विश्व शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए एक पक्की शक्ति बन गई चीनी सेना

2022-08-01 16:24:45

आज यानी 1 अगस्त को चीनी लेबरेशन आर्मी की स्थापना की 95वीं वर्षगांठ है। इधर के वर्षों में चीनी सेना एक शक्तिशाली देश की जिम्मेदारी उठाते हुए विश्व शांति की रक्षा करने और मानव साझे भाग्य समुदाय बनाने के लिये प्रयास करना जारी रखे हुए हैं। साथ ही, चीनी सेना सक्रिय रूप से अंतर्राष्ट्रीय सैन्य आदान-प्रदान एवं सहयोग में भाग लेने के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए अधिक सार्वजनिक सुरक्षा उत्पाद उपलब्ध कराने का प्रयास भी कर रही है, जिससे चीनी सेना विश्व शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए एक पक्की शक्ति बन चुकी है।

इधर के कई सालों से चीनी सेना विदेशी सेनाओं के साथ संयुक्त प्रशिक्षण तथा अभ्यास के लिए अनेक बार विदेश जा चुकी है, जिसके दौरान चीनी सेना ने एक दूसरे से सीखते हुए अपनी क्षमताओं में सुधार किया है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बाद चीनी सेना ने दस से अधिक देशों की सेनाओं के साथ नियमित संयुक्त सैन्य अभ्यास करने की व्यवस्थाओं की स्थापना करने के साथ-साथ तीस से अधिक देशों की सेनाओं के साथ अस्सी से अधिक सैन्य अभ्यास किए हैं। द्विपक्षीय से बहुपक्षीय तक, पड़ोसी देशों से दूर समुद्र तक, बाहर जाने से लेकर अंदर आने तक, चीनी सेना सैन्य आदान-प्रदान और सहयोग की गहराई और चौड़ाई का लगातार विस्तार कर रही है।

संयुक्त प्रशिक्षण और अभ्यास के अलावा, चीनी सेना ने संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में समर्थन और भागीदारी में भी बढ़ावा दिया है। चीनी सेना ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के लिये अपने 8,000 जवानों को स्टैंडबाय फोर्स के रूप में तैयार कर दिया है। साथ ही, शांति अभियानों में भाग लेने के लिए और अधिक सहायता कर्मियों को भी भेजा जा रहा है।

इसके अलावा, चीनी सेना अन्य देशों के लिए शांति सैनिकों का प्रशिक्षण भी करती है। उधर, चीनी सेना ने शांति अभियान में अपनी पहली हेलीकॉप्टर इकाई भी भेज दी है। वर्तमान में चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों में सबसे ज़्यादा शांति सेना भेजने वाला देश बन चुका है। साथ ही, चीन ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के लिये सबसे बड़ी संख्या वाली और सबसे पूरा दस्ता वाली स्टैंडबाय फोर्स भी तैयार कर दिया है।

हाल के वर्षों में चीनी सेना ने अंतर्राष्ट्रीय मानवीय राहत जैसे मिशनों में भी शामिल किया है, जिससे चीनी सेना के मित्रों का दायरा दिन-ब-दिन बड़ा होता जा रहा है। दुनिया के सभी देश एक साझा भाग्य समुदाय हैं। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खफेई पहले ही कह चुके हैं कि नए युग में चीनी सेना अपने मिशन को दृढ़ता से पूरा करने के साथ-साथ मानव साझे भाग्य समुदाय की अवधारणा को ईमानदारी से लागू करते हुए अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग को व्यापक रूप से बढ़ावा देगी। ताकि विश्व शांति और सामान्य विकास को बढ़ावा देने में अधिक से अधिक योगदान दिया जा सके।

(रमेश शर्मा)


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