29 मई :विश्व शांति के लिए प्रयासरत लोगों को सलाम

2022-05-27 14:43:37


हर साल 29 मई को अंतर्राष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस मनाया जाता है। आज की दुनिया में समय-समय पर स्थानीय युद्ध और क्षेत्रीय संघर्ष होते रहते हैं। विश्व शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों ने दुनिया के हर कोने में समर्पण और बलिदान दिया है। इस विशेष दिवस पर हम विश्व शांति के लिए उनके प्रयासों को याद करते हुए उनके पसीने और रक्त को सलाम करें।

29 मई 1948 को, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक प्रस्ताव पारित किया और इजरायल व अरब देशों के बीच युद्धविराम समझौते के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम पर्यवेक्षण संगठन की स्थापना करने का निर्णय लिया। यह संयुक्त राष्ट्र का पहला शांति अभियान था।

2002 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल 29 मई को अंतर्राष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस के रूप में नामित करने के लिए प्रस्ताव पारित किया, जिसका उद्देश्य उन लोगों को सम्मानित करना है, जिन्होंने शांति अभियानों में भाग लिया या भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही उन लोगों के प्रति शोक जताना है, जिन्होंने शांति कार्य के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है। इस वर्ष 20वां अंतर्राष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस है, जिसकी थीम है: "लोग, शांति, प्रगति:साझेदारी की शक्ति"।  

पिछले कई दशकों में संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों ने अनगिनत लोगों की जान बचाने में मदद की है और कई देशों में शांति व स्थिरता लाई है। आंकड़े बताते हैं कि संयुक्त राष्ट्र के 72 शांति अभियानों में कुल 10 लाख से अधिक पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया है, जिससे लाखों लोगों के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ा है और बड़ी संख्या में लोगों की जान बची है।

वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र शांति सेना 12 शांति अभियानों में 87,000 से अधिक वर्दीधारी और असैन्य कर्मियों को तैनात करती है। वर्ष 1948 से लेकर अब तक, संयुक्त राष्ट्र बलों में सेवा करते हुए लगभग 4,200 शांति सैनिकों की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई है, जिसमें साल 2021 में 135 सैनिक शामिल थे।

अप्रैल 1990 में, चीन ने संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम पर्यवेक्षण संगठन के लिए 5 सैन्य पर्यवेक्षकों को भेजा, जिसने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में चीनी सेना की भागीदारी का शानदार रास्ता शुरू किया। पिछले 30 से अधिक सालों में, चीनी सेना द्वारा भेजे गए शांति सैनिकों की संख्या और प्रकार चौतरफा तौर पर विकसित हुए हैं। प्रारंभिक तौर पर सैन्य पर्यवेक्षकों से लेकर अब इंजीनियरिंग इकाइयों, चिकित्सा इकाइयों, परिवहन इकाइयों, हेलीकॉप्टर इकाइयों, गार्ड इकाइयों, और पैदल सेना बटालियनों के साथ-साथ स्टाफ अधिकारियों, सैन्य पर्यवेक्षकों और अनुबंध अधिकारियों आदि शांति स्थापना के लिए सैन्य पेशेवरों तक विकसित हुआ है। चीनी शांति सैनिकों के पदचिह्नों ने कंबोडिया, कांगो (किंशासा), लाइबेरिया, सूडान, लेबनान, साइप्रस, दक्षिण सूडान, माली और मध्य अफ्रीका सहित 20 से अधिक देशों और क्षेत्रों को कवर किया है। उन्होंने विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को बढ़ावा देने, क्षेत्रीय सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखने, और मेजबान देशों के आर्थिक व सामाजिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

पिछले 30 से अधिक सालों में, चीनी सेना ने लगातार 25 संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भाग लिया है, लगभग 50,000 अधिकारियों और सैनिकों को भेजा है। इस दौरान 16 अधिकारियों और सैनिकों ने अपना कीमती जीवन अर्पित किया। वर्तमान में, चीनी सेना के कुल 2,240 अधिकारी और सैनिक 7 शांति मिशन क्षेत्रों और संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कार्य कर रहे हैं। चीन अपने व्यावहारिक कार्यों के साथ विश्व शांति बनाए रखने के लिए योगदान दे रहा है।

(श्याओ थांग)

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