तिब्बत हरित विकास के रास्ते पर चल रहा है

2022-10-08 17:02:32

गाला गांव पूर्वी तिब्बत के लिन ची शहर के उपनगर में स्थित है । जो कि आड़ू के फूलों के कारण पूरे देश में मशहूर है ।हर साल के मार्च तथा अप्रैल में वहां आड़ू के फूलों का सागर नजर आता है ,जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है ।स्थानीय किसान सुंदर पर्यावरण का लाभ उठाकर पर्यटन उद्योग के विकास से गरीबी को दूर कर खुशहाल जीवन बिताने लगे हैं।

 

गाला गांव पहाड़ों के बीच बसा है ।यहां के किसान अपने-अपने तिब्बती शैली वाले दो या तीन मंजिले मकानों में रहते हैं ।गांववासी तावाचेन ने हाल ही में यहां आये मीडिया संवाददाताओं को बताया कि हमारे गांव के पास जंगली आड़ू पेड़ों का क्षेत्रफल लगभग कई सौ मू( एक मू लगभग 666.67वर्गमीटर है) है  ।कुछ पेड़ों की आयु 600 वर्ष से अधिक है ।जब आड़ू के फूल खिलते हैं ,तो दृश्य बहुत मनमोहक होता है ।तावाचेन ने बताया कि कुछ साल पहले से गांव में आड़ू के फूलों का उत्सव आयोजित होने लगा है ।इस उत्सव से गांव का नाम बड़ा हो चुका है और पर्यटकों की संख्या में तेजी आयी है ।

गाला गांव के प्रमुख प्येन पा ने बताया कि कोविड महामारी के बावजूद चालू साल आड़ू के फूलों के उत्सव के दौरान गांव के बाहर विभिन्न पर्यटन बसें भरी हुईं थीं । पर्यटक आड़ू के जगंल के अंदर जाकर फोटो खींचते हैं और गांव आकर शौपिंग करते हैं और खाना खाते हैं ।उत्सव के दौरान कुल 30 हजार से अधिक पर्यटकों का सत्कार किया गया और 10 लाख युआन(लगभग 1 करोड़ रूपये) से अधिक आय प्राप्त हुई। जबकि हरेक परिवार को 30 हजार युआन से अधिक हासिल हुए ।इस के अलावा कई किसान परिवार होटल चलाते हैं ,जो साल भर पर्यटकों की सेवा करते हैं ।

गाला गांव  के केंद्र में एक छोटा संग्रहालय है ,जो इस मार्च में निर्मित हुआ ।इसका दौरा कर आपको इस छोटे गांव के विकास की जानकारी प्राप्त होगी ।संग्रहालय में एक बड़ी शंख ध्यानाकर्षक है । बताया जाता है कि यह शंख गांव में एकमात्र सार्वजनिक दूर संचार उपकरण थी ।पिछली सदी के 80 के दशक तक गांव में बैठक बुलाने के लिए उस का प्रयोग किया जाता था ।अब गाला गांव के लोग शहरों के लोगों की तरह विभिन्न आधुनिक दूरसंचार उपकरणों का प्रयोग करते हैं ।

गाला गांव विश्व की छत पर स्थित तिब्बत के हरित विकास का एक लघुचित्र है ।दक्षिण तिब्बत की घाटी से हजार किमी. दूर उत्तर तिब्बत के घास मैदान तक ,पूर्वी तिब्बत के लिन ची या छांग तु से पश्चिमी तिब्बत के अली तक मानव और प्रकृति के सौहार्द सहअस्तित्व के दृश्य दिखाई देते हैं ।

तिब्बत चीन का अहम पारिस्थितिकी सुरक्षा कवच है ।वहां विभिन्न स्तरों व किस्मों के 47 प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र स्थापित हुए हैं ,जिनका क्षेत्रफल 4 लाख 12 हजार वर्गकिमी. है ।तिब्बत नयी विकास अवधारणा को प्राथमिकता देकर संस्कृति व पर्यटन ,स्वच्छ ऊर्जा ,हरित उद्योग ,आधुनिक सेवा ,पठारीय बायो उद्योग ,सीमा व्यापार व लॉजिस्टिक्स तथा उच्च व नवीन ड़िजिटल व्यवसायों के गुणवत्ता विकास पर खास जोर दे रहा है ।(वेइतुंग)  

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