Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2017-08-16
    2017-08-17 08:56:12 cri

    अनिलः आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडेय का नमस्कार।

    ललिताः सभी श्रोताओं को ललिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः सबसे पहले सभी श्रोताओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। उम्मीद करते हैं कि आजाद भारत में सभी लोग खुश रहेंगे। दोस्तो, आज के प्रोग्राम में भी हम हमेशा की तरह श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके साथ ही व्हट्सएप के जरिए हम तक जानकारी पहुंचाने वाले श्रोताओं के पत्र भी शामिल किए जाएंगे। तो लीजिए प्रोग्राम का आगाज करते हैं। पहला पत्र हमें आया है भिंड मध्य प्रदेश से अनामदर्शी मसीह का। लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में गौ पालन से गरीबी उन्मूलन बिषय पर अच्छी जानकारी दी गई। चीन-भारत आवाज में शांगहाई में कार्यरत महेंद्र भंडारी (योग शिक्षक) से की गई बातचीत भी अच्छी लगी। योग वास्तव में सबके लिए आवश्यक है। अंत में कार्यक्रम आर्थिक जगत सुना, इसमें कुछ आर्थिक समाचारों के बाद चीन में वैट दरों की कटौती और विकास की नीति पर भी जानकारी हासिल हुई।

    ललिताः मसीह जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम नमस्कार चाइना में एक चाइनीज सांग के बाद अली बाबा ग्रुप द्वारा डिज़िटल रेशम मार्ग स्थापित करने और चीन के हाई स्कूल और उच्च शिक्षा की दाखिला परीक्षा पर जानकारी बेहद अच्छी लगी। इसके बाद चीन की सुर्खियों में दी गई जानकारी अच्छी लगी।

    अगले कार्यक्रम चीनी कहानी में लीला भट्ट द्वारा प्रस्तुत नीतिकथाएं बहुत पसंद आयी।

    अनिलः मसीह लिखते हैं कि कार्यक्रम विश्व का आइना में तीनों रिपोर्ट सुनी, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की जारी रिपोर्ट पर आर्थिक समीक्षा और चीन के शनचन में 19वें वनस्पति सम्मेलन पर रिपोर्ट अच्छी लगी। इसके बाद आपका विशेष कार्यक्रम आपका पत्र मिला सुना, इसमें शंकर प्रसाद शंभू, अनिल द्विवेदी, सुरेश अग्रवाल के साथ ही मेरे पत्रों को भी शामिल किया गया। उत्तम प्रस्तुति हेतु अनिल पांडेय और ललिता जी को हार्दिक धन्यवाद।

    जबकि कार्यक्रम बाल महिला स्पेशल में विश्वविद्यालय के छात्रों के लिये चीनी भाषा प्रतियोगिता के बारे में जानकारी अच्छी लगी। इसके बाद कार्यक्रम टी टाइम में जयशंकर जी के साथ बातचीत के मुख्य अंश सुने। सभी जानकारियां सुनी, जिसमें विशेष रूप से इटली में 101 वर्ष की महिला के माँ बनने पर, गूगल के नए स्मार्ट फ़ोन पर और भारत सरकार द्वारा पैन कार्ड ब्लॉक किये जाने पर भी महती जानकारी हासिल हुई। इसके बाद कुछ बॉलीबुड और खेल की खबरें सुनी। स्वास्थ्य संबंधी जानकारी में नंगे पैर रेत और हरी घास पर चलना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा है। इसके साथ ही प्रोग्राम में पेश जोक्स भी हमें अच्छे लगे।

    ललिताः मसीह जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम आपकी पसंद में सभी गाने सुने। इसमें विशेष रूप से तेरी मेहरबानियां और रोते-रोते हंसना सीखो, ये गीत बेहद पसंद आये। जानकारी में कोलकाता में लोगों ने एक तालाब का नवीकरण कराया और मछली पालन से लोगों को रोजगार मिला, यह जानकारी प्रेरणादायक लगी। दूसरी जानकारी में न्यूयार्क में बिजली पैदा करने वाले कपड़ों के बारे में जनकारी रोचक लगी। मैं आपके कार्यक्रमों को प्रतिदिन सुन रहा हूँ, उत्तम कार्यक्रम के लिए आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद।

    अनामदर्शी मसीह जी, हमें टिप्पणी भेजने के लिए आपका भी बहुत धन्यवाद।

    अनिलः लीजिए दोस्तों पेश है कार्यक्रम का अगला पत्र, जिसे भेजा है सैदापुर अमेठी, उत्तर प्रदेश से अनिल द्विवेदी ने। लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में सुनवाया गया कि चीन के नाननिंग गांव में पशुपालन में गाय पालने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। यहां मकई मुख्य फसल है और इसके भूसे का सदुपयोग होने लगा है। जबकि यही भूसा पूर्व में जला दिया जाता था। बीफ व्यापार के बारे में बताया गया। भारत में गाय की उपयोगिता के कारण पूज्यनीय कहा गया है। गौ पालन के व्यापार और उसके लाभ ने लोगों की गरीबी दूर कर जरूरतें पूरी करने लायक जिंदगी बना दी है। इसके साथ ही गोबर की खाद भी बेचकर कमाई होती है। गौ पालन से गरीबी उन्मूलन का कार्यक्रम भी आगे बढ़ रहा है।

    चीन भारत आवाज़ प्रोग्राम में योग के बारे वार्तालाप सुनी। चीन में योग की ख्याति बहुत बढ़ चुकी है। योग भारत और अन्य स्थानों पर पहले योगी संयासियों की विधा मानी जाती थी। लेकिन इससे आज आम लोग जुड़ रहे हैं। हजारों योग गुरु चीन में तैयार हुए हैं। 2004 से चीन में योग सिखा रहे महेंद्र भंडारी ने अपने अनुभव को बखूबी जानने समझने की कोशिश की। चीन में भारतीय योग गुरु की मांग अच्छी खासी है। ऋषिकेश भी चीन में योग के लिए मशहूर है, यह जानकर अच्छा लगा।

    वहीं कार्यक्रम आर्थिक जगत में आर्थिक समाचारों में चीन के कर्मचारी, चीन का आर्थिक विकास दर, अफ्रीका में श्रम पूंजी सृजन, बिक्री कर के बदले लागू वैट का लाभ, विक्री कर के बदले 1 मई 2016 में वैट के टैक्स स्तर और इससे लोगों को मिले लाभ के बारे में भी बताया गया।

    ललिताः अनिल जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक नमस्कार चाइना में कही दूर चले जाएं शीर्षक चीनी गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। आज के इस कार्यक्रम में बताया गया कि एक पट्टी एक मार्ग की तर्ज पर अली बाबा कंपनी डिजिटल रेशम मार्ग को बनाना चाहती है। इसके अंतर्गत कई कंपनी का प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। वास्तव में यह महत्वकांक्षी योजना है।

    चीनी शिक्षा सेगमेंट में सुना कि चीन के माध्यमिक शिक्षा में प्रवेश परीक्षा ली जाती है। जून में इनकी प्रवेश परीक्षा होती है।

    अनिलः वहीं विश्व का आईना में विश्व बैंक की जारी रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक समीक्षा सुनने को मिली। इससे विकसित और विकासशील देशों की जिम्मेदारी पर भी प्रकाश डाला गया। वनस्पतियों पर आधारित 109 देशों के प्रतिनिधियों के साथ चीन में सम्मेलन का आयोजन हुआ। प्रति 6 वर्ष में आयोजित होने वाले सम्मेलन की गतिविधियों को उच्च आयाम प्रदान किया गया है। तमिलनाडु में स्थापित 15000 किलो सोने से बने मंदिर की जानकारी मेरे लिए बिल्कुल नई है।

    कार्यक्र आपका पत्र मिलाम में शंकर प्रसाद शम्भू, अनाम दर्शी मसीह, सीआरआई मॉनीटर सुरेश अग्रवाल के साथ हमारे पत्रों को शामिल करने के लिए शुक्रिया। मेरे पत्र को पढ़ने के साथ हिंदी गीत भी पेश किया गया। इसके लिए आप दोनों को हार्दिक धन्यवाद। कार्यक्रम के उत्तरार्ध में सुरेश जी के पत्र के साथ दूसरा हिंदी गीत भी सुनने को मिला।

    अनिल द्विवेदी जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका शुक्रिया।

    ललिताः अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है केसिंगा ओड़िशा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि साप्ताहिक "अतुल्य चीन" में चीन के नाननिंग गाँव में गोपालन के ज़रिये ग़रीबी उन्मूलन पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी। पता चला कि पहले उस गाँव में मकई के पुआल अथवा भूसे की कोई क़ीमत नहीं होती थी, परन्तु गोपालन व्यवसाय में वृध्दि के चलते अब उसे चारे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और वह बेकार की वस्तु नहीं रही। यहाँ भारत में भी गोपालन की परम्परा पुरातन काल से चली आ रही है, जो अब पूरी तरह डेरी उद्योग का रूप ले चुकी है। अन्तर इतना है कि भारत में ज़्यादातर लोग गाय का दूध पीना तो पसन्द करते हैं, परन्तु उसे मारना पाप समझते हैं। इसलिये मैं कार्यक्रम के उस हिस्से को छोड़ कर पूरी प्रस्तुति की प्रशंसा करता हूँ।

    कार्यक्रम "चीन-भारत आवाज़" के अन्तर्गत चीन में रहने वाले योगी-योगा के महेन्द्र भण्डारी से ली गयी भेंट वार्ता सुन कर एक बार फिर यह एहसास हुआ कि चीन में योग के प्रति दीवानगी किस कदर बढ़ती जा रही है।

    साप्ताहिक "आर्थिक जगत" के तहत आर्थिक समाचारों में यह महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी कि जून के अन्त तक चीन में सामाजिक संगठनों की संख्या बढ़ कर सात लाख दस हज़ार से ऊपर जा पहुंची है और जिसमें सुयोग्य व्यक्तियों की और आवश्यकता है। विशेष रिपोर्ट में चीन में गत 1 मई से बिक्री कर के बजाय वैट व्यवस्था लागू कर सरकार द्वारा उद्यमियों को करों में दी गई भारी छूट के सकारात्मक परिणामों पर दी गई जानकारी भी अहम लगी।

    अनिलः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "नमस्कार चाइना" पूरे मनोयोग से सुना, जिसकी शुरुआत 'कहीं दूर चले जायें.... शीर्षक मधुर चीनी गीत से की गयी। विशेष सेगमेण्ट में गत 14 से 15 मई को पेइचिंग में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की अध्यक्षता में सम्पन्न एक पट्टी एक मार्ग अथवा रेशम मार्ग सम्मेलन की उपलब्धियों के बारे में भी बताया गया कि चीन के ई-कॉमर्स अलीबाबा समूह द्वारा एक पट्टी एक मार्ग अथवा रेशम मार्ग को डिज़िटल रेशम मार्ग बनाया जा रहा है। जिसके तहत शुरुआत में चीन के हांगचो और मलेशिया में ई-हब निर्मित किये जा रहे हैं और बाद में मार्ग के अन्य स्थानों पर भी ऐसे ही ई-हब स्थापित किये जाएंगे, ताकि संचार की एक व्यापक वैश्विक व्यवस्था कायम की जा सके। इस ईडब्ल्यूटीपी सेवा के ज़रिये 'वन स्टॉप' लॉजिस्टिक सुविधा भी मुहैया कराना सम्भव होगा।

    कार्यक्रम में आगे 'चीनी शिक्षा' स्तम्भ के तहत चीन में माध्यमिक शिक्षा के बाद उच्च-शिक्षा हेतु होने वाली परीक्षाओं सम्बन्धी विस्तृत जानकारी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी। यह जान कर अच्छा लगा कि उच्च-शिक्षा हेतु आयोजित दाखिला परीक्षा विभिन्न विषयों में एकीकृत परीक्षा के तौर पर करायी जाती है।

    चीन की पांच शीर्ष सुर्ख़ियों में चीन में पहली बार चीन की 56 जातियों का शब्द-ज्ञानकोष प्रकाशित; चीन विश्व का पेपर-मनी वाला पहला देश था और अब पेपर-मनी बन्द करने वाला भी पहला देश बनने वाला है; तिब्बत के निंगचि स्वातत्त प्रिफैक्चर में कृषि-आधारित पर्यटन; पेइचिंग में होने वाले 29वें यूनिवर्सियाड और क्वांगचो में एक साथ जन्में तीन पांडाओं का मनाया गया जन्मदिन, आदि ख़बरें अहम लगीं।

    कार्यक्रम "चीनी कहानी" के अन्तर्गत होस्ट लीला भट्ट द्वारा आज पेश दोनों प्राचीन नीति-कथाएं 'लकड़ी पर रगड़ने से आग पैदा होना' और 'सम्राट याओ और श्युअन की नैतिकता की कहानी' बहुत ही शिक्षाप्रद लगीं।

    ललिताः सुरेश जी लिखते हैं कि साप्ताहिक "विश्व का आइना" भी ध्यानपूर्वक सुना, जिसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा हाल में ज़ारी विश्व आर्थिक ऑटलुक रिपोर्ट, जिसमें विश्व अर्थतंत्र का पुनरुत्थान स्थिर रहने की बात कही गई है, जानकारी महत्वपूर्ण लगी।

    कार्यक्रम में आगे दक्षिणी चीन के शनजन में आयोजित 19वें अंतर्राष्ट्रीय वनस्पति विज्ञान सम्मेलन, जिसे कि वनस्पति विज्ञान जगत का ओलंपिक भी कहा जाता है और कोई 117 साल पुराना है, पर दी गयी जानकारी भी महत्वपूर्ण लगी।

    कार्यक्रम के अन्त में वेल्लोर स्थित स्वर्ण-मन्दिर पर दी गई जानकारी संक्षिप्त, परन्तु महत्वपूर्ण लगी।

    अनिलः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "बाल-महिला स्पेशल" के तहत गत 13 जुलाई को चीन के हूनान प्रान्त के छांगशा शहर में आयोजित सोलहवीं चीनी ब्रिज नामक विश्व यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों की चीनी भाषा प्रतियोगिता, जिसमें 112 देशों के कुल 145 छात्रों द्वारा अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित की गयी, रिपोर्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी।

    कार्यक्रम "टी टाइम" का आगाज़ पत्रकार दल के साथ चीन गये वरिष्ठ पत्रकार जयशंकरजी के साथ की गयी बातचीत के साथ किया जाना महत्वपूर्ण लगा। उनकी बातें बहुत ही व्यावहारिक लगीं, विशेषकर मीडिया द्वारा अपना टीआरपी बढ़ाने के लिए किये जाने वाले प्रोपोगेंडा पर उनके विचार काफी सटीक थे। वहीं चीनी लोगों की सदाशयता पर व्यक्त विचार भी बिलकुल सही जान पड़े, क्यों कि यह अनुभव तो मैं स्वयं भी कर चुका हूँ। उन्होंने डोकलाम विवाद पर भी चीनी लोगों का रुख़ स्पष्ट किया, जो कि भारतीय मीडिया में छायी ख़बरों से बिलकुल भिन्न था। वास्तव में, किसी भी देश की आम जनता कोई युध्द नहीं चाहती, परन्तु देश के नेताओं की सोच जनता से मेल नहीं खाती, जो कि विवाद का मुख्य कारण बनता है। जहाँ तक चीन-भारत के लोगों के बीच एक-दूसरे की जानकारी के अभाव की बात है, तो मैं जयशंकरजी की बात से पूरी तरह सहमत हूँ कि चाइना रेड़ियो इण्टरनेशनल और आकाशवाणी इसमें अहम् रोल निभा सकते हैं।

    कार्यक्रम में आगे जानकारियों के क्रम में इटली की 101 साल की महिला द्वारा अपनी 17वीं संतान के रूप में 9 पौण्ड के स्वस्थ बच्चे को जन्म देना; क़्वालकॉम प्रोसेसर की तीव्रता; गूगल द्वारा अपना सबसे तेज़ पिक्सल-2 स्मार्टफ़ोन बाज़ार में उतारे जाने और भारत में सरकार द्वारा 11.44 लाख पेनकार्ड ब्लॉक कर दिये जाने का समाचार भी महत्वपूर्ण लगा। वहीं खेल और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी अहम लगी।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" के तहत दक्षिणी चीन के युन्नान प्रान्त स्थित तीछींग तिब्बत्ती स्वायत्त प्रिफैक्चर के शांग्री-ला नगर में हो रहे जातीय शैली पर्यटन विकास पर जानकारी प्रदान की गयी। वैसे भी शांग्री-ला अपनी अनोखी और रहस्यमयी तिब्बती संस्कृति से विश्वभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करता रहा है।

    वहीं "आपकी पसन्द" प्रोग्राम में हर बार की तरह आज भी लाज़वाब रहा। श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्मों के छह गानों के साथ दी गयी तमाम जानकारी अहम लगी।

    साप्ताहिक "सन्डे की मस्ती" की शुरुआत आज 'चाहता हूँ खुशहाली' शीर्षक चीनी गीत से की गयी। विश्व की संवेदनशील कहानी में पेश भारतीय कहानी 'एक लड़की तमार्ग की' सुनी, जो कि पूरी तरह काल्पनिक लगी, क्यों कि वास्तविक जीवन में इतना क़रीब आकर किसी को प्यार न हो, यह सम्भव नहीं। अज़ीबोग़रीब और चटपटी बातों के क्रम में 21 अगस्त को होने वाले पूर्ण सूर्यग्रहण की ख़ास बातों का ज़िक्र किया जाना ज्ञानवर्द्धक लगा। जबकि मनोरंजन खण्ड में इस शुक्रवार रिलीज़ हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान पर बनी फ़िल्म 'टॉयलेट एक प्रेमकथा' की चर्चा के साथ उसका प्रोमो सुनवाया जाना रुचिकर लगा। कार्यक्रम में आज पेश तीनों ज़ोक्स भी गुदगुदाने में कामयाब रहे। धन्यवाद् फिर एक लज़ीज़ प्रस्तुति के लिये।

    सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।

    अनिलः दोस्तों अब पेश है व्हट्सएप के जरिए हम तक जानकारी पहुंचाने वाले श्रोताओं के पत्र। पहला पत्र आया है धीरज कुमार का। जो कि एक जोक है

    संता : कौन दरवाजा खटखटा रहा हैं ?

    पुलिस : हम पुलिस वाले हैं, दरवाजा खोलो !

    संता – क्यूँ खोलू ?

    पुलिस – कुछ बात करनी हैं ।

    संता : तुम कितने लोग हो !

    पुलिस : हम तीन हैं ।

    संता : तो सालों आपस में बात कर लो, मेरे पास टाइम नहीं है ।

    धीरज कुमार जी, आपका धन्यवाद।

    लीजिए दोस्तों, अब पेश है दूसरा पत्र, जो कि हमें भेजा है छपरा बिहार के मार्क्स एण्ड माओ श्रोता क्लब के अजय कुमार सिंह ने। उन्होंने एक कविता भेजी है, शीर्षक है एशिया में एक पट्टी एक मार्ग।

    एक पट्टी एक मार्ग "वसुधैव कुटुम्बकम",

    एक ही नारा है, जिनफिंग का प्यारा है।

    मेहनत से वैभव, वैभव से व्यापार,

    नई-नई खोजे, नया-नया विचार,

    जनगण की एकता, एशिया की पुकार।

    उलझने खत्म करो, सीमा-विवाद बन्द करो,

    आना-जाना तेज करो, भाईचारा शुरू करो,

    मेरा-तेरा खत्म करो, एशिया को एक करो।

    अगला-पिछड़ा बन्द करो, साथ-साथ दौड़ना सीखो,

    सूर्योदय होनेवाला, नया सवेरा आनेवाला,

    विष-विषधर जाने वाला,

    युद्ध प्रेमी हथियार बेचते, हमें शांति चाहिये,

    हम भारतीयों को दोस्ती चाहिये,

    नई खुशहाली चाहिये।

    बुद्धदेव की धरती यह, अपनो को खोज लिया है,

    भाईचारा का बुद्धमार्ग, हमने पकड़ लिया है।

    उत्पादन और वैभव का ढ़ेर लगायेंगे,

    आने वाले दिनों में हम एशियावासी एक होजायेंगे।

    अजय कुमार जी, आपने बेहतरीन कविता भेजी है। इसके लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया।

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडेय और ललिता को दीजिए इजाजत, नमस्कार।

    ललिताः बाय-बाय।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040