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    आपका पत्र मिला 2017-04-19
    2017-04-20 11:07:07 cri

    अनिलः आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडेय का नमस्कार।

    ललिताः सभी श्रोताओं को ललिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, आज के प्रोग्राम में भी हम हमेशा की तरह श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू होता है। पहला पत्र हमें आया है केसिंगा ओड़िशा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल का। लिखते हैं कि 10 अप्रैल को ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "अतुल्य चीन" के तहत लाइशे काउन्टी के चीलू गाँव में पर्यटन के ज़रिये ग़रीबी उन्मूलन की जो कहानी प्रस्तुत की गयी, बहुत क़ाबिल-ए-तारीफ़ लगी। स्थानीय संसाधनों पर आधारित विकास के मॉडल पर दी गई जानकारी भी अच्छी लगी। पहाड़ी क्षेत्र में पारिवारिक होटल व्यवसाय के ज़रिये उत्तरी यूरोपीय शैली का क़स्बा खड़ा करने की अवधारणा अनुकरणीय लगी। धन्यवाद् इस अच्छी जानकारी के लिये।

    वहीं कार्यक्रम "चीन-भारत आवाज़" के अन्तर्गत बोआओ एशिया मंच 2017 में भाग लेने गये प्रोफ़ेसर दत्तेश पारूलेकर से ली गयी भेंटवार्ता काफी महत्वपूर्ण लगी। दत्तेशजी ने 'एक पट्टी एक मार्ग' को पूरी दुनिया को बदल कर रख देने वाली नीति बताया। इसके साथ ही उन्होंने आगामी सितम्बर में चीन में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में उठाये जाने वाले मुद्दों पर भी अहम् चर्चा की, जो कि सटीक जान पड़ी। और हाँ, मैं इस बात से बहुत प्रभावित हुआ कि प्रोफ़ेसर दत्तेश पिछले दो वर्षों में सोलह बार चीन का दौरा कर चुके हैं। मुझे उनका चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रभावकारी नेता कहा जाना भी उचित लगा। धन्यवाद् एक सार्थक प्रस्तुति हेतु।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम "आर्थिक जगत" के तहत पिछले वर्ष चीन के पांच वाणिज्यिक बैंकों के अच्छे प्रदर्शन और नवीन विकास बैंक की स्थापना से ब्रिक्स देशों को होने वाले लाभ पर अच्छी जानकारी दी गयी। इसके अलावा चीनी इलेक्ट्रिक पावर निर्माण समूह के कार्य पर पेश रिपोर्ट, जिसमें उसका विश्व के 26 देशों के साथ व्यावसायिक रिश्ता होने की जानकारी भी दी गई, काफी महत्वपूर्ण लगी। धन्यवाद् एक सूचनाप्रद प्रस्तुति के लिये।

    अनिलः सुरेश जी आगे लिखते हैं कि 11 अप्रैल को एकबार फिर मुझे प्रवास पर जाना पड़ा, जिसके चलते सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना सम्भव नहीं हो पाया, परन्तु मैंने सीआरआई हिन्दी वेबसाइट का अवलोकन किया और वहां पोस्ट की गयी कुछ रिपोर्ट्स पर अपनी राय प्रेषित कर रहा हूँ। मुझे वेबसाइट पर हानतान के कॉलेज में थाइछी का अभ्यास करते छात्रों की तस्वीर ने प्रभावित किया, क्यों कि थाइछी भारतीय योग से बहुत मिलता-जुलता है।

    एक अन्य रिपोर्ट में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग द्वारा पेइचिंग में कैरी लाम छंग से की गई भेंट और उन्हें हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की पांचवीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने सम्बन्धी आदेश जारी किये जाने की जानकारी भी दी गयी, अच्छी लगी।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि 12 अप्रैल को रोज़ाना की तरह हम ने साप्ताहिक "विश्व का आइना" ध्यानपूर्वक सुना, जिसके तहत 85 वर्षीय एक नेपाली बुजुर्ग के इस वसंत में एवरेस्ट पर चढ़ने के इरादे का ज़िक्र किया गया। मैं उनके हौसले की दाद देता हूँ। मुझे आशा ही, पूरा विश्वास है कि वह अपने उद्देश्य में अवश्य सफल होंगे और विश्व में सबसे बुजुर्ग व्यक्ति के एवरेस्ट पर चढ़ने के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे। नेपाली बुजुर्ग का यह कहना बिलकुल सही है कि उम्र साहसिक कार्य के लिए बाधा नहीं है। उनका लक्ष्य अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ना है, दूसरों से प्रतिस्पर्द्धा करना नहीं है।

    अगली जानकारी भी बहुत दिलचस्प लगी कि हर साल अक्तूबर माह में नोर्वे कर ब्यूरो अपनी वेबसाइट पर देश के हर एक नागरिक की आमदनी, निजी संपत्ति और कर संबंधी अहम सूचनाएं जारी करेगा। यह नागरिकों के लिए खुशी की बात होगी। मीडिया रिपोर्ट देगी कि कौन खिलाड़ी या फिल्म स्टार सबसे ज़्यादा पैसे कमाता है। लोग वेबसाइट पर अपनी कंपनी प्रमुखों और सहकर्मियों की आय के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह भी जाना कि नोर्वे के पड़ोसी देश स्वीडन और फिनलैंड में लोग फोन करके या कर ब्यूरो जाकर किसी भी व्यक्ति की कर संबंधी जानकारी पा सकते हैं। अच्छी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।

    अनिलः वहीं जापानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस साल जनवरी में जापान की पेनासोनिक कंपनी की भारतीय शाखा पेनासोनिक इंडिया ने करी के दाग साफ़ करने में सक्षम स्वचालित वाशिंग मशीन पेश की है। वह भारत में इस तरह की खास क्षमता वाली पहली वाशिंग मशीन होगी।

    रिपोर्ट के अनुसार पेनासोनिक पहले भी भारत में वाशिंग मशीन बेचती रही है, लेकिन भारतीय उपभोक्ताओं की शिकायत रही है कि मशीन करी के दाग साफ़ नहीं कर पाती है। इसलिए कंपनी ने वाशिंग मशीन में सुधार किया। हालांकि भारत में अब तक केवल 10 प्रतिशत परिवार ही वाशिंग मशीन का इस्तेमाल करते हैं, इसलिये आने वाले समय में भारतीय बाज़ार में वाशिंग मशीन के विकास की बड़ी गुंजाइश है।

    जबकि कार्यक्रम में ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ़ वेस्ट इंग्लैण्ड में चॉकलेट डॉक्टर क्लास शुरू किये जाने का समाचार भी रुचिकर लगा। पता चला कि विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए विश्वविद्यालय हर साल 15 हजार पाउंड (करीब 18576 अमेरिकी डॉलर) की छात्रवृत्ति देता है। इसके साथ ही यह जानकारी भी अच्छी लगी कि ब्रिटेन में एक महिला द्वारा अपने पति द्वारा 1984 में वेलेंटाइन डे के अवसर पर दी गई चॉकलेट 33 सालों तक सम्भाल कर रखी गयी।

    यह जान कर सुखद आश्चर्य हुआ कि हाल में अमेरिका ने विश्व की सबसे बड़ी ऑटो ब्रिकी मशीन का निर्माण किया है, जिसके ज़रिये लोग जटिल प्रक्रिया को छोड़कर आसानी से एक बीएमडब्ल्यू कार भी ख़रीद सकते हैं। धन्यवाद् तमाम जानकारी के लिये।

    वहीं साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के तहत हर बार की तरह आज भी अन्य श्रोताओं के साथ मेरे पत्रों और प्रतिक्रियाओं को समुचित स्थान दिये जाने के लिए आभार।

    ललिताः सुरेश ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "बाल-महिला स्पेशल" में पेश रिपोर्ट सुन कर पता चला कि फ़िलिस्तीन के रेस्टरांट, होटल और सुपर मार्केट में काम करने वाले कर्मचारी आम तौर पर पुरुष ही होते हैं, लेकिन एक कैफ़े ने वर्ष 2011 से महिला कर्मचारियों को सेवा में लेना शुरू किया, जो फिलिस्तीन में महिला सेवकों की भरती करने वाली पहली कैफ़े बन गयी। इस कैफ़े का सुन्दर नाम है जैस्मीन कैफ़े। धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    14 अप्रैल को अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद जो उद्घोषणा की गई, काफी उत्साहवर्ध्दक थी। सीआरआई अप्रैल-मई में "एक पट्टी एक मार्ग" प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। जी हां, हम सभी श्रोताओं को बताते हैं कि आप हमारी वेबसाइट या फेसबुक के जरिए प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।

    इस उद्घोषणा के बाद पेश साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" प्रोग्राम में ल्हासा के जनजीवन में आये सुधार पर पेश रिपोर्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी। रिपोर्ट में बतलाया गया कि कैसे गत 28 मार्च को तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में तिब्बती लोगों ने कितनी धूमधाम से अपनी मुक्ति की 58वीं जयंती मनायी। तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति खासकर, जनवादी रुपांतर होने के बाद इधर के दर्जनों सालों में तिब्बत के जनजीवन में उल्लेखनीय सुधार आया है। कार्यक्रम के अंत में तिब्बत में नवीनतम विकास कार्यों सम्बन्धी समाचार भी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगे। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    अनिलः वहीं कार्यक्रम "दक्षिण एशिया फ़ोकस" के अन्तर्गत बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की भारत-यात्रा और उत्तरप्रदेश में अवैध बूचड़खानों को बंद किये जाने सम्बन्धी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के फ़ैसले पर होने वाली अनावश्यक राजनीति पर वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी का विवेचन अत्यन्त खास लगा।

    वहीं "आपकी पसन्द" प्रोग्राम में आज भी श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्म -आप आये बहार आयी, रजनीगंधा, चला मुरारी हीरो बनने, मशाल, दुनिया और बेटा के छह फड़कते हुये गानों के साथ दी गयी तमाम जानकारी अत्यन्त सूचनाप्रद और ज्ञानवर्ध्दक लगी।

    जबकि साप्ताहिक "सन्डे की मस्ती" की शुरुआत में दक्षिण-पश्चिमी चीन की ल्योंग शोंग काउन्टी में रहने वाली होंग याओ नामक अल्पसंख्यक जाति, जिसका कि हज़ारों साल पुराना इतिहास है और जिसके याओ जातीय वस्त्र को 2014 में चीन की ग़ैरभौतिक सांस्कृतिक अवशेषों की सूची में शामिल किया गया है, यह रिपोर्ट भी अत्यन्त अच्छी लगी। अज़ीबोग़रीब और चटपटी बातों के क्रम में स्विट्ज़रलैंड में सन् 1880 से स्थापित दुनिया में पढ़ाई की सब से महंगी फ़ीस वाले स्कूल के बारे में सुन कर तो यही कहा जा सकता है कि यह केवल दुनिया के चुनिन्दा लोगों के लिये है, क्यों कि 1 करोड़ 35 लाख़ वार्षिक फ़ीस अदा करना विश्व के 99.9 प्रतिशत लोगों के बूते से बाहर की बात है। वहीं न्यूयॉर्क में उल्टे 'यू' आकार में बनने वाली 'द बिग बैंड' नामक दुनिया की सब से लम्बी इमारत के बारे में तो यही कहा जा सकता है कि इस तरह के निर्माण महज़ कीर्तिमान स्थापित करने के लिये किये जाते हैं। कार्यक्रम में दुनिया के सबसे ऊँचे टॉवर्स सूची की जानकारी भी इसी क्रम में आती है। धन्यवाद् एक लाज़वाब प्रस्तुति के लिये।

    सुरेश अग्रवाल जी हमें इतना लंबा पत्र और ई-मेल भेजने के लिए आपका शुक्रिया।

    ललिताः अगला पत्र हमें आया है दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू का। लिखते हैं कि हमारे क्लब के सभी सदस्य आपके द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम सुनते आ रहे हैं ! कार्यक्रम अतुल्य चीन में प्रसारित नई पीढ़ी वाले पूर्व चेतावनी देने वाले विमान, कैरियर एयरक्राफ्ट या रणनीतिक न्यूक्लियर मिसाइल न सिर्फ देश की रक्षा और प्रतिष्ठा की सुरक्षा करने वाले हथियार हैं, बल्कि चीनी उद्योग विनिर्माण शक्ति का प्रतीक हैं। इन महत्वपूर्ण साज़ो सामान के पीछे बड़ी संख्या वाले अनामी सैन्य उद्योग के तकनीशियन हैं। कार्यक्रम नमस्कार चाइना और चीनी कहानी भी अच्छी लगी ! एक बेहतरीन प्रोग्राम पेश करने के लिए फिर से धन्यवाद।

    अनिलः शभू जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम विश्व का आईना के तहत परम्परागत त्योहार छिंग मींग उत्सव के बारे में जानकारी दी गई। यह रिपोर्ट हम लोगों को बेहद पसंद आयी ! आप का पत्र मिला प्रोग्राम में मेरे पत्र को शामिल किया गया, इस से हम सभी बहुत खुश हुए हैं !

    बाल महिला स्पेशल कार्यक्रम में पता चला कि चीन में बहुत सारे लोग अपने बच्चों को तरह-तरह की कला का प्रशिक्षण लेने के लिये कक्षाओं में भेजते हैं। ताकि उनके बच्चे दूसरे बच्चों से अलग हो कर ज्यादा श्रेष्ठ बन सकें। लेकिन एंजल बाल कोरस के सौ से ज्यादा बच्चे एक ही आवाज़ में गाने को सीखने की कोशिश कर रहे हैं। इसकी चर्चा में कोरस की अध्यक्ष ने बताया कि हम यह चाहते हैं कि कोरस में मैं नहीं हूं, केवल हम होते हैं। हम बचपन से यह शिक्षा लेते हैं। हमारे बच्चे तो हमारी संपत्ति हैं। एक अच्छा अध्यापक बच्चों की जिन्दगी को बदल सकता है। यह रिपोर्ट भी अच्छी लगी !

    ललिताः कार्यक्रम चीन का तिब्बत में पता चला कि तिब्बती ओपेरा तिब्बती जाति की सांस्कृतिक परंपरा में अद्भुत खजाना माना जाता है। तिब्बती ओपेरा सिर्फ तिब्बत में ही नहीं, पूरे देश में जनप्रिय होता रहा है। यह खास रिपोर्ट अच्छी लगी !

    कार्यक्रम आपकी पसंद में हिंदी फ़िल्मी गीत आनंद पूर्वक सुनते हुए हमने मजा लिया ! कार्यक्रम सन्डे की मस्ती में चीनी संगीत दल द्वारा गाया गया गीत, जिसका नाम है "तुम मेरी आंखें हो" प्रिय एवं मधुर था ! संडे स्पेशल में सपना जी द्वारा प्रस्तुत माय डाला डोट कोम की सीईओ अनिशा सिंह का साथ हुई बातचीत और अखिल जी से प्रेरक कहानी भी अच्छी लगी !

    अनिलः शभू जी लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में रिपोर्ट सुनवाई गई कि उत्तरी चीन के ह पेइ प्रांत के पाओ तिंग शहर की लाईश्वी काउंटी का ची लू गांव एक गरीब गांव है। पहाड़ पर स्थित ची लू गांव में प्रतिव्यक्ति औसत खेती का क्षेत्रफल 666 वर्गमीटर से भी कम है। खराब भौगोलिक स्थिति और कम खेती के कारण गांव के अधिकांश लोग बाहर जाकर नौकरी करते हैं। 2015 में ची लू गांव में प्रतिव्यक्ति औसत आय सिर्फ 2000 युआन के आसपास थी। लेकिन दो साल के बाद स्थिति में बदलाव नज़र आ रहा है, क्योंकि वहां पर्यटन के विकास से गरीबी को दूर किया जा रहा है।

    कार्यक्रम चीन-भारत आवाज़ में बोआओ एशिया मंच के दौरान प्रोफेसर दत्तेश परूलेकर के साथ सीआरआई की बातचीत भी प्रसारित की गई। वे गोवा विश्वविद्यालय के विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रोफेसर, साथ ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय विदेश मामलों के विभाग के सदस्य और प्रवक्ता भी हैं। साक्षात्कार के दौरान प्रोफेसर दत्तेश परूलेकर ने चीन और भारत के बीच राजनीतिक, आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग के बारे में विचार व्यक्त किये। एक बेहतरीन प्रोग्राम पेश करने के लिए फिर से धन्यवाद।

    शंभू जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत शुक्रिया।

    ललिताः कार्यक्रम का आखिर पत्र हमें भेजा है पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु ने। लिखते हैं कि 10 अप्रैल को पेश साप्ताहिक "अतुल्य चीन", "चीन-भारत आवाज़" और "आर्थिक जगत" कार्यक्रम सुना।

    "अतुल्य चीन" कार्यक्रम में उत्तरी चीन के ह पेइ प्रांत के पाओ तिंग शहर की लाईश्वी काउंटी में स्थित ची लू गांव के गरीबी उन्मूलन को लेकर एक मूल्यवान रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार की सहायता और अपनी कोशिशों से लैइश्वी जनता पर्यटन के विकास से गरीबी दूर करने के रास्ते पर चल रही है, जो स्थानीय विशेषता से भरा रास्ता है। रिपोर्ट सुनने के बाद मैं यह कहना चाहता हूं कि लैइश्वी काउंटी के ची लू गांव के गरीबी उन्मूलन के यह सरकारी परियोजना से भारत भी बहुत कुछ सीख सकता है और यह मॉडल भी फॉलो कर सकते हैं।

    अनिलः "चीन-भारत आवाज़" कार्यक्रम में गोवा विश्वविद्यालय के विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रोफेसर दत्तेश के साथ श्याओ थांग जी की बातचीत अच्छी लगी। 23 से 26 मार्च तक दक्षिण चीन के हाइनान प्रांत के बोआओ शहर में आयोजित बोआओ एशिया मंच में प्रोफेसर दत्तेश परूलेकर श्रोता के रूप में भाग लिया। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने चीन और भारत के बीच राजनीतिक, आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग के बारे में अपने विचार व्यक्त किये।

    "आर्थिक जगत" कार्यक्रम में दक्षिण-पूर्व अफ्रीका में चीनी इलेक्ट्रिक पावर निर्माण समूह का स्थानीयकरण निर्माण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी।

    ललिताः बसु जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" प्रोग्राम में तिब्बत की राजधानी ल्हासा शहर में रहने वाले लोगों के जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां पेश की गई। और "दक्षिण एशिया फोकस" प्रोग्राम में पत्रकार उमेश चतुर्वेदी जी के साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल की भारत यात्रा को लेकर एक चर्चा की गई, जो मुझे प्रासंगिक लगी।

    धन्यवाद बसु जी, हमें ई-मेल भेजने के लिए।

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडेय और ललिता को दीजिए इजाजत, नमस्कार।

    ललिताः बाय-बाय।

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