चीन और इंडोनेशिया के संबंधों में चार अहम प्रतीक

2022-07-24 20:02:52

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के निमंत्रण पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो 25 से 26 जुलाई तक चीन की यात्रा करेंगे ।पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के बाद राष्ट्रपति जोको चीन की यात्रा करने वाले पहले विदेशी राष्ट्रपति होंगे ।

इधर के कुछ सालों में चीन और इंडोनेशिया की सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी निरंतर गहराई से विकसित हो रही है ।इस दौरान एक प्रस्ताव ,एक भावना ,एक रेलवे और एक समझौता नये युग में द्विपक्षीय संबंधों के विकास के अहम प्रतीक माने जाते हैं ।ये चार प्रतीक निम्न हैं ।

3 अक्टूबर 2013 को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इंडोनेशियाई कांग्रेस में भाषण देते समय पहली बार एक साथ 21वीं सदी में समुद्री रेशम मार्ग निर्मित करने का प्रस्ताव रखा ।

24 अप्रैल 2015 को इंडोनेशिया में एशिया व अफ्रीका की शिखर बैठक में भाग लेने वाले नेताओं ने बानदुंग आकर बानदुंग सम्मेलन की 60वीं वर्षगांठ मनायी ।इससे पहले 22 अप्रैल 2015 को शी चिनफिंग ने जकार्ता सम्मेलन केंद्र में राष्ट्रपति जोको के निमंत्रण पर सबसे पहले भाषण दिया ।उन्होंने कहा कि नये युग में बानदुंग भावना की मजबूत जीवित शक्ति है ।हमें इस भावना का प्रचार करना चाहिए ।

जकार्ता- बानदुंग हाई स्पीड रेलवे चीनी हाई स्पीड रेलवे की बाहर जाने की पहली परियोजना है ,जो इंडोनेशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया की पहला हाई स्पीड रेलवे है ।

वर्ष 2011 में आसियान के तत्कालीन अध्यक्ष देश इंडोनेशिया ने पहली बार आसीईपी प्रस्ताव रखा ।1 जनवरी 2022 को यह समझौता प्रभाव में आया ।(वेइतुंग)

 

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