भारत और चीन के बीच सीमा की लंबाई करीब 2 हज़ार किलोमीटर है।
15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत आजाद हुआ और 26 जनवरी, 1950 को भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बना। भारत राष्ट्रमंडल का सदस्य देश है।
1 अप्रैल 1950 को चीन और भारत के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापित हुआ। पिछली शताब्दी के 50 के दशक में चीनी और भारतीय नेताओं ने संयुक्त रुप से पंचशील सिद्धांत पेश किये।
वर्ष 1962 में चीन और भारत के बीच सीमा युद्ध हुआ। पिछले कई वर्षों से दोनों देशों की सरकार सीमा विवाद सुलझाने के लिए युक्तियुक्त और उचित तरीके की खोज में लगी हुई हैं।
वर्ष 2003 के बाद से लेकर अब तक चीन और भारत के बीच सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की कुल 17 बार वार्ताएं हो चुकी हैं। इस व्यवस्था में दोनों देशों ने 2005 में"चीन भारत सीमा मुद्दे के समाधान के लिए राजनीतिक मार्गदर्शन सिद्धांत"पर सहमति जतायी, जो यह सीमा मुद्दे के समाधान में पहला कदम रहा।
नवम्बर 2006 में चीन और भारत ने संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंध स्थापना के लिए दस रणनीतियां बनाईं। जनवरी वर्ष 2008 में भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीन की यात्रा की और दोनों देशों ने"21वीं सदी में चीन और भारत का समान आउटलुक"पर हस्ताक्षर किए।
मई 2013 में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने भारत की यात्रा की। इसी वर्ष अक्तूबर में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीन की औपचारिक यात्रा की। वर्ष 1954 के बाद पहली बार दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक ही वर्ष में एक दूसरे देशों की यात्रा की।
अहम अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में चीन और भारत के बीच व्यापक सहमतियां मौजूद हैं। दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग कायम रहा है। इसके साथ ही चीन और भारत के बीच घनिष्ठ संपर्क और सहयोग भी कायम है। अहम अंतरारष्ट्रीय मामलों में दोनों देश समान रूख अपनाते हुए व्यापक विकासशील देशों के अधिकारों व हितों की रक्षा करते हैं।
(श्याओ थांग)