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    आपका पत्र मिला 2017-03-01
    2017-03-05 16:36:48 cri

    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिल:दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम बंगाल से मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है. . . . . .

    पहली चीन-भारत उन्नत रणनीतिक वार्ता में साझेदारी के नज़दीकी विकास प्रकट हुआ है

    पिछले 22 फरवरी को पेइचिंग स्थित चोंगनानहाई मुख्यालय में भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर और चीन के उप विदेश मंत्री चांग ये श्वे की सह-अध्यक्षता में पहली चीन-भारत उन्नत रणनीतिक वार्ता आयोजित हुई। 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच पहली रणनीतिक वार्ता है। इस वार्ता के तंत्र के लिए अगस्त 2016 में चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) की भारत यात्रा के दौरान सहमति हुई थी। चीन-भारत रणनीतिक बातचीत में दोनों देश द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में आपसी हितों के सभी मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श किया और सिलसिलेवार मामलों पर सहमति कायम की। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कंग श्वांग ने कहा, "दोनों पक्षों ने व्यापक चर्चा की समझौते किए गए"

    पेइचिंग पहुंचे विदेश सचिव जयशंकर ने चीन के स्टेट काउंसलर यांग च्ये छी ( Yang Jiechi) से मुलाकात की। यांग भारत और चीन के बीच सीमा विवाद निपटाने के तंत्र के लिए चीन के विशेष प्रतिनिधि हैं। चीन सरकार में कम्युनिस्ट पार्टी के स्टेट काउंसलर को देश के नेतृत्व के तहत सीधे काम करने वाले शीर्ष राजनयिक की हैसियत हासिल है। जयशंकर का स्वागत करते हुए यांग च्ये छी ने कहा कि मतभेदों के बावजूद दोनों पक्षों के रिश्तों में पिछले साल सकारात्मक विकास हुआ। इस मुलाकात को इसलिए अहम माना जाता है, क्योंकि एनएसजी की सदस्यता के लिए भारत की कोशिशों पर चीन लगातार अड़ंगा लगा रहा है। विदेश सचिव जयशंकर ने यांग च्ये छी से बातचीत के बाद सकारात्मक रिश्ते विकसित करने के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता जताई।

    चीन को लेकर भारत की रणनीति व कूटनीति में तो पिछले कुछ दिनों से ही बदलाव दिख रहा था लेकिन बीजिंग में विदेश सचिव एस जयशंकर ने इस बदलाव को पूरी तरह से साफ कर दिया। यह वार्ता दोनों देशों ने आपसी समस्याओं के स्थाई समाधान निकलाने के लिए शुरु की गई है।विदेश सचिव ने उन सभी मुद्दों को चीनी पक्ष के सामने एक के बाद एक रखा जो पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच तनाव का कारण बने हुए हैं। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर का मुद्दा भी उठाया और पाक अधिकृत कश्मीर से गुजरने वाले चीन पाकिस्तान इकोनामिक कारीडोर (सीपीईसी) का मुद्दा भी था।

    चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बयान दिया था कि पठानकोट हमले में अजहर का हाथ होने के ठोस सबूत पेश करने की जिम्मेदारी भारत पर है। सबूत होने पर ही चीन उस पर बैन लगाए जाने का समर्थन करेगा। संयुक्त राष्ट्र में आतंकी मसूद अजहर पर बैन के समर्थन के लिए चीन की तरफ से 'पुख्ता सबूत'की मांग पर प्रतिक्रिया में विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा है कि उसके करतूत 'अच्छी तरह दस्तावेजों में हैं और 'सबूत की जिम्मेदारी'भारत पर नहीं है।

    22 फरवरी को स्ट्रैटजिक डायलॉग के पहले एस. जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग ई से भेंट की। भेंट के दौरान वांग ई ने जयशंकर का स्वागत करते हुए कहा कि चीन और भारत दुनिया में अहम राष्ट्र होने के अलावा दो बड़े विकासशील देश और उभरते बाजार हैं। दोनों देशों को आपस में रणनीतिक विचार-विमर्श करना, रणनीतिक विश्वास को मजबूत करना और क्षेत्रीय व विश्व शांति व विकास के लिए अधिक योगदान पेश करना चाहिये। चीन भारत के साथ सहयोग कर दोनों देशों के राजनेताओं के बीच संपन्न सहमति के मुताबिक द्विपक्षीय संबंधों का सकारात्मक पक्षों का विस्तार करने, मौजूदा मतभेदों व संवेदनशील मुद्दों को नियंत्रित करने को तैयार है ताकि द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ व सुस्थिर विकास को बढ़ाया जाए।

    वांग ई के साथ अपनी मुलाकात में जयशंकर ने चीन के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाया और कहा कि आतंकवाद को रोकने के लिए भारत-चीन को साथ मिलकर लड़ना होगा। जयशंकर ने कहा कि चीन एक मजबूत देश है, इसलिए उसे आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।चीन के ग्लोबल टाइम्स में बातचीत के दौरान जयशंकर ने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर और आतंकी मसूद अजहर के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए संप्रभुता सबसे बड़ा मुद्दा है। गौरतलब है कि जयशंकर पूर्व में चीन में भारत के राजदूत रह चुके हैं।

    भारत-चीन के बीच सामरिक-आर्थिक वार्ता होते रहते हैं। सीमा विवाद दूर करने के लिए दोनों देशों के बीच अब तक 19 दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन दोनों देशों के बीच 1 जनवरी 1950 से मौजूद राजनयिक संबंधों के 67 साल में पहली बार इस तरह का स्ट्रैटजिक डायलॉग आयोजित हुई।वैसे दोनों देशों के बीच इस बात की सहमति बनी है कि इस वार्ता को आगे भी जारी रखा जाएगा।

    हमें उम्मीद है कि चीन और भारत दोनों देशों के राजनेताओं ने विभिन्न स्तरीय आवाजाही बनाये रखेंगे, विभिन्न क्षेत्रों के वास्तविक सहयोग को बढ़ावा देंगे और अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों पर समन्वय को मजबूत करेंगे। भारत-चीन संबंधों के स्वस्थ विकास दोनों देशों के लोगों के लिए न केवल एक वरदान है, लेकिन बड़े पैमाने पर दुनिया में शांति और समृद्धि के लिए आवश्यक हैं।

    हैया:बसु जी आगे लिखते हैं. . . . . . 23 फ़रवरी,2017 को रात साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक शार्ट वेव 7395 किलोहर्ट्ज (kHz) पर आपका रेडियो प्रोग्राम सुना। आज साप्ताहिक "टी टाइम" प्रोग्राम सुना।

    इसमें सुना कि अलगोरदांज नाम की एक कंपनी ने मृत लोगों की राख से सिंथेटिक हीरे बनाती है। इस कंपनी एक साल में करीब 850 मृत लोगों की राख को हीरे में तब्दील कर रही है। वहीं कुछ ही दिनों पहले वजन घटाने का इलाज कराने के लिए मुंबई आई 500 किलोग्राम वजन वाली मिस्र की 36 वर्षीय एमन अहमद सम्बन्धी समाचार अत्यन्त मानविक लगा। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि एमन अहमद को अति शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो। उधर सुना कि भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए आधार कार्ड अनिवार्य करने का ऐलान किया था। जब की यह समाचार अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर फिल्मस्टार अक्षय कुमार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को खुले में शौच से रोकने के सरकारी अभियान को बढ़ावा देने के लिए 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' नाम की एक फीचर फिल्म बनाने का फैसला किया है। वहीं मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जिओ की फ्री सर्विसेज के चलते टेलिकॉम मार्किट को 20 फीसदी का नुकसान सम्बन्धी समाचार सूचनाप्रद लगी। आज दिमाग को रिलेक्स देने के लिए आपने जो टिप्स दिए वह मुझे बहुत मूल्यवान लगा। जब की गुड़ और चने खाने के फायदे बताने के लिए धन्यवाद।

    अनिल:बसु जी, पत्र भेजने के लिये बहुत धन्यवाद। आगे पेश है ओडिसा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का पत्र। उन्होंने लिखा है. . . . . . 23 फ़रवरी को "बाल-महिला स्पेशल" के तहत चंद्रिमाजी द्वारा विश्व बर्फ़ दिवस के अवसर पर चीन में आयोजित विशेष खेलों और चीन द्वारा वर्ष 2022 के शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के आयोजन सम्बन्धी आवेदन के मद्देनज़र इन खेलों के महत्व पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में यह भी बतलाया गया कि चीन में स्कीइंग हेतु बर्फ़ का एक सात हज़ार वर्गमीटर वाला रिसॉर्ट तैयार किया गया है और देश में बर्फ़ से जुड़े खेलों को बढ़ावा देने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यक्रम के अन्त में सन् 2013 में बनी एक विशेष फ़िल्म का मधुर गीत सुनवाया जाना भी रुचिकर लगा। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत यह जानकर हैरत हुई कि मनुष्य के शवदाह के बाद निकलने वाली राख से कृत्रिम हीरे बनाये जा सकते हैं और रिनाल्डो विल्ली नामक शख़्स द्वारा चलाई जा रही अल-गौरंदाज़ नामक कम्पनी द्वारा बाक़ायदा इस काम को अंज़ाम भी दिया जा रहा है, जो कि सालाना औसतन 850 मृतकों की राख को हीरे में तब्दील कर रही है। अनूठी जानकारियों के क्रम में मिस्र की 500 किलोग्राम वज़नी एमन अहमद नामक महिला का इलाज़ के लिये मुम्बई लाया जाना इस क्षेत्र में भारत की चिकित्सकीय महारत को दर्शाता है। भारत में कॉलेज और विश्वविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के लिये भी आधारकार्ड की अनिवार्यता तथा सिने-अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा होशंगाबाद में फिल्मायी जा रही अपनी फ़िल्म "टॉयलेट एक प्रेमकथा" की शूटिंग के दौरान शौचालयों के निर्माण पर ज़ोर दिये जाने संबंधी समाचार काफी महत्वपूर्ण लगा। इसके साथ ही मुस्लिम समाज के नेताओं द्वारा निक़ाह से पहले शौचालय की अनिवार्यता सम्बन्धी बयान दिया जाना भी काफी अहम् लगा। मुकेश अम्बानी के रिलायंस जियो के चलते टेलीकॉम सेक्टर में छिड़ने वाले प्राइसवॉर से आगाह किया जाना भी अच्छा लगा। कामकाजी लोगों के लिये टिप्स के अलावा हेल्थटिप्स में रक्तदान के फ़ायदे तथा चना-गुड़ मिलाकर खाने की उपयोगिता पर दी गई जानकारी भी अत्यन्त उपादेय लगी। काफी दिनों बाद कार्यक्रम में श्रोताओं की प्रतिक्रिया क्रम में मेरे पत्र को शामिल किये जाने तथा हमें गुदगुदाने हेतु तीन मज़ेदार ज़ोक्स सुनवाये जाने का भी शुक्रिया।

    वहीं आगे लिखते हैं कि अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश हरदिलअज़ीज़ साप्ताहिक "आपकी पसन्द" हर बार की तरह आज भी लज़ीज़ लगा, जिसके तहत श्रोताओं की पसन्द पर बजाये गये फ़िल्म -स्वर्ग-नर्क, आनन्द आश्रम, मौसम, शोले, सुरक्षा तथा ज़ख़्मी शेर के छह सदाबहार गानों के साथ दी गई तमाम जानकारी भी अत्यन्त रुचिकर और ज्ञानवर्द्धक लगी। दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर सात सौ करोड़ की लागत से बनने वाले सेमी हाईस्पीड ट्रैक पर दौड़ेंगी सौ से एक सौ साथ किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ़्तार से ट्रेनें, जिससे हावड़ा-दिल्ली के बीच 1500 किलोमीटर की दूरी महज़ 12 घण्टे में तय की जा सकेगी। इसी प्रकार इटावा से दिल्ली महज़ अढ़ाई घण्टे दूर रह जायेगी और इस पूरे ट्रैक पर कहीं भी कोई रेलवे क्रॉसिंग नहीं होगा। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से ट्रैक की बेरिकेटिंग भी की जायेगी। यह तो सचमुच, हमारे देश के लिये नये युग में प्रवेश करने जैसी बात होगी।

    इसी प्रकार वाहनों के लिये पर्यावरण अनुकूल टायरों का निर्माण; ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय द्वारा चॉकलेट पर शोध के लिये फ़ेलोशिप तथा भारत की दस रहस्यमयी जगहों सम्बन्धी जानकारी भी चकित करने वाली लगी। हालाँकि ये तमाम जानकारियां इससे पूर्व भी सीआरआई हिन्दी पर एकाधिक बार प्रसारित की जा चुकी हैं, परन्तु एक ख़ास अन्तराल के बाद दोबारा पेश किया जाना अच्छी बात है। आपने जितने श्रम के साथ कार्यक्रम तैयार किया, उस पर मैं भी उतनी ही तत्परता से अपनी टिप्पणी आपको प्रेषित कर रहा हूँ। आशा है कि आपको मेरा प्रयास पसन्द आयेगा। धन्यवाद्।

    हैया:सुरेश जी आगे लिखते हैं. . . . . .केसिंगा दिनांक 27 फ़रवरी को साप्ताहिक "आर्थिक जगत" भी ध्यानपूर्वक सुना, जिसके तहत आज ललिताजी द्वारा पेश दक्षिण-पूर्वी चीन के चच्यांग प्रान्त स्थित यीवू शहर में विगत सोलह वर्षों से रहने वाले सेनेगल के व्यापारी सोराकाता की कहानी सुनी, जिसे सुन कर यह आभास मिला कि चीन में विदेशी व्यापारियों को भी बिना किसी भेदभाव के समान रूप से आगे बढ़ने का मौक़ा दिया जाता है। शायद इसी बात में चीन की असाधारण प्रगति का राज़ भी छुपा है। मुझे श्री सोराकाता की चीन-अफ़्रीकी संस्कृति की गहन समझ तथा उनका धाराप्रवाह चीनी बोलना भी बहुत अच्छा लगा। कार्यक्रम सुन कर यह भी पता चला कि चीन में किसी को टिप देना अच्छा नहीं समझा जाता। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति हेतु।

    कार्यक्रम "जीवन के रंग" के अन्तर्गत वनीताजी द्वारा भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु स्थित बंदरगाह शहर महाबलीपुरम पर दी गई ऐतिहासिक एवं पौराणिक जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगी। वैसे यहाँ मैं यह सुझाव भी देना चाहूँगा कि भारत की बजाय ऐसी जानकारी चीनी महत्वपूर्ण स्थलों पर दी जाये, तो और बेहतर होगा, क्यों कि अपने देश के बारे में जानकारी तो कमोबेश सभी को होती है। धन्यवाद्।

    होस्ट लीला भट्ट द्वारा प्रस्तुत "चीनी कहानी" के आज के अंक में सुनाई गयी "चिड़िया की मृत्यु" तथा "कुएं का मेंढ़क" शीर्षक दोनों नीति-कथाएं भी काफी शिक्षाप्रद लगीं। कहावत "कुएं के मेंढक" का तो भारत में भी ख़ूब इस्तेमाल होता है, जिससे ज़ाहिर है कि चीन और भारत के बीच कितना साम्य है। धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    अनिल:सुरेश जी, पत्र भेजने के लिये धन्यवाद। आगे पेश है पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल का पत्र। उन्होंने लिखा है . . . . . .

    महोदय , सी आर आई से हमें पता चला कि विश्व व्यापार संगठन मेँ दो तिहाई सदस्यों ने व्यापार सुविधा समझौते के प्रोटोकॉल का अनुमोदन किया। इससे विश्व व्यापार में व्यापक परिवर्तन आने की सम्भावना देखाई देती है। इस पर विशेषज्ञों के विचार जानना चाहता हूँ। सी आर आई से मुझे यह जानकर खुशी मिली कि उत्तर चीन मेँ नये वित्तीय केँद्र की स्थापना की कोशिश की जा रही है। मुझे उम्मीद ही नहीं विश्वास भी है कि यह कोशिश सफल होगी।

    विधान चंद्र सान्याल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका शुक्रिया।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

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