अमेरिका दक्षिण चीन सागर में बड़ी लहर नहीं पैदा कर सकता

2022-07-29 16:13:41

इधर के एक महीने में अमेरिका ने एक तरफ जंगी जहाज दक्षिण चीन सागर भेजकर ललकारा ,दूसरी तरफ उसने प्रतिरक्षा कदम उठाने का चीन पर झूठा आरोप लगाया कि चीन अधिक आक्रामक बन गया है ।अगर किसी के आक्रामक होने की चर्चा की जाती है ,तो विश्व में कोई भी देश अमेरिका की तुलना नहीं कर सकता ।इस क्षेत्र के बाहर के देश के नाते अमेरिका कई वर्षों में तथाकथित मुक्त जहाजरानी के बहाने से दक्षिण चीन सागर में अपनी सैन्य शक्ति दिखाता रहता है ,जो दक्षिण चीन सागर के सैन्यीकरण का सबसे बड़ा कारण है ।

यह बहुत साफ है कि अमेरिका ने चीन की प्रभुसत्ता और सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन कर दक्षिण चीन सागर की शांति व स्थिरता को बर्बाद किया है ,लेकिन वह चीन पर आक्रामक होने का झूठा आरोप थोपने की कुचेष्टा कर रहा है और चीन तथा आसपास के देशों के संबंधों में फूट डाल रहा है ताकि दक्षिण चीन सागर शांत न हो ।

दक्षिण चीन सागर को बड़े देशों के मुकाबले का अखाड़ा नहीं होना चाहिए ।इस क्षेत्र के देश साफ साफ समझते हैं कि अमेरिका ही सही माइने में परेशान करने वाला है और दक्षिण चीन सागर तथा एशिया की शांति व स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा है ।वह सिर्फ ऐसा खेल खेल रहा है जैसे कि उल्टा चोर कोतवाल को ही डांट रहा हो।

चालू साल दक्षिण चीन सागर में विभिन्न पक्षों की कार्रवाई पर घोषणा की 20वीं वर्षगांठ है ।बीस वर्षों में विभिन्न पक्षों ने इस घोषणा के नियमों का पालन कर एक साथ दक्षिण चीन सागर की शांति व स्थिरता की सुरक्षा की और दक्षिण चीन सागर की मुक्त जहाजरानी और सुरक्षा को सुनिश्चित किया ।वर्तमान में इस क्षेत्र के देश दक्षिण चीन सागर सवाल के समाधान पर पहलकदमी कर मुख्य भूमिका निभा रहे हैं ।अमेरिका यहां बड़ी लहर नहीं पैदा कर सकता ।(वेइतुंग)

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