उन्होंने सोयी हुई जंगल को हरित बैंक दिलाया

2022-09-06 16:33:16

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दक्षिण पूर्वी चीन के फुच्येन प्रांत में साढ़े 17 सालों तक काम किया था। इस दौरान उन्होंने जनजीवन सुधार, राजकीय उद्यमों के सुधार और खुलेपन के विस्तार जैसे क्षेत्रों में कई प्रभावकारी काम किये। उनके नेतृत्व में वन मिल्कियत तंत्र का सुधार काफी सफल रहा, जिससे फुच्येन की सोयी हुई जंगल हरित बैंक बन गयी है।

 

जनवरी 1989 में फुच्येन प्रांत के निंगता जिला के प्रमुख के नाते शी चिनफिंग ने पूर्वी फुच्येन का पुनरुत्थान जंगल पर निर्भर है नामक आलेख लिखा था। इसमें कहा गया कि पूर्वी फुच्येन का आर्थिक विकास और समृद्धि पहाड़ और जंगल पर निर्भर होगा। जंगल अनमोल संपत्ति है। ऐसा कथन वास्तव में शी चिनफिंग के वन उद्योग के सुधार और पारिस्थितिकी सभ्यता के विचार का स्रोत है।

 

बाद में शी ने आगे कहा कि वन उद्योग के सुधार में इस सिद्धांत पर कायम रहना चाहिए कि कौन वन बनाता है, उसे वन की मिल्कियत होगी और लाभ होगा।

 

2001 में वुफिंग काउंटी फुच्येन प्रांत से वन की मिल्कियत सुधार की परीक्षात्मक काउंटी निर्धारित की गयी। फुच्येन प्रांत के तत्कालीन गवर्नर के रूप में शी चिनफिंग ने चार बार इस पहाड़ी काउंटी आकर जायजा लिया और सुधार कार्य को आगे बढ़ाया। इस काउंटी के किसान ली च्यालिन को देश भर में पहला वन मिल्कियत प्रमाण पत्र मिला। उस पर लिखा गया है कि वन-भूमि की मिल्कियत गांव समिति की है और वन के प्रयोग अधिकार और जंगल व पेड़ों के प्रयोग के अधिकार ली च्यालिन के हैं। तब से फुच्येन प्रांत में पेड़ काटने की व्यवस्था, वन उद्योग के वित्त पोषण, संचालन के तरीके और हस्तांतरण संबंधी सुधार धूमधाम से शुरू हुआ।

 

सितंबर 2017 में वुफिंग काउंटी चीन का प्राकृतिक ऑक्सिजन बार निर्वाचित किया गया। वहां वन की आवरण दर लगभग 80 प्रतिशत है और वायु गुणवत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित स्वच्छ वायु के मापदंड से तीन गुणा से अधिक है। उस काउंटी में लगभग 30 हजार किसान परिवारों ने सहकारी समिति में भाग लिया और वन उद्योग का उत्पादन मूल्य लगभग 2 अरब 76 करोड़ युवान से अधिक रहा।

 

वन उद्योग सुधार में फुच्येन पूरे देश का आदर्श माना जाता है ।(वेइतुंग) 

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