नीदरलैंड के प्रधान मंत्री से वीडियो के जरिए मुलाकात की ली खछ्यांग ने

2022-08-24 14:57:38

चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 23 अगस्त के दोपहर बाद  नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे से वीडियो के जरिए मुलाकात की।


प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने कहा कि चीन और नीदरलैंड दोनों खुली अर्थव्यवस्थाएं और एक-दूसरे के महत्वपूर्ण भागीदार हैं। वर्ष 2022 में चीन और नीदरलैंड के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ है। चीन चीन-नीदरलैंड संबंधों के विकास को बहुत महत्व देता है। दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे को बधाई संदेश भेजा है। चीन नीदरलैंड के साथ दोनों देशों के बीच खुले और व्यावहारिक व्यापक सहकारी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए, दोनों देशों के नागरिकों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए तैयार है। 


उन्होंने कहा कि चीन नीदरलैंड के साथ राजनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने, पूरक लाभों का लाभ उठाने, सहयोग की संभावनाओं को तलाशने और संवाद व संचार को मजबूत करना चाहता है। साथ ही चीन नीदरलैंड के साथ आपसी सम्मान व समान व्यवहार के आधार पर अर्थव्यवस्था-व्यापार, परिवहन, नवाचार एवं जलवायु परिवर्तन शासन आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक व खुले सहयोग को गहरा करना जारी रखने और मतभेदों को ठीक से संभालने के लिए तैयार है। चीन नीदरलैंड से चीनी बाजार में अधिक उच्च गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों के प्रवेश का स्वागत करता है। इसके अलावा चीन दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान व सहयोग को बढ़ाने के लिये महामारी की रोकथाम में अच्छा काम करते हुए दोनों पक्षों के बीच सीधी उड़ानें बढ़ाने के लिए तैयार है।


उन्होंने कहा कि नीदरलैंड यूरोप में एक महत्वपूर्ण देश है। चीन और नीदरलैंड के बीच अच्छे संबंध और सहयोग न केवल दोनों देशों के लिये लाभदायक हैं, बल्कि चीन-यूरोप संबंधों के स्वस्थ व स्थिर विकास के लिये भी लाभदायक हैं।


प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने कहा कि नीदरलैंड और चीन के बीच संबंध विशेष हैं और दोनों पक्षों के बीच दोस्ती की मजबूती जारी रहेगी। नीदरलैंड दोनों देशों के बीच संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार, परिवहन, कृषि और जलवायु परिवर्तन शासन आदि क्षेत्रों में सहयोग को आगे मजबूत करने के लिए तैयार है। साथ ही नीदरलैंड-चीन संबंधों के बेहतर विकास को बढ़ाने के लिए नीदरलैंड चीन के साथ कार्मिक आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय व बहुपक्षीय संवाद व संचार को आगे बढ़ाने के लिये भी तैयार  है।


दोनों पक्षों ने आम चिंता वाले अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।


(हैया)

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