चीन: जापान द्वारा "चीन के खतरे" का प्रचार दुनिया को भेज रहा है खतरनाक संकेत
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 1 सितंबर को एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जापान द्वारा "चीन के खतरे" का बार-बार प्रचार दुनिया को एक खतरनाक संकेत भेजता है कि जापान द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्थापित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को तोड़ना चाहता है, जिसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सतर्क रहना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, 31 अगस्त को जापान के रक्षा मंत्रालय ने अपने वार्षिक बजट अनुरोध में कहा कि तथाकथित चीनी खतरे के जवाब में जापान क्रूज मिसाइलों, उच्च गति वाली बैलिस्टिक मिसाइलों और हाइपरसोनिक वॉरहेड्स के विकास और बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए धन की मांग करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना सेल्फ-डिफेंस फोर्सेस मिसाइलों की सीमा पर जापानी संविधान के प्रतिबंधों का उल्लंघन है। इसके जवाब में चीनी प्रवक्ता वांग वनपिन ने कहा कि चीन बार-बार इस बारे में अपना रुख स्पष्ट कर चुका है। कुछ समय से जापानी पक्ष ने बार-बार "चीन के खतरे" को बढ़ावा दिया है । जापान को अपने आक्रमण के इतिहास पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, अपने एशियाई पड़ोसियों की सुरक्षा चिंताओं का सम्मान करना चाहिए, और तुरंत आसपास की सुरक्षा और विस्तार के खतरों को फैलाना बंद करना चाहिए।