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    टी टाइम 170608
    2017-06-06 17:22:14 cri

    टी -टाइम

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं,आपका मनोरंजन करने। जी हांआपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए प्रोग्राम की शुरुआत करने से पहले आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं। दोस्तो, हमने हाल ही में सीआरआई हिंदी का व्हट्सएप्प ग्रुप बनाया है। अब तक इस ग्रुप में कई सदस्य जुड़ चुके हैं। आशा करते हैं कि आने वाले दिनों और अधिक श्रोता व्हट्सएप्प ग्रुप के जरिए सीआरआई के साथ जुड़ सकेंगे। इसके साथ ही आप टी-टाइम प्रोग्राम के लिए भी जानकारी, चुटुकुले या रोचक किस्से या कहानी भी व्हट्सएप्प के माध्यम से हमें भेज सकते हैं। हम इन्हें अपने प्रोग्राम में शामिल करेंगे।

    हमारा वहट्सएप्प नंबर है, 0086-18310693182

    नंबर एक बार फिर नोट कर लें--0086-18310693182

    धन्यवाद।

    अब शुरू करते हैं जानकारी देने का सिलसिला। साइंस का कमाल देखिए। अब तो मर्द यानी आदमी भी बच्चे को जन्म दे सकता है। जी हां ऐसा संभव है। एक आदमी पिता बन गया है। यह एक ट्रांसजेंडर आदमी है। दुनिया का यह पहला प्रेग्नेंट मर्द अब तीन बच्चों का पिता बन चुका है।

    दरअसल दुनिया के पहले प्रेग्नेंट आदमी का खिताब अपने नाम करने वाले थॉमस बैटी का जन्म एक महिला के रूप में ही हुआ था लेकिन बाद में उन्होंने अपना लिंग चेंज करवा लिया।

    2008 में थॉमस बैटी दुनिया के सबसे पहले प्रेग्नेंट आदमी बने थे। इसके जरिए उन्होंने यह साबित कर दिया था कि ट्रांसजेंडर आदमी, जिसके पास महिला प्रजनन अंग हैं, एक बच्चे को आसानी से जन्म दे सकता है।

    इस लिंग परिवर्तन में हार्मोन टेस्‍टोस्‍टेरॉन का भी इस्‍तेमाल किया जाता है, जिससे कि महिलाओं की आवाज पुरुषों की तरह भारी हो जाती है। इतना ही नहीं इससे महिला के उन अंगों पर बाल उग जाते हैं जहां पुरुषों के अंगों पर बाल होते हैं। इस टेस्‍टोस्‍टेरॉन हार्मोन की मदद से प्रजनन तंत्र में भी बदलाव हो जाता है।

    नीलमः अब वक्त हो गया है दूसरी जानकारी का। जो कि आप सभी को चेतावनी देगी और सावधान भी करेगी।

    स्पेन के रहने वाले 31 वर्षीय आदमी की टैटू बनवा कर तैरने जाने से मौत हो गई।

    उस व्यक्ति को टैटू आर्टिस्ट ने कहा था 2 हफ्तों तक पानी से दूर रहिएगा, लेकिन उसने बात नहीं मानी। डॉक्टरों का कहना है की घाव ताज़े थे और संक्रमण से मांस के टुकड़े शरीर से अलग होने लगे, जो मौत का कारण बना।

    तैराकी से लौटने के अगले दिन ही उसे तेज़ बुखार, कप-कपाहट और टैटू के आस पास लाल धब्बे हो गए थे और हालत अगले दो दिन में और बिगड़ गई, जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। डॉक्टरों की चिंता और बढ़ गई जब लाल धब्बे धीरे धीरे बैंगनी होने लगे।

    डॉक्टरों के तुरंत पहचान लिया की उसे विब्रियो वुलनिफिकस नाम की बीमारी है क्योकिं वह पहले ही सिर्रोसिस नाम की बीमारी का मरीज़ रह चुका था जिसके कारण उसे रोज़ 6 बियर पीने की आदत थी।

    विशेषज्ञों के मुताबिक़ उनके कमजोर लिवर के कारण इस प्रकार के इन्फेक्शन का खतरा काफी ज़्यादा था। माना जाता है कि लिवर से जुडी बीमारियों से पीड़ित लोगो में न्युट्रोफिल की कमी होती है जो शरीर को इस प्रकार के बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति देता है।

    हॉस्पिटल में भर्ती होने के 2 महीने बाद ही उसकी मौत हो गई थी।

    अनिलः दोस्तो, अब लौटते इंडिया। अब आपको बताते हैं इंडिया की पहली महिला प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी के बारे में। इंदिरा को अपने ननिहाल जयपुर की बगरू प्रिंट की साड़ी खूब पसंद थी। जयपुर या राजस्थान यात्रा के दौरान वे हमेशा बगरूप्रिंट की साड़ी पहने रहतीं। वरिष्ठ पत्रकार व बगरू के सरंपच रहे सीताराम झालानी के मुताबिक 29 दिसम्बर,1979 को उन्होंने यहां एक सभा में पहुंची इंदिरा को बगरू प्रिंट की साड़ी भेंट की थी।

    प्रधानमंत्री बनने के बाद भी जयपुर यात्रा के दौरान वे बगरू प्रिंट की साड़ी पहनकर आई। इंदिरा का अपने ननिहाल चौड़ा रास्ता के अटल खानदान व मौसी स्वरूप रानी काटजू से सम्पर्क बना रहा। ऐसे में इंदिरा का जयपुर के साथ ही राजस्थान की धरती से विशेष लगाव रहा। इंदिरा का बचपन भी चौड़ा रास्ता स्थित अपने ननिहाल अटल हवेली में बीता। वे रेलवे स्टेशन के पास अटल वन और सी-स्कीम में अपनी मौसीजी स्वरूप रानी काटजू के पास भी रहीं। अटल वन की हवेली के अजय कुुमार अटल ने बताया कि नेहरुजी और कमलाजी के अलावा इंदिरा व राजीव गांधी ने भी उनके परिवार से अपना रिश्ता बनाए रखा।

    नीलमः वर्ष 1981 की बाढ़ में सारा जयपुर तबाह हो गया तब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बाढ़ प्रभावित जयपुर का हवाई सर्वेक्षण किया और राहत कार्यो के पेटे पहली किस्त के रूप में 10 करोड़ रुपए की सहायता भेजी। बाढग़्र्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद वह सी-स्कीम में अपने मौसा काटजू व ननिहाल वालों से मिलने के बाद वापस दिल्ली लौटी। इमरजेंसी के दौरान सन् 1976 में आठवीं शताब्दी के जयगढ़ किले में बने टांके में दफन खजाने को निकालने के मामले में इंदिरा गांधी जयपुर में खासी चर्चित रहीं।

    उन दिनों खजाने को लेकर शहर में रोजाना अफवाहों का बाजार गरम रहता। करीब छह माह तक खजाने की खुदाई का काम चला और जयपुर-दिल्ली मार्ग भी बंद रहा। इंदिरा गांधी के शासन में जयगढ़ से खजाना निकला या नहीं, यह बात आज तक रहस्यमय बनी हुई है।

    अनिलः अब सचिन तेंदुलकर के बारे में जानकारी का अंतिम भाग। दोस्तो, जब सचिन महज 9 साल के थे, उन्होंने फ्रेंड्स के साथ बाहर चाइनीड फूड खाने का प्लान बनाया। सभी ने 10-10 रुपए चंदा किया। होटल में स्टारटर के तौर पर सूप और चिकन ऑर्डर किया गया। यहां सचिन सबसे लास्ट में बैठे थे और उनतक सूप पहुंचते-पहुंचते खत्म हो चुका था। ग्रुप के बड़े लड़कों ने फ्राइड राइस और चाऊमीन के साथ भी ऐसा ही किया। सचिन को मुश्किल से ये दोनों चीजें 2 चम्मच ही खाने को मिली थीं और वो भूखे ही घर लौट आए थे।

    वैसे सचिन की कप्तानी पारी ज्यादा अच्छी नहीं रही। लेकिन उन्होंने जिन खिलाड़ियों को कप्तान बनवाया या सपोर्ट किया उनके बारे में भी अपनी आत्मकथा में लिखा है। उन्होंने खुद कप्तानी छोड़ कर सौरव गांगुली को कप्तान बनाया। यहां तक कि धोनी को भी टी 20 कैप्टन बनाने की सिफारिश सचिन ने ही की थी। सचिन कहते हैं मैंने कप्तानी छोड़ने के बाद जितने भी लोगों की सिफारिश की या जिनके नेतृत्व में खेला – सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले या एमएस धोनी-उनके साथ मेरा संबंध अच्छा था और जब मुझे जरूरी लगता था, तो मैं उन्हें अपनी राय देता और फिर अंतिम निर्णय उन पर छोड़ देता था।

    सचिन ने पहली बार चिकन तंदूरी खायी।तब वह सिर्फ 10 साल के थे। तब वो सबसे बड़े भाई नितिन के साथ एक फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। फ्लाइट लेट होने पर उन्होंने डिनर किया। इसके बाद चिकन तंदूरी सचिन की फेवरेट डिश बन गयी।

    बताते हैं कि सचिन के सभी दोस्तों के पास साइकिल थी। उन्होंने भी पेरेंट्स से इसके लिए जिद की और कहा कि जब तक उनकी नई साइकिल नहीं आएगी वो नीचे खेलने नहीं जाएंगे। करीब 1 हफ्ते तक सचिन गुस्से में घर पर ही बंद रहे और बालकनी (ग्रिल लगी हुई) से नीचे झांकते थे। एक बार सचिन ने ग्रिल में सिर फंसा लिया था। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद वो निकल सके थे। इस घटना से घबराए उनके पिता ने तुरंत साइकिल ला दी थी।

    वहीं जब 12 साल के सचिन शिवाजी पार्क में एक मैच खेल रहे थे। वो टीम के कप्तान थे। टीम का विकेटकीपर चोटिल हो गया तो उन्होंने बाकी प्लेयर्स से विकेटकीपिंग करने के लिए पूछा। जब कोई तैयार नहीं हुआ तो सचिन खुद ही ग्लव्स पहनकर तैयार हो गए। उन्होंने पहले कभी ये नहीं किया था। वो काफी मुश्किल में थे, तभी एक बॉल तेजी से उनकी आंख के पास लगती हुई गुजरी। सचिन के चेहरे से खून बहने लगा। वो इस स्थिति में बस से घर नहीं जाना चाहते थे। उन्होंने दोस्तों से लिफ्ट मांगी, लेकिन किसी ने हेल्प नहीं की। तब किटबैग लिए और खून बहने की स्थिति में ही सचिन पैदल घर के लिए चल दिए थे।

    अनिलः अब टाइम हो गया है श्रोताओं द्वारा व्हट्सएप पर भेजी गई जानकारी का।

    लीजिए शामिल करते हैं कि जमशेदपुर से एस.बी.शर्मा द्वारा शेयर की गयी पेड़ों के बारे में जानकारी।

    ♡. पेड़ धरती पर सबसे पुरानें living organism हैं, और ये कभी भी ज्यादा उम्र की वजह से नही मरते.

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    ♡. हर साल 5 अऱब पेड़ लगाए जा रहे है लेकिन हर साल 10 अऱब पेड़ काटे भी जा रहे हैं.

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    ♡. एक पेड़ दिन में इतनी ऑक्सीजन देता है कि 4 आदमी जिंदा रह सकें.

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    ♡.देशों की बात करें, तो दुनिया में सबसे ज्यादा पेड़ रूस में है उसके बाद कनाडा में उसके बाद ब्राज़ील में फिर अमेरिका में और उसके बाद भारत में केवल 35 अऱब पेड़ बचे हैं.

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    ♡.दुनिया की बात करें, तो 1 इंसान के लिए 422 पेड़ बचे है. लेकिन अगर भारत की बात करें,तो 1 हिंदुस्तानी के लिए सिर्फ 28 पेड़ बचे हैं.

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    ♡. पेड़ो की कतार धूल-मिट्टी के स्तर को 75% तक कम कर देती है. और 50% तक शोर को कम करती हैं.

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    ♡. एक पेड़ इतनी ठंड पैदा करता है जितनी 1 A.C 10 कमरों में 20 घंटो तक चलने पर करता है. जो इलाका पेड़ो से घिरा होता है वह दूसरे इलाकों की तुलना में 9 डिग्री ठंडा रहता हैं.

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    ♡. पेड़ अपनी 10% खुराक मिट्टी से और 90% खुराक हवा से लेते है. एक पेड़ में एक साल में2,000 लीटरपानीधरती से चूस लेता हैं.

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    ♡. एक एकड़ में लगे हुए पेड़ 1 साल में इतनीCo2सोख लेते है जितनीएक कार 41,000 km चलने परछोड़ती हैं.

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    ♡. दुनिया की 20% oxygen अमेजन के जंगलो द्वारा पैदा की जाती हैं. ये जंगल 8 करोड़ 15लाख एकड़ में फैले हुए हैं.

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    ♡. इंसानो की तरह पेड़ो को भी कैंसर होती है.कैंसर होने के बाद पेड़ कम ऑक्सीजन देने लगते हैं.

    .♡. पेड़ की जड़े बहुत नीचे तक जा सकती है. दक्षिण अफ्रिका में एक अंजीर के पेड़ की जड़े 400 फीट नीचे तक पाई गई थी.

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    ♡. दुनिया का सबसे पुराना पेड़स्वीडन के डलारना प्रांतमें है.टीजिक्कोनाम का यह पेड़ 9,550 साल पुराना है. इसकी लंबाई करीब 13 फीट हैं.

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    ♡.किसी एक पेड़ का नाम लेना मुश्किल है लेकिन तुलसी, पीपल, नीम और बरगद दूसरों के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन पैदा करते हैं.

    🙏इस बरसात में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगायें🙏

    एस.बी.शर्मा जी, जानकारी हमारे साथ शेयर करने के लिए आपका शुक्रिया।

    नीलमः अब समय हो गया है श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने का।

    पहला पत्र हमें आया है, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू और उनके दोस्तों का। दोस्तों के नाम हैं, महावीर मुखिया, अजय कुमार मुखिया, अमित कुमार, अर्चना आलोक, अजित कुमारआलोक, अल्पना अलोक, कल्पना अलोक, अर्पणा अलोक, शिव शंकर मंडल, मेराज आलम, विश्वनाथ मुखिया,अनिल कुमार, दीपक कुमार साहू और नरेश कुमार गुप्ता।

    लिखते हैं किआपने सबसे पहले सीआरआई के व्हट्सएप नंबर और ग्रुप के बारे में बताया। लेकिन खेद की बात है कि अभी मेरे पास फोन नहीं है ! इसके साथ ही आपने भारत में नोटबंदी के बाद नए नोट लाने के संबंध में जानकारी दी।

    वहीं बताया गया कि बहुत जल्द तंबाकू के पौधे से बनने वाले बायोडीजल से कमर्शियल विमान चलेगा। साउथ अफ्रीकन एयरवेज पिछले साल जुलाई में एक टेस्ट फ्लाइट ले भी चुका है। उसने टोबैको बायोडीजल से उडऩे वाले जहाज में तीन सौ यात्रियों को बिठाकर जोहांसबर्ग से केपटाउन के बीच १२८० किलोमीटर की यात्रा कराई।

    जबकि फिल्म 'दंगल' ने न केवल भारतीय दर्शकों बल्कि सरहद पार चीनी नागरिकों को भी आमिर खान ने अपना प्रशंसक बना दिया है। चीन में रिलीज हुई इस फिल्म ने शानदार सफलता हासिल करते हुए देश में सबसे अधिक कमाई करने वाली गैर-हॉलीवुड फिल्म बनने का इतिहास रचा है। वाकई में यह हमारे लिए बड़ी गर्व की बात है।

    इसके साथ ही कार्यक्रम में आपने बताया कि भारत में मोबाइल फोन्स की आसमान छूती कीमतों के चलते बहुत से लोगों को मायूसी झेलनी पड़ती है। हालांकि आने वाले कुछ सालों में मोबाइल फोन्स की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसके पीछे सरकार का मेक इन इंडिया प्रोग्राम है, जिसे बढ़ावा देने के लिए मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम को नोटिफार्इ कर दिया गया है। इस प्रोग्राम के तहत भारत में अगले तीन सालों में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कर्इ प्रयास किए जाएंगे। इनमें टैक्स की छूट देने से लेकर और भी तरह के इंसेंटिव होंगे।

    इसके साथ ही प्रोग्राम में पेश अन्य जानकारियां और जोक्स भी शानदार लगे।

    धन्यवाद एक शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए।

    अनिलः अब लीजिए पेश है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का पत्र। लिखते हैं कि भारत में नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा नित्य नये नियम लागू किये जाने तथा एक रुपये का नया नोट पुनः चलन में लाये जाने सम्बन्धी समाचार के अलावा अफ़्रीक़ा में विमान ईंधन के तौर पर बायोडीज़ल का उपयोग; फ़िल्म 'दंगल' के ज़रिये आमिर ख़ान ने भारत के अलावा चीन में भी हासिल की अभूतपूर्व लोकप्रियता तथा तोड़े कमाई के तमाम रिकॉर्ड और भारत में मोबाइल फ़ोन की क़ीमतें हो सकती हैं सस्ती, आदि जानकारियां काफी सूचनाप्रद लगीं। इसके अलावा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर दी गयी विशेष जानकारी तथा ख़ूबसूरत दिखने हेतु अमेरिकी मॉडल द्वारा बार-बार प्लास्टिक सर्ज़री कराये जाने का समाचार भी अनूठा लगा। जब कि खेल की ख़बरों में भवानी देवी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय तलवारबाज़ी स्पर्द्धा में स्वर्ण -पदक हासिल कर भारत का नाम रौशन करना हम सभी के लिये हर्ष का विषय है। कार्यक्रम में आगे श्रोताओं की प्रतिक्रियाओं के बाद श्रोता भाई एस.बी.शर्मा तथा सैय्यद अली द्वारा प्रेषित जानकारियों का समाहित किया जाना भी एक अच्छी शुरुआत कही जायेगी। और हाँ, कार्यक्रम में पेश तीनों ज़ोक्स भी गुदगुदाने में सफल रहे। धन्यवाद् फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    सुरेश जी टिप्पणी हम तक पहुंचाने के लिए आपका शुक्रिया।

    अब लीजिए पेश है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का पत्र। लिखते हैं कि भारत में नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा नित्य नये नियम लागू किये जाने तथा एक रुपये का नया नोट पुनः चलन में लाये जाने सम्बन्धी समाचार के अलावा अफ़्रीक़ा में विमान ईंधन के तौर पर बायोडीज़ल का उपयोग; फ़िल्म 'दंगल' के ज़रिये आमिर ख़ान ने भारत के अलावा चीन में भी हासिल की अभूतपूर्व लोकप्रियता तथा तोड़े कमाई के तमाम रिकॉर्ड और भारत में मोबाइल फ़ोन की क़ीमतें हो सकती हैं सस्ती, आदि जानकारियां काफी सूचनाप्रद लगीं। इसके अलावा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर दी गयी विशेष जानकारी तथा ख़ूबसूरत दिखने हेतु अमेरिकी मॉडल द्वारा बार-बार प्लास्टिक सर्ज़री कराये जाने का समाचार भी अनूठा लगा। जब कि खेल की ख़बरों में भवानी देवी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय तलवारबाज़ी स्पर्द्धा में स्वर्ण -पदक हासिल कर भारत का नाम रौशन करना हम सभी के लिये हर्ष का विषय है। कार्यक्रम में आगे श्रोताओं की प्रतिक्रियाओं के बाद श्रोता भाई एस.बी.शर्मा तथा सैय्यद अली द्वारा प्रेषित जानकारियों का समाहित किया जाना भी एक अच्छी शुरुआत कही जायेगी। और हाँ, कार्यक्रम में पेश तीनों ज़ोक्स भी गुदगुदाने में सफल रहे। धन्यवाद् फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    सुरेश जी टिप्पणी हम तक पहुंचाने के लिए आपका शुक्रिया।

    नीलमः अब पेश है आज के प्रोग्राम का आखिरी पत्र। भेजने वाले हैं पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु। उन्होंने लिखा है,

    "टी टाइम" प्रोग्राम की शुरुआत में सुनाकि केंद्र सरकार 1 रुपये का नया नोट जारी करने जा रही है। वाकई अच्छी ख़बर है। वहीं साउथ अफ्रीकन एयरवेज द्वारा तंबाकू के पौधे से बनने वाले बायोडीजल से कमर्शियल विमान चलाने की तैयारी सम्बंधित जानकारी काफी अनोखा लगी । जब की यह सुनकर काफी अच्छा लगा कि आमिर खान की "दंगल" फिल्म ने चीन में शानदार सफलता हासिल करते हुए देश में सबसे अधिक कमाई करने वाली गैर-हॉलीवुड फिल्म बनने का इतिहास रचा है। यह चीन के फिल्म इतिहास में एक अरब युआन कमाने वाली 33वीं फिल्म बन गई है। आज के प्रोग्राम में भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग संबंधित समाचार काफी उत्साहवर्धक लगा । भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में दी गई जानकारी काफी रोचक और सूचनाप्रद लगी । लाखों रूपये कमाने वाली अमरीका की मॉडल अलेग्रा कोल के अनोखे फिगर के बारे में भी रिपोर्ट सुनी। धन्यवाद।

    बसु जी हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अनिलः आज के प्रोग्राम में टिप्पणी यही संपन्न होती है।

    जोक्स......

    पहला जोक....

    पत्नी (पति से): तुम मुझे दो ऐसी बातें बोलो, जिनमें से एक को सुनकर मैं खुश हो जाऊं और दूसरी को सुनकर नाराज हो जाऊं.

    पति: तुम मेरी जिंदगी हो और दूसरी बात लानत है ऐसी जिंदगी पर.

    दूसरा जोक....

    लाली: अरे मोना आज कल तो तू अंग्रेजी बहुत बोलती है.

    मोना: अरे दीदी पेपरों में मैंने अंग्रेजी का पूरा पर्चा चबा लिया था.

    तीसरा और अंतिम जोक.....

    एक आदमी (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब

    आप घर चलने की कितनी फीस लेते हो?

    डॉक्टर: दो सौ रुपये.

    आदमी: ठीक है चलिए.

    डॉक्टर ने अपनी गाड़ी निकाली और आदमी के साथ उसके घर आ गया.

    डॉक्टर बोला: मरीज कहां है?

    आदमी: मरीज कोई नहीं है साहब....वो क्या है न कि टैक्सी वाला तीन सौ रुपये मांग रहा था और आप दो सौ में ले आये. इसलिए मैंने आपसे चलने को कहा.(डॉक्टर बेहोश)

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