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    टी टाइम 170406
    2017-04-06 17:38:24 cri

    टी-टाइम

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं,आपका मनोरंजन करने। जी हांआपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    लीजिए प्रोग्राम की शुरुआत करते हैं।

    आज के प्रोग्राम में हम सुनवाएंगे, पेकिंग विश्वविद्यालय में हिंदी का अध्ययन कर रहे चीनी छात्रों और उनके प्रोफेसर के साथ चर्चा।

    लीजिए सुनते हैं बातचीत के मुख्य अंश..

    ....बातचीत जारी है....

    अभी आपने सुनी पेकिंग विश्वविद्यालय में हिंदी की पढ़ाई कर रहे चीनी छात्रों के साथ बातचीत।

    अब प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए सुनते हैं जानकारी।

    इंग्लैंड की लीसेस्टर यूनिवर्सिटी में 14 साल का मुस्लिम किशोर गणित का प्रोफेसर बन गया है। याशा एस्ले का लीसेस्टर यूनिवर्सिटी ने अतिथि शिक्षक के रूप में चयन किया है। रिपोर्टों के अनुसार छात्रों को पढ़ाने के बाद वह इसी यूनिवर्सिटी से अपनी डिग्री भी ले रहा है। उसे यूनिवर्सिटी में सबसे कम उम्र के छात्र और सबसे कम उम्र के प्रोफेसर के रूप में उपनाम दिया गया है। गणित में अविश्वसनीय ज्ञान देख उसके परिजन उसे 'मानव कैल्कुलेटर' कहते हैं। याशा के पिता मूसा एस्ले रोजाना उसे कार से यूनिवर्सिटी तक छोड़ने जाते हैं आैर बेटे की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस करते हैं। वह अपने डिग्री कोर्स पूरा करने के करीब है और इसके बाद पीएचडी करने की तैयारी में है।

    अब दूसरी जानकारी देते हैं।

    मुंबई के वर्ली में समुद्र के भीतर एक छोटे से एक टापू पर यह दरगाह बनी हुई है। अरब सागर के बीच 19वीं सदी में बनी मुंबई की यह प्रसिद्ध दरगाह जमीन से 500 गज दूर समुद्र में स्थित है। यह दरगाह मुस्लिम और हिन्दू ही नहीं, बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी समान रूप से आस्था और विश्वास का केंद्र है। समुद्र की लहरें इस दरगाह की चौखट को चूम कर लौट जाती है। बताया जाता है कि एक बार अपनी माता की अनुमति लेकर हाजी अली शाह बुखारी अपने भाई के साथ भारत आए और मुंबई के वर्ली इलाके में रहने लगे। कुछ समय बाद जब उनके अपने गृह स्थान लौटने का समय आया तब वापस ना जाकर उन्होंने अपने मां के नाम एक पत्र भेजा जिसमें माफी मांगते हुए उन्होंने लिखा था कि अब वह यहीं (मुंबई) रहकर इस्लाम का प्रचार-प्रसार करेंगे, लोगों को इस्लाम की शिक्षा देंगे।

    अब आपको बताते हैं, एक बेहद चौकाने वाली ख़बर। वैज्ञानिकों को ऐसी एक लड़की का शव मिला है जिसकी मौत 500 साल पहले हो चुकी है, लेकिन उसके शरीर से अभी भी खून निकल रहा है।

    दरअसल, सबसे हैरानी की बात तो ये थी की इस बॉडी के अंदर से वैज्ञानिकों को जो खून मिला उसमें टीवी के बैक्टीरिया भी पाए गए थे। वैज्ञानिकों के मुताबिक जब इस बच्ची की मौत हुई थी तो उसकी उम्र 15 साल थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस लड़की का शव 500 सालों से उस ज्वालामुखी के ढेर में दफन था।

    अब पेश करते हैं, आज के प्रोग्राम की अंतिम जानकारी। अमरीका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने इस बात का खुलासा किया है कि अभी तक हम मस्तिष्क की जितनी क्षमता के बारे में सोचते थे, उसकी क्षमता उससे तकरीबन 10 गुना ज्यादा होती है।

    बताया गया है कि पहले के अनुमानों से कम से कम 10 गुना अधिक शक्तिशाली हमारा दिमाग होता है। हाल में किए गए अध्ययन में इस ओर इशारा किया गया है कि मस्तिष्क में मौजूद तंत्रिका कोशिकाओं से निकलने वाली हजारों शाखाएं जिन्हें 'डैंडराइट्स' कहा जाता है, वह कोशिका के अंदर पैदा होने वाली बिजली के सिग्नल यानी 'स्पाईकस' को ही आगे नहीं भेजते, बल्कि वह खुद भी बहुत सक्रिय रहती हैं और उनमें विद्युत संकेत बनाने की क्षमता एक तंत्रिका कोशिका की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक होती है।

    जानकारी के बाद समय हो गया है श्रोताओं की टिप्पणी का।

    नीलमः पहला पत्र हमें भेजा है, झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा ने।

    लिखते हैं, टी-टाइम प्रोग्राम में अर्पित अग्रवाल और मनीष शर्मा के साथ बातचीत सुनी, जो बहुत अच्छी लगी। वहीं अगली जानकारी में म्यांमार की एक जनजाति के बारे में बताया गया, जहां पुरुष अपनी पत्नियों को कुरूप बनाकर रखते हैं। वहीं भारत के बारे में भी यह पता लगा कि आधार कार्ड को इनकम टैक्स और मोबाइल नंबर के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। यह जानकारी भी सूचनाप्रद लगी। वहीं हेल्थ टिप्स और प्रोग्राम में पेश जोक्स भी उम्दा लगे। धन्यवाद शानदार कार्यक्रम पेश करने के लिए।

    प्रोग्राम में दूसरा लैटर आया है, दरभंगा बिहार से, शंकर प्रसाद शंभू और उनके दोस्तों का। लिखते हैं कि पिछले कार्यक्रम में चीन-भारत इंटरनेट कांफ्रेंस में हिस्सा लेने चीन पहुंचे उद्ममियों से बातचीत अच्छी लगी। जबकि आपने म्यांमार के बारे में चौकाने वाली जानकारी दी। जहां पुरुष अपनी पत्नियों को सुंदर नहीं देखना चाहते हैं। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है।

    जबकि अगली रिपोर्ट में बीएसएनएल लैंडलाइन टेलीफोन उपभोक्ताओं को भी स्मार्ट बना रहा है। ख़बर दी गई। जबकि

    हेल्थ टिप्स में मच्छरों को भगाने वाली कॉइल को सोते वक्त जलाने या फिर रोजमर्रा में काम आने वाली अगरबत्ती और धूपबत्ती का धुंआ लोगों में अस्थमा की बीमारी बढ़ा रहा है। उम्मीद है कि लोग इसका प्रयोग बंद करेंगे।

    धन्यवाद।

    शंकर जी हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।

    कार्यक्रम का आखिरी लैटर आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का। उन्होंने लिखा है कि, कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत चीन-भारत इण्टरनेट सम्मेलन में भाग लेने पेइचिंग पहुंचे भारतीय उद्यमी अर्पित अग्रवाल और मनीष शर्मा के साथ की गयी बातचीत अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी। मुझे अर्पित की यह बात स्वीकारने में कोई संकोच नहीं है कि विकास के क्षेत्र में चीन भारत से दस साल आगे है। चीनी लोगों को अपने बारे में समझाना आता है और वहां की नई मोबाइक पर उनकी टिप्पणी काफी अहम् लगी। वहीं बारह साल बाद दोबारा चीन गये उद्यमी मनीष शर्मा का यह कहना भी बिलकुल सही लगा कि बहुत सी चीज़ों में चीन ने यूरोप और अमरीका को भी पीछे छोड़ दिया है। इण्टरनेट प्रिन्टिंग के मामले में चीनी ज्ञान-कौशल भारत से अधिक होने की बात भी उन्होंने स्वीकार की। सर्वोपरि चीन-भारत के बीच सहयोग की असीम संभावनाओं पर भी उनके विचार बिलकुल सही जान पड़े। जानकारियों के क्रम में यह जान कर हैरत हुई कि म्यांमार में रहने वाली चिन और मुन नामक जनजातियां ऐसी हैं जहां पुरुष अपनी पत्नियों को कुरूप बनाकर रखते हैं। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन आज के आधुनिक दौर में ऐसी रूढ़ियों की कोई जगह नहीं होनी चाहिये। वहीं भारत में बीएसएनएल द्वारा लैंडलाइन के ज़रिये टेलीफोन उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाने की योजना काफी आकर्षक लगी, परन्तु जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों में ज़्यादातर एक्सचेंज ही ठप पड़े हों, वहां इस पर भरोसा करें भी तो कैसे ? भारत सरकार द्वारा आधार कार्ड को अनिवार्य बनाने के लिए कई तरह के नियम बनाए हैं। हाल ही में सरकार ने इनकम टैक्स रिटर्न के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। अब जो खबर आ रही है उसके अनुसार सरकार प्रीपेड या पोस्टपेड मोबाइल नंबर के लिए भी आधार कार्ड अनिवार्य करने की तैयारी में है।अगर ऐसा होता है तो सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए इसे लागू करना जरूरी होगा।

    हेल्थटिप्स भी बहुत अच्छे लगे। शानदार प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।

    अनिलः श्रोताओं की टिप्पणी यहीं संपन्न होती है। अब वक्त हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का। आज के प्रोग्राम में भी हम लेकर आए हैं, तीन जोक्स।

    पहला जोक...

    भूगोल पढ़ाने वाली एक मैडम बहुत दुबली-पतली थीं।

    उनकी पोस्टिंग एक गांव में हो गई।

    एक दिन वो क्लास में बच्चों से प्रश्न पूछ रही थीं-

    बताओ बच्चों, धरती घूमती हुई क्यों नजर आती है?

    एक लड़के ने कहा, मैडम जी कुछ खा लिया करो।

    बिना खाए स्कूल आओगी तो धरती ऐसे ही घूमती नजर आएगी

    दूसरा जोक...

    कर्मचारी- सर छुट्टी चाहिए।

    बॉस- छुट्टी एक ही शर्त पे मिलेगी,

    बताओ कटप्पा ने बाहुबली को क्यों

    मारा?

    कर्मचारी- सर हो सकता है बाहुबली

    ने कटप्पा को छुट्टी न दी हो....

    बॉस- कितने दिन की छुट्टी चाहिए?

    तीसरा और अंतिम जोक.

    पत्नी - आज के बाद मैं तुमसे कभी बात नहीं करुँगी

    पति - वेरी गुड़

    पत्नी - तुम जानना नहीं चाहोगे कि मैं बात क्यों नहीं करना चाहती

    पति - नहीं जानेमन

    मैं तुम्हारे हर फैसले की इज्जत करता हूँ

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