पिछले एक दशक में चीन की जीडीपी की प्रति यूनिट ऊर्जा खपत में 3.3% की गिरावट

2022-10-09 17:29:26

चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने 8 अक्तूबर को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से आर्थिक और सामाजिक विकास की उपलब्धियों की सिलसिलेवार रिपोर्टें जारी कीं। इसके अनुसार 2021 में चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की प्रति यूनिट ऊर्जा खपत 2012 से 26.4 प्रतिशत कम हो गयी। 3.3 प्रतिशत की औसत वार्षिक कमी हुई, यानी कि 1.4 अरब टन का मानक कोयले की बचत हुई है।

रिपोर्ट से पता चलता है कि चीन की ऊर्जा उत्पादन संरचना का परिवर्तन तेज हो रहा है, और स्वच्छ ऊर्जा का अनुपात लगातार बढ़ रहा है। 2021 में, गैर-जीवाश्म ऊर्जा बिजली उत्पादन की क्षमता पहली बार कोयला बिजली से अधिक होकर 1.12 अरब किलोवाट तक जा पहुंची। पनबिजली, पवन बिजली और सौर ऊर्जा बिजली उत्पादन की क्षमता 30 करोड़ किलोवाट से अधिक हो गई है और लगातार कई वर्षों तक दुनिया में पहले स्थान पर रही।

ऊर्जा उत्पादन संरचना में स्वच्छ ऊर्जा जैसे प्राकृतिक गैस, जल विद्युत, परमाणु ऊर्जा और नई ऊर्जा बिजली उत्पादन का अनुपात लगातार बढ़ रहा है। साल 2021 में ऊर्जा उत्पादन में प्राकृतिक गैस का अनुपात 2012 से 2 प्रतिशत अंक बढ़कर 6.1 प्रतिशत तक जा पहुंचा और कच्चे कोयले का अनुपात 67 प्रतिशत है, जो 2012 से 9.2 प्रतिशत अंक कम है।

स्वच्छ और कम कार्बन ऊर्जा खपत तेजी से बढ़ रही है। साल 2021 में, कुल ऊर्जा खपत में कोयले का अनुपात 2012 में 68.5 प्रतिशत से घटकर 56 प्रतिशत तक हो गया। तेल का अनुपात 17 प्रतिशत से 18.5 प्रतिशत तक बढ़ गया, प्राकृतिक गैस का अनुपात 4.8 प्रतिशत से बढ़कर 8.9 प्रतिशत हो गया।

प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत का स्तर लगातार बढ़ रहा है। 2020 में, चीन की प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत 3,531 किलोग्राम मानक कोयले की थी, जो 2012 की तुलना में 18.9 प्रतिशत अधिक है। 2020 में चीन की प्रति व्यक्ति जीवन ऊर्जा खपत 456 किलोग्राम मानक कोयले की थी, जो 2012 से 46.2 प्रतिशत बढ़ा है। प्रति व्यक्ति जीवन बिजली की खपत में औसत वार्षिक वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत दर्ज की गई।

(मीनू)

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