किसी भी रूप की "थाइवान स्वतंत्रता" शक्ति के लिए कभी कोई स्थान न छोड़ें :चीन

2022-08-02 17:09:22

2 अगस्त को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ छुनयिंग ने नियमित संवाददाता सम्मेलन की अध्यक्षता की। यह पूछे जाने पर कि अमेरिकी विदेश मंत्री ने अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की संभवतः थाइवान यात्रा पर बयान दिया, इस पर चीन की टिप्पणी क्या है?

हुआ छुनयिंग ने कहा कि मुझे लगता है कि पूरी दुनिया बहुत स्पष्ट रूप से देख सकती है कि यह अमेरिका है जो उत्तेजक कार्रवाई कर रहा है, जिसके कारण थाइवान जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ गया है और अमेरिका को इस की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की संबंधित टिप्पणी काले को सफेद बताती है, जिससे एक बार फिर अमेरिका के कुछ व्यक्तियों की वर्चस्ववादी मानसिकता व लुटेरों के तर्क को गहराई से प्रदर्शित किया गया। यानि कि मैं आपको मनमाने ढंग से उकसा सकता हूं, लेकिन आप विरोध या बचाव नहीं कर सकते। हाल ही में, चीन ने पेइचिंग और वाशिंगटन में कई चैनलों और सभी स्तरों पर अपना गंभीर रवैया स्पष्ट किया कि चीन अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की संभवतः थाइवान यात्रा का दृढ़ विरोध करता है। उन्होंने इस अवसर पर कुछ बिंदुओं को भी दोहराया।

पहला, अमेरिकी सरकार की सभी संस्थाओं को अमेरिकी सरकार की विदेश नीतियों को लागू करना चाहिए। 1979 में अमेरिकी सरकार ने चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से वादा दिया है कि अमेरिका ने चीन लोक गणराज्य को चीन की एकमात्र कानूनी सरकार के रूप में मान्यता दी। इस की स्थिति में अमेरिका के लोग थाइवान के लोगों के साथ सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और अन्य अनौपचारिक संबंध बनाए रखते रहेंगे। अमेरिकी सरकार के एक अभिन्न हिस्से के रूप में, अमेरिकी कांग्रेस को अमेरिकी सरकार की विदेश नीति का कड़ाई से पालन करना चाहिए।

दूसरा, अतीत में कुछेक अमेरिकी राजनीतिज्ञों की गलत कार्रवाइयां मिसाल नहीं होनी चाहिए और अमेरिका के लिए थाइवान के मुद्दे पर गलती करने का बहाना भी नहीं होना चाहिए।

तीसरा, एक-चीन सिद्धांत अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक मान्यता प्राप्त बुनियादी मानदंड और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आम सहमति है। एक-चीन सिद्धांत के आधार पर चीन ने अमेरिका सहित 181 देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं।

चौथा, अमेरिका थाइवान से चीन को नियंत्रित करने की रणनीति के आधार पर "थाइवान स्वतंत्रता" अलगाववादी ताकतों के साथ मिलीभगत करते हुए जानबूझकर चीन को उकसा रहा है। चीन वैध रक्षा कर रहा है। अमेरिका ने चीन द्वारा बार-बार गंभीरता से मामला उठाने की अवहेलना की, इस स्थिति में चीन द्वारा दिए जाने वाला किसी भी जबाव उचित और आवश्यक माना जाएगा।

पांचवां, थाइवान मुद्दे का इतिहास स्पष्ट है। थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों पक्ष एक चीन के हैं। हम "थाइवान स्वतंत्रता" के विभाजन और बाहरी हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करते हैं और किसी भी रूप की "थाइवान स्वतंत्रता" शक्ति के लिए कभी कोई स्थान नहीं छोड़ेंगे। अमेरिका निश्चित रूप से चीन के संप्रभु सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाने की जिम्मेदारी लेगा और कीमत चुकाएगा।

(मीनू)

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