अमेरिकी सेना के साथ संबंधों के विकास में चीन अपने सिद्धांत पर कायम
अमेरिकी सेना के साथ संबंधों के विकास में चीन अपने सिद्धांत पर कायम रहता है, यानी कि चीन की प्रभुसत्ता, गरिमा और मूल हित अनुल्लंघनीय हैं। चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू छ्येन ने 28 जुलाई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
वू छ्येन ने कहा कि तथाकथित चीन से सैन्य खतरे के बयान का प्रचार करना लंबे समय से अमेरिकी राजनीतिज्ञों की मुहावरेदार चाल है। इसका उद्देश्य अपनी सैन्य शक्ति के विकास के लिए बहाना ढूंढ़ना है और चीन को रोकने के रणनीतिक लक्ष्य हासिल करना है। इसका चीन दृढ़ता से विरोध करता है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सदन ने हाल में वर्ष 2023 प्रतिरक्षा प्राधिकरण विधेयक में थाईवान से जुड़ा विषय पारित किया। इसकी चर्चा में वू छ्येन ने दोहराया कि थाईवान चीन का है। थाईवान का मामला चीन का अंदरूनी मामला है। इसमें अमेरिका को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।
वू छ्येन ने कहा कि सैन्य संबंध चीन और अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण भाग है। चीन दोनों सेनाओं के बीच संबंधों पर ध्यान देता है, लेकिन अमेरिकी सेना के साथ संबंधों के विकास में चीन अपने सिद्धांत पर कायम रहता है, यानी कि चीन की प्रभुसत्ता, गरिमा और मूल हित अनुल्लंघनीय हैं।
(ललिता)