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टी-टाइम
अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं,आपका मनोरंजन करने। जी हांआपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।
लीजिए प्रोग्राम की शुरुआत करते हैं।
दोस्तो, आज के प्रोग्राम में सबसे पहले हम आपको सुनवाएंगे एक इंटरव्यू। ऑस्ट्रेलिया में रह रहे पाकिस्तानी मूल के डॉक्टर ज़हीर अंजुम का।
चलिए सुनते हैं बातचीत के मुख्य अंश...
बातचीत जारी है।
अभी आपने सुनी ज़हीर अंजुम के साथ चर्चा।
अब समय हो गया है, जानकारी देने का।
बात करते हैं चार्ली चैपलिन की। चार्ली चैपलिन का जन्म 16 अप्रैल, 1889 को लंदन में हुआ था। चार्ली चैपलिन की मृत्यु 88 साल की उम्र में 1977 में क्रिसमस के दिन हुई थी। चैपलिन के दफ़्न होने के तीन महीने बाद उनकी क़ब्र से शव चोरी हो गया था। चोरों ने ऐसा उनके परिवार वालों से पैसा वसूलने के लिए किया था।
चार्ली चैपलिन का बचपन काफी मुश्किलों और गरीबी से भरा हुआ था। बेपरवाह और शराबी पिता के कारण इनका परिवार बुरी तरह से तबाह हो गया था। चैपलिन की गरीब मां पागलपन की शिकार हो गई थीं। इसका नतीजा यह हुआ कि चैपलिन को सात साल की उम्र में एक आश्रम में जाना पड़ा था।
चैपलिन की मौत के लगभग तीन महीने बाद उनकी कब्र खाली मिली। जांच में पता चला कि चैपलिन के कॉफिन को चुरा लिया गया है और चोरों ने कॉफिन लौटाने के लिए 600,000 स्विस फ्रैंक्स की मांग की है। चैपलिन की पत्नी ऊना चैपलिन ने यह पैसे देने से यह कहकर मना कर दिया कि चैपलिन मेरे दिल में और स्वर्ग में हैं। चार्ली चैपलिन की 4 पत्नियां और 11 बच्चे थे। एक्टर और कॉमेडियन चार्ली चैपलिन दुनियाभर में अमर नाम हैं। चैपलिन को 1973 में लाइम लाइट में बेस्ट म्युजिक के लिए ऑस्कर अवॉर्ड भी मिला था। चार्ली चैपलिन महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे। मुलाकात के वक्त चैपलिन ने गांधी से पूछा कि आधुनिक समय में उनका मशीनों के प्रति विरोधी व्यवहार कितना जायज है। जवाब में गांधी जी ने कहा था कि वो मशीनों के नहीं, बल्कि इस बात के विरोधी हैं कि मशीनों की मदद से इंसान ही इंसान का शोषण कर रहा है।
वहीं अब दूसरी जानकारी। ... वैज्ञानिकों ने पहली बार एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए हमारे सौर मंडल के बाहर पृथ्वी से कुछ बड़े एक ग्रह पर वायुमंडल की उपस्थिति का पता लगाया है।
अध्ययन के अनुसार सौर मंडल से बाहर स्थित ग्रह 'जीजे 1132 बी' पृथ्वी से लगभग 39 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। इसकी त्रिज्या पृथ्वी से 1.4 गुणा ज्यादा और इसका वजन पृथ्वी के वजन से 1.6 गुणा ज्यादा है।
जब पहली बार इस ग्रह को खोजा गया था शोधकर्ताओं ने यहां चट्टानों और सतह पर काफी ज्यादा तापमान की वजह से इसे शुक्र ग्रह की तरह का एक और ग्रह माना था। बाद में शोधकर्ताओं ने दोनों ग्रहों पर एक ही तरह के वायुमंडल की समानता को भी रेखांकित किया।
इस अध्ययन में शामिल शोधकर्ताओं ने बताया कि पर्यवेक्षकों ने पहले इस ग्रह के आसपास बृहस्पति ग्रह जैसे विशाल गैस के आवरण होने की बात कही थी जो 'जीजे 1132' के पास वातावरण की पुष्टि का पहला सबूत था।
अगली जानकारी से रूबरू करवाते हैं। वहीं एक टेस्ट ने एक कपल की जिंदगी में भूचाल ला दिया है। इस टेस्ट के बाद उन्हें पता चला कि वे तो जन्म से जुड़वा भार्इ-बहन हैं। इस कपल को जब से इस बारे में पता चला है वे ये सच्चार्इ स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं। ये दोनों अमेरिका के मिसिसिपी स्थित एक एक क्लिनिक में गए थे। ये सोचकर कर कि इससे उनकी बच्चा पैदा करने की मुराद पूरी हो जाएगी, लेकिन उन्हें जो बताया गया उससे दोनों दंग रह गए।
इस मामले में अखबार ने डाक्टर का नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि यह एक रूटीन टेस्ट है। इसमें दोनों सैंपल के जरिए ये पता लगाते हैं कि कहीं उनमें कोर्इ संबंध तो नहीं था। हालांकि ये केस दूसरे मामलों से बिल्कुल अलग था। लैब टेक्निशियन दोनों सैंपल की समानता देखकर बिल्कुल हैरान रह गए।
डॉक्टर ने दोनों की फाइलें चैक की तो पाया कि दोनों का जन्म साल 1984 था। उन्होंने कहा कि इसके बाद मुझे यकीन हो गया कि ये दोनों जुड़वां हैं।
इस मामले में दिलचस्प बात ये है कि दोनों कालेज में मिले और तुरंत ही रिलेशनशिप में आ गए। डाक्टर ने बताया कि माता-पिता की मृत्यु के बाद उन्हें गोद लिया गया था। इसका मतलब है कि बचपन में दोनों को अलग कर दिया गया था। इसलिए जब वे मिले तो उन्हें ये पता नहीं था कि वे भार्इ-बहन हैं।
अब अगली जानकारी।
हर सुबह बजता अलार्म और 5 या 10 मिनट और सोने के लालच में उसे लगातार स्नूज करना एक आदत सी हो चली है। अब नए अलार्म आपको इस आदत को छोडऩे में मदद कर सकते हैं।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि इन नई घडिय़ों में सूर्योदय जैसी रोशनी आपको उठने के लिए तैयार करती है। यही नहीं, इसकी रोशनी से मुंह ढककर फिर से सोने की बजाय आप बिस्तर से कूद कर बाहर आने के लिए प्रेरित होंगी, लेकिन स्लीप एक्सपट्र्स की नजर में इसका दूसरा पहलू भी है। इनका मानना है कि इस तरह के अलार्म सभी के लिए समान रूप से फायदेमंद हों, यह जरूरी नहीं है। वे कहते हैं कि अच्छी नींद में रोशनी के अलावा कमरे का तापमान, डाइट और लाइफस्टाइल भी अहम भूमिका निभाते हैं।
जानकारी देने का सिलसिला यहीं संपन्न होता है। अब समय हो गया है जोक्स का। दोस्तो, आज के प्रोग्राम में किसी कारणवश हम श्रोताओं के पत्रों को स्थान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अगले अंक से यह सिलसिला जारी रहेगा। धन्यवाद।
पहला जोक
गर्लफ्रेंड:-मेरा मोबाइल मां के पास रहता हैं...
बॉयफ्रेंड :अगर पकड़ी गई तो ???
गर्लफ्रेंड : तुम्हारा नंबर (बैटरी लो) नाम से Save है,,
जब भी तुम्हारा फोन आता हैं,,,
मां कहती है लो चार्ज कर लो।।
लड़का बेहोश है।
दूसरा जोक
बीवी से परेशान पति बॉलकनी
से कूदने ही वाला था कि तभी
उसकी बीवी ने अंदरसे आवाज दी...
मेरी सहेलियां आई हैं आओ
आपकी पहचान करा दूं,....
पति- हाँ-हाँ आया.... आया.... आया
तीसरा और अंतिम जोक...
एक बार एक पागल बिना जली बीड़ी पी रहा था!
दूसरा पागल: यार बीड़ी से कोई धुंआ नहीं निकल रहा?
पहला पागल: कर दी न पागलों वाली बात ये `सी.एन.जी. बीड़ी है!