भारत के बारे में अनुसंधान के क्षेत्र में प्रकाशित हुई रचनाएं हैं, प्राचीन भारत की भाषाओं पर रिसर्च पेपर संग्रह, आदिम बौद्ध धर्म की भाषाएं, चीन भारत सांस्कृतिक संबंधों का इतिहास, चीन भारत सांस्कृतिक संबंधों पर रिसर्च पेपर संग्रह, भारत का संक्षिप्त इतिहास, वर्ष अठारह सौ सत्तावन से उनसठ तक भारतीय राष्ट्रीय उपद्रव, रामायण का अध्ययन, प्राचीन भारतीय साहित्यक इतिहास, बौद्ध धर्म और चीन-भारत सांस्कृतिक आदान-पर्दान और चीनी SARKARA का इतिहास, चीनी कागज़ और कागज़ बनाने के तरीके का भारत में निर्यात, भारत में चीनी रेशम के निर्यात की समस्या का प्रारंभिक अध्ययन आदि आदि।
इस के अलावा, डाक्टर ची श्यानलिन ने खासा बड़ी तादाद में संस्कृत साहित्यकि रचनाओं का चीनी में अनुवाद किया। मिसाल के लिए प्राचीन भारतीय महा कवि कालीदास का नाटक शाकुनतला और VIKRAMORASIYA , DANDIN का उपन्यास दस कुमार चारित DASAKUMARACARLITA। विशेष रुप से प्रशंसनीय है कि उन्होंने पांच साल से भारत के महा काव्य रामायण का चीनी अनुवाद किया। इस महा काव्य के कुल सात खंड हैं और कोई बीस लाख चीनी शब्द हैं।
संस्कृत और संस्कृत साहित्य के अनुसंधान में प्राप्त असाधारण कामयाबियों की वजह से उन्हें वारणासी विश्विद्यालय का प्रशंसा पत्र प्राप्त कर सर्वोध कीर्ति अर्जन की।