पारिस्थितिक सभ्यता की अवधारणा सुंदर चीन का निर्माण बढ़ाएगी

2022-07-04 15:25:38

चीनी राष्ट्रपति बनने से पहले वर्ष 2005 में शी चिनफिंग ने दक्षिण-पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत के पार्टी सचिव का पद संभाला था। 15 अगस्त 2005 को उन्होंने चच्यांग प्रांत की आनची काऊंटी के यूछुन गांव के दौरे के दौरान कहा कि पहले हम कहते थे कि साफ पानी और हरे पहाड़ के साथ-साथ अन्य संपत्तियों का भी स्वामी होना चाहिए, लेकिन वास्तव में स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ अमूल्य संपत्ति ही हैं। उसके बाद यूछुन गांव में बड़ा परिवर्तन हुआ। हरित विकास की दिशा में बढ़ते हुए नागरिक अमीर बने और प्राकृतिक पर्यावरण सुंदर बना। 15 साल बाद, वर्ष 2020 में शी चिनफिंग ने फिर एक बार यूछुन गांव का निरीक्षण दौरा किया। उन्होंने हरित विकास में मिली उपलब्धियों की प्रशंसा की।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बाद शी चिनफिंग ने कई बार स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ के अमूल्य संपत्ति होने पर जोर दिया। इस वैज्ञानिक शोध ने आर्थिक विकास और पारिस्थितिक पर्यावरण संरक्षण के बीच संबंधों पर प्रकाश डाला और विकास व संरक्षण के साथ विकास का रास्ता दिखाया।

“स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ अमूल्य संपत्ति हैं” वैज्ञानिक शोध अब सभी चीन लोगों की सहमति बन गया है। इसके चलते चीन में बड़ा परिवर्तन हुआ है। पिछले साल चीन के प्रीफेक्चर स्तर और इससे ऊपर के शहरों में अच्छी वायु गुणवत्ता वाले दिनों का अनुपात 87.5 प्रतिशत रहा, जो वर्ष 2020 की तुलना में 0.5 प्रतिशत अधिक है। चीन में वन आवरण 22.96 फीसदी तक उन्नत हुआ, जो नए चीन की स्थापना के शुरू में सिर्फ 8.6 प्रतिशत था। वर्ष 2000 से दुनिया में नए हरित क्षेत्रों का करीब एक चौथाई भाग चीन में है।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अर्थशास्त्री और सेनेगल के पर्यावरण विशेषज्ञ थियरी डी ओलिवेरा ने कहा कि चीन में वन आवरण लगातार बढ़ रहा है, पेइचिंग में नीला आसमान अधिक दिनों तक बना हुआ है। सब लोग देख सकते हैं और महसूस कर सकते हैं। चीन ने हरित विकास में उल्लेखनीय प्रगति की और विश्व पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण में बड़ा योगदान किया है।

चीन ने दसियों सालों में औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया, जो विकसित देशों ने कई सौ सालों में पूरा किया। इसके साथ विकसित देशों में सौ सालों में धीरे-धीरे आ रही पर्यावरण की समस्याएं एकदम चीन के सामने आईं। 18वीं कांग्रेस के बाद चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने देश के कई प्रांतों का दौरा किया। उन्होंने स्वैच्छिक वृक्षारोपण में भाग लिया, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई आंदोलन करने को प्रोत्साहित किया, कई बार पारिस्थितिक सभ्यता की अवधारणा पर जोर दिया। शी चिनफिंग ने नीले आसमान, स्वच्छ जल, साफ भूमि, हरे-भरे पहाड़ और ताजा हवा वाले सुंदर चीन का निर्माण करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि पारिस्थितिकी को प्राथमिकता देते हुए हरित विकास को बढ़ाना चाहिए। अब चीन में वातावरण काफी अच्छा हो गया है।

सुखमय जीवन में संपत्ति होने के साथ आरामदेह वातावरण की भी जरूरत है। सब लोग बेहतर पारिस्थितिक वातावरण से लाभ उठाते हैं और इसकी रक्षा में शामिल होते हैं। चीन ने लक्ष्य बनाया है कि वर्ष 2035 तक देश में पारिस्थितिक वातावरण मूलतः अच्छा होगा और सुंदर चीन का लक्ष्य बुनियादी तौर पर हासिल किया जाएगा। फिर इस शताब्दी के मध्य में सुंदर चीन का निर्माण पूरा किया जाएगा।

(ललिता)

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