अमेरिकी उद्यम अनुसंधान केंद्र द्वारा जारी थाईवान संबंधी आलेख झूठ हैःचीनी विदेश मंत्रालय

2022-07-05 18:52:15

हाल ही में अमेरिकी उद्यम अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ अध्ययनकर्ता रॉबिन ने आलेख जारी कर कहा कि एक चीन नीति सच्ची बात नहीं है ।दूसरे विश्व युद्ध के बाद “सैनफ्रेंसिस्को समझौते” में सिर्फ कहा गया कि जापान थाईवान और पंगहू द्वीप समूह की प्रभुसत्ता छोड़ेगा ,पर प्रभुसत्ता के हस्तांतरण सवाल को साफ नहीं बताया गया ।इसके प्रति चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने 5 जुलाई को हुई प्रेस वार्ता में कहा कि इस आलेख ने अध्ययन की आड़ में अध्ययनकर्ता तथा संस्थान के नाम पर झूठ फैलाया ,जो असली झूठ है ।

चाओ लीच्येन ने कहा कि तथाकथित सैनफ्रेंसिस्को समझौता दूसरे विश्व युद्ध के बाद अमेरिका द्वारा चीन लोक गणराज्य और सोवियत संघ का बहिष्कार कर कुछ देशों को एकत्र कर एकतरफा तौर पर जापान के प्रति जारी गैरकानूनी व अप्रभावी दस्तावेज है ।इस दस्तावेज ने वर्ष 1942 में चीन ,अमेरिका ,ब्रिटेन और सोवियत संघ समेत 26 देशों से हस्ताक्षरित संयुक्त राष्ट्र घोषणा  और यूएन चार्टर तथा अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है ।चीन सरकार ने शुरू से ही उसे स्वीकार नहीं किया है ।

चाओ लीच्येन ने कहा कि काहिरा घोषणा ,पोस्टदाम विज्ञप्ति समेत सिलसिलेवार अंतरराष्ट्रीय कानून दस्तावेजों में स्पष्ट किया गया है कि चीन की थाईवान पर प्रभुसत्ता है ।(वेइतुंग)

रेडियो प्रोग्राम