अफ्रीकी देशों में "चीन का ऋण जाल सिद्धांत" पश्चिम द्वारा गढ़ा गया एक "प्रवचन जाल" है

2022-07-14 20:00:05

तथाकथित "चीन का ऋण जाल सिद्धांत" उन ताकतों द्वारा बनाया गया एक "प्रवचन जाल" है, जो अफ्रीकी देशों सहित विकासशील देशों के साथ चीन के सहयोग के त्वरित विकास को नहीं देखना चाहता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 14 जुलाई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।

रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश परोपकारी संस्था "ऋण न्याय" ने हाल ही में विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और अन्य संस्थानों के डेटा का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें तर्क दिया गया कि पश्चिमी निजी वित्तीय संस्थानों से उधार लिए गए अफ्रीकी देशों के ऋण चीन से उधार लिए गए उनके ऋण से तीन गुना हैं, और उनके ब्याज दरें चीन से दोगुनी हैं।

संबंधित सवाल का जवाब देते हुए वांग वनपिन ने कहा कि पश्चिम अफ्रीका के कर्ज संकट के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराकर ध्यान भटका रहा है। वास्तव में, सबसे अधिक जिम्मेदार उनके खुद के बैंक, परिसंपत्ति प्रबंधक और तेल व्यापारी हैं। हम विकसित देशों, उनके निजी वित्तीय संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों से विकासशील देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उनके कर्ज के बोझ को कम करने के लिए मजबूत कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं, ताकि विश्व अर्थव्यवस्था को समावेशी और सतत विकास प्राप्त करने में मदद मिल सके।

(श्याओ थांग)

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