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    आप की पसंद 170805
    2017-08-11 09:54:55 cri

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है अनामदर्शी मसीह और इनके साथियों ने बुद्धा रेडियो श्रोता संघ, अम्बेडकर कॉलोनी, पोस्ट उमरी, ज़िला भिंड, मध्यप्रदेश से आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म आया सावन झूम के (1969) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने, गीत के बोल हैं ----

    ,सांग नंबर 1. आया सावन झूम के....

    पंकज - जल्द ही बच्चे पैदा करने के लिए सेक्स करने की जरूरत नहीं होगी

    स्टैन्फर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रफेसर हैंक ग्रीली की मानें तो अगले 30 सालों में बच्चे पैदा करने के लिए लोगों को सेक्स करने की जरूरत नहीं होगी। हैंक, स्टैन्फर्ड लॉ स्कूल के सेंटर फॉर लॉ ऐंड द बायोसाइंसेज के डायरेक्टर हैं। हैंक की मानें तो अगले 3 दशक में प्रजनन प्रक्रिया बदल जाएगी और पैंरट्स के पास ऑप्शन होगा कि वे अपने डीएनए से लैब में तैयार किए गए अलग-अलग तरह के भ्रूण में से अपनी पसंद का कोई भी भ्रूण चुन सकते हैं।हालांकि इस तरह की प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है लेकिन हैंक की मानें तो आने वाले समय में यह प्रक्रिया बेहद सस्ती हो जाएगी और कपल्स किसी भी तरह की बीमारी से बचने के लिए इस प्रक्रिया को अपनाना शुरू कर देंगे। इस प्रोसेस में फीमेल स्किन का सैंपल लेकर पहले तो स्टेम सेल बनाया जाता है और फिर इसका इस्तेमाल अंडे को बनाने में होता है। इसके बाद इन अंडों को स्पर्म सेल्स से फर्टिलाइज करवाकर भ्रूण तैयार होता है।

    अंजली – श्रोता दोस्तों हमारे कार्यक्रम में अगला पत्र लिख भेजा है अनिल द्विवेदी, मधु, उत्कर्ष, उत्सव, प्रियांशु, शीतांशु और इनके परिजनों ने आप सभी ने हमें पत्र लिखा है सैलापुर, अमेठी, उत्तर प्रदेश से और आपने सुनना चाहा है फिल्म जीवन मृत्यु (1970) का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी ने गीतकार हैं आनंद बख्शी संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. झिलमिल सितारों का आंगन होगा ....

    पंकज - भ्रूण की छानबीन के दौरान किसी भी तरह की संभावित बीमारी का भी ध्यान रखा जाएगा। स्टैन्फर्ड के प्रफेसर की मानें तो इस प्रक्रिया के दौरान पैरंट्स के पास यह ऑप्शन भी होगा कि वे अपने आने वाले बच्चे के आंखों का और बालों का रंग तक चुन सकेंगे।

    प्रफेसर हैंक कहते हैं, 'इस प्रक्रिया की सबसे मुश्किल बात यह होगी कि इसकी वजह से सबसे ज्यादा डिवॉर्स होंगे क्योंकि पत्नी को भ्रूण नंबर 15 चाहिए होगा और पति को भ्रूण नंबर 64। मुझे लगता है इस मामले में फैसला लेना दोनों पार्टनर के लिए काफी मुश्किल होगा। आप कैसे तय करेंगे जब किसी भ्रूण में किसी एक बीमारी की आशंका कम और किसी दूसरी बीमारी की आशंका ज्यादा होगी लेकिन उसे संगीत में महारथ हासिल होगी। इसलिए पैरंट्स के लिए गुड लक।

    अंजली – कार्यक्रम में हमारे अगले श्रोता हैं ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी र इनके साथी, आप सभी ने सुनना चाहा है ये रात फिर ना आएगी (1966) का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले ने गीतकार हैं एस एच बिहारी और संगीत दिया है ओम प्रकाश नैय्यर ने यानी ओ पी नैय्यर ने, और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 3. यही वो जगह है यही वो फ़िज़ाएं ....

    पंकज - 'प्रजनन के लिए सेक्स, यूएस में हैंक की यह स्टडी आर्काइव्स ऑफ सेक्शुअल बिहेवियर में इसी साल मार्च में पब्लिश हुई थी जिसमें पाया गया कि इंटरकोर्स की फ्रीक्वेंसी में अभी से कमी आ गयी है। इस स्टडी के मुताबिक यूएस में साल 1990 में शादीशुदा लोग एक साल में 73 बार सेक्स करते थे जबकि 2014 में एक साल में सेक्स करने की संख्या घटकर 55 हो गई है। तो वहीं सिंगल लोग एक साल में 59 बार सेक्स करते हैं।

    अंजली – और इसी के साथ मैं उठाने जा रही हूं हमारे अगले श्रोता का पत्र जिसे हमें लिख भेजा है चंदा चौक अंधराठाढ़ी, जिला मधुबनी बिहार से भाई शोभीकांत झा सज्जन, मुखियाजी हेमलता सज्जन और इनके साथियों ने इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है मेन रोड मधेपुर, मधुबनी से प्रमोद कुमार सुमन, रेनू सुमन और इनके परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है चित्रलेखा (1964) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं साहिर लुधियानवी और संगीत दिया है रौशन ने, गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 4. संसार से भागे फिरते हो .....

    पंकज - शहर को हरा-भरा बनाने में जुटीं हैं ग्रीन लेडीज़

    दुनियाभर में पर्यावरण को बचाने के लिए कई मुहिम चलाई जा रही हैं। गाजियाबाद में भी ऐसी कई महिलाएं हैं जो शहर को हरा-भरा बनाने में अपना योगदान दे रही हैं। साथ ही वे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रही हैं। इन महिलाओं में ग्रीन लेडी के नाम से मशहूर राज शर्मा और संध्या त्यागी सबसे आगे हैं।

    50 साल में लगा चुकीं हैं 5 लाख से ज्यादा पौधे

    गाजियाबाद के राजेंद्र नगर में रहने वाली राज शर्मा पिछले 50 साल से पर्यावरण के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वह अब तक गाजियाबाद ही नहीं राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों में पौधे लगा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि 50 साल में वह करीब 5 लाख से भी ज्यादा पौधे लगा चुकी हैं।

    अंजली – कार्यक्रम में हमारे अगले श्रोता हैं मंदार श्रोता संघ बांका बिहार से कुमोद नारायण सिंह, बाबू, गीतांजली, सनातन, अभय प्रताप गोलू, कृष भूटानी और इनके मित्रों ने, आप सभी ने सुनना चाहा है जजंतरम ममंतरम (2003) फिल्म का गाना जिसे गाया है हंसिका ऐय्यर और साथियों ने गीतकार हैं नितिन रायकवार और संगीत दिया है सौमित्र रानाडे ने गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 5. रंबम रंब बम धीरे डालो रे कदम ....

    पंकज - वह हर रोज अपने घर के आसपास के पार्कों में पौधे लगाती हैं। राज ने बताया कि उन्हें 2007 में पर्यावरणविद् के रूप में नैशनल अवॉर्ड मिल चुका है। इसके अलावा स्टूडेंट लाइफ में भी उन्हें पर्यावरण के लिए काम करने पर एनएसएस की तरफ से 1974 में गोल्ड मेडल मिला था। उन्हें कई बड़े संस्थानों की तरफ से ग्रीन लेडी ऑफ गाजियाबाद का सम्मान भी दिया जा चुका है।

    1974 में एनएसएस की तरफ से मिला था गोल्ड मेडल ताकि हरा भरा दिखे शहर

    न्यू आर्य की रहने वाली संध्या त्यागी ने अब तक 70 हजार से ज्यादा पौधे लगाने के साथ-साथ 13 पार्कों को भी संवारा है। वह इन पार्कों का लगातार ध्यान भी रख रही हैं। वह लोगों को भी प्रेरित करती हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आएं और पौधे लगाएं। वह चाहती हैं कि पूरा गाजियाबाद हरा-भरा नजर आए।

    अंजली - हमारे अगले श्रोता हैं मालवा रेडियो श्रोता संघ, प्रमिलागंज, आलोट से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, अतुल और इनके मित्र, आप सभी ने सुनना चाहा है पिंजर (2003) फिल्म का गाना जिसे गाया है जसपिंदर नरूला और प्रीति उत्तम ने गीतकार हैं गुलज़ार और संगीत दिया है उत्तम सिंह ने गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 6. मार उडारी .....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

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