।

चीन विश्व के विकास के लिए निश्चितता प्रदान करता है। चीन के खुद का विकास भविष्य निश्चित है, चीन में सुधार और खुलेपन का संकल्प निश्चित है और चीन और अन्य देशों के साथ आर्थिक सहयोग का रुख भी निश्चित है।

हाल में चीन खुलेपन की नीति लागू कर व्यापारी माहौल का निरंतर सुधार कर रहा है और वैश्विक आर्थिक पुनरुत्थान को चीनी शक्ति को प्रदान करता रहेगा।

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