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    टी टाइम 170223(अनिल और नीलम)
    2017-02-24 13:09:46 cri

    अनिलः लीजिए दोस्तो, प्रोग्राम की शुरुआत करते हैं। दोस्तो, आपने कई अजब गजब चीजों के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि इंसान के मरने के बाद उसके शव आदि को भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

    जी हां, दोस्तो, दुनिया में एक ऐसी कंपनी भी है जो लाश से हीरे बनाने का काम करती है! हाल ही एक ऐसी तकनीक चर्चा में है, जिससे मृतकों के शरीर को हीरे में बदला जा रहा है। ये काम अलगोरदांज नाम की कंपनी कर रही है। अलगोरदांज का हिंदी में अर्थ होता है यादें। इस कंपनी का कारोबार स्वीटजरलैंड, जर्मनी और आस्ट्रिया तक फैला हुआ है। इस कंपनी के ज़रिए कोई भी अपने प्रिय मृत परिजन की यादों को हमेशा के लिए अपने साथ संजोए रख सकता है।

    ये कंपनी मृत शरीर की राख को हीरे में तब्दील कर देती है। अलगोरदांज कंपनी को रिनाल्डो विल्ली नाम के व्यक्ति ने बनाया है। दरअसल, रिनाल्डो विल्ली जब स्कूल में पढ़ते थे, तब उनको शिक्षक ने सब्जियों की राख को हीरे में बदलने के बारे में बताया था। तभी से रिनाल्डो विल्ली के मन में आया कि जैसे सब्जियों की राख से हीरा बनाया जा सकता है, वैसे ही मृत लोगों की राख से भी तो हीरा बनाया जा सकता है।

    रिनाल्डो विल्ली ने अपने इसी आइडिया पर काम किया और मृत लोगों की राख से सिंथेटिक हीरे बनाते हुए अपनी कंपनी बना ली। ये कंपनी एक साल में करीब 850 मृत लोगों की राख को हीरे में तब्दील कर रही है।

    सिंथेटिक और असली हीरे में बहुत ही कम अंतर पाया जाता है, जिसको मोटे तौर पर कोई नहीं पहचान सकता है। रिनाल्डो विल्ली के जरिए विकसित की गई तकनीक के ज़रिए अब बहुत से लोग अपने मृत परिजनों की राख को एक हीरे के रूप में रखने के इच्छुक हैं।

    दोस्तो, अब आपको बताते हैं एक महिला के बारे में, जिसका वजन 500 किलो के लगभग है। वह हाल के दिनों में सुर्खियों में रही हैं।

    दुनिया की सबसे ज्यादा वजन वाली महिलाओं में से एक मिस्र की 36 वर्षीय एमन अहमद वजन कराने का इलाज कराने के लिए गत् शनिवार को मुंबई पहुंची। उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मिस्र के एक विमान से भारत आने वाली एमन अपनी बहन शइमा अहमद के साथ शनिवार को करीब चार बजे मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरीं। उनका इलाज करने वाले चिकित्सकों ने कहा कि सर्जरी से पहले एमन करीब एक महीने तक निगरानी में रहेगी।

    आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ..

    मुंबई आए अभी उन्हें एक हफ्ता भर हुआ है, और हालत में तेज़ी से सुधार होता दिख रहा है।

    नीलमः गौरतलब है कि 25 साल से अपने घर से बाहर नहीं निकली है। दुनिया की सबसे मोटी महिलाओं में से एक एमन अभी मुंबई के बेरिएट्रिक सर्जन मुफ्फजल लकड़ावाला और उनकी टीम की देखरेख में हैं। लकड़ावाला के एक सहायक ने बताया कि वे एमन का करीब तीन महीने से इलाज कर रहे हैं और उन्होंने मिस्र के अलेक्जेंड्रिया शहर से घर के बिस्तर पर ही लेटे रहने को मजबूर एमन को लाने के लिए सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए।

    डॉक्टरों ने कहा, 'एमन के स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं को देखते हुए उसे मुंबई लाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था।' मुंबई के सैफी अस्पताल के बेरिएट्रिक सर्जरी विभाग की प्रमुख और सेंटर ऑफ ओबेसिटी एंड डाइजेस्टिव सर्जरी में एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक एंड बेरिएट्रिक सर्जन अपर्णा गोविल भास्कर और गंभीर और गहन चिकित्सा विभाग के सीनियर इनटेंसिविस्ट कमलेश बोहरा, एमन के साथ थे।

    जन्म के समय ही एमन अहमद का वजन असामान्य रूप से 5 किलोग्राम था। डॉक्टरों ने उसे एलिफेंटाइसिस से पीडि़त पाया। यह एक परजीवी संक्रमण है, जिसमें पिंडलियों में काफी सूजन आ जाती है।

    अनिलः वहीं अब एक और महत्वपूर्ण ख़बर आपके बताते हैं। आधार कार्ड की उपयोगिता को भारत सरकार लगातार बढ़ाती जा रही है। अब जो खबर आ रही है उसके अनुसार मानव संसाधन मंत्रालय (HRD) ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए आधार कार्ड अनिवार्य करने का ऐलान किया है। पर इस नियम में जम्मू कश्मीर, असम और मेघालय को छूट होगी।

    मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस मुताबिक जिन छात्र-छात्राओं के पास आधार नहीं है उन्हें 30 जून तक आधार के लिए एनरॉलमेंट करा लेना होगा। आधार मिलने तक छात्रवृति की सुविधा जारी रखने के लिए आधार आवेदन या एनरॉलमेंट स्लिप देना होगा। 30 जून तक आधार के लिए आवेदन करना होगा।

    नीलमः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि ऐसा करने के पीछे की वजह छात्रवृत्ति की प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बनाना है। साथ ही आधार की वजह से आपको कई सारे दस्तावेज लगाने के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा।

    अधिकारियों ने कहा कि जिन स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड नहीं है वो स्कॉलरशिप के लिए आधार एनरोलमेंट आईडी स्लिप, आधार एनरोलमेंट आवेदन, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि के जरिए भी अप्लाई कर सकते हैं।

    इससे पहले सरकार की ओर से राशन की दुकानों से सब्सिडी वाले अनाज की आपूर्ति पर आधार अनिवार्य कर दिया गया था। इसका मकसद खाद्य सुरक्षा कानून के तहत 1.4 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी को सही लोगों तक पहुंचाना है।

    अनिलः उधर

    फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने 'स्वच्छ भारत अभियान' पर बल देते हुए कहा कि खुले में शौच से बीमारी फैलती है, इसलिए सभी स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें और शौचालय का उपयोग करें। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी होशंगाबाद में 'टॉयलेट-एक प्रेमकथा' की शूटिंग में व्यस्त अक्षय कुमार ने पत्रकारों से चर्चा में यह बात कही।

    अक्षय ने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक एक हजार बच्चों की मौत सिर्फ डायरिया से होती है, इसलिए सजग रहकर स्वच्छता के लिए जागरूक बनें। उन्होंने बताया कि वे बड़े-बड़े विषयों पर फिल्म बना रहे हैं, जिसमें से 'टॉयलेट-एक प्रेमकथा' भी है। भोपाल और होशंगाबाद की साफ सफाई की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मुंबई से अच्छी सफाई व्यवस्था नजर आई। उन्होंने कहा कि होशंगाबाद में नर्मदा के किनारे महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने के लिए जो चेंजिंग रूम बने हैं, वह सराहनीय हैं। इसका श्रेय उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया। अक्षय ने इस दौरान नर्मदा स्नान की इच्छा भी जाहिर की और कहा कि यह यहां उनकी पहली फिल्म हो सकती है पर आखिरी नहीं। उन्होंने कहा कि अभी वे व्यस्तता के चलते नर्मदा में स्नान नहीं कर सके हैं।

    वहीं

    हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों व मुफ्तियों ने फैसला किया है कि वे उन घरों में निकाह नहीं कराएंगे जहां शौचालय नहीं हैं। जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद ए मदनी ने कहा कि इन तीनों राज्यों में निकाह के लिए शौचालय होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसे शीघ्र ही देश के सभी राज्यों के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा।

    पूर्व राज्यसभा सदस्य मदनी ने पिछले सप्ताह यहां खानपारा में असम कांफ्रेंस ऑन सेनिटेशन-2017 के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश के सभी धर्मो के धार्मिक नेताओं को यह निर्णय लेना चाहिए कि वे उन घरों में कोई अनुष्ठान नहीं कराएंगे जहां शौचालय नहीं हैं।

    स्वच्छता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को शौचालय का प्रयोग करना चाहिए और सिर्फ असम ही नहीं, बल्कि पूरे देश को स्वच्छ बनाया जाना चाहिए। मदनी ने कहा कि दो प्रकार की स्वच्छता होती है। एक बाहरी और दूसरी भीतरी। दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हम आंतरिक रूप से स्वच्छ तभी हो सकते हैं, जब हमारा शरीर साफ होगा।

    नीलमः अब बात करते हैं तकनीक संबंधी समाचार की।

    मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जिओ की फ्री सर्विसेज के चलते टेलिकॉम मार्किट को 20 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च की एक रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2018 में टेलिकॉम सेक्टर के आउटलुक को Negative की बजाय Stable to Negative कर दिया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, जिओ के मार्किट में आने के बाद मार्किट शेयर में redistribution की स्थिति है। आपको बता दें कि जनवरी 2017 में रिलायंस जिओ के पास करीब 7 करोड़ 20 लाख सबस्क्राइबर्स थे। माना जा रहा है कि ये आंकड़ा मार्च 2017 तक 10 करोड़ पहुंच सकता है।

    रिलायंस जिओ के फ्री ऑफर के अलावा अगर इसकी 4जी एलटीई सर्विस पर गौर किया जाए, तो इसका अनुभव भी यूजर्स के लिए काफी अच्छा रहा है। इसी के चलते जिओ के मार्किट शेयर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, आने वाले समय में भारतीय टेलिकॉम बाजार में डुअल सिम का इस्तेमाल बढ़ सकता है। वहीं, रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि अगर कंपनियों को अपने यूजर्स को बनाए रखना है, तो उन्हें डाटा स्पीड और वर्चुअल नेटवर्क प्लेटफॉर्म को और मजबूत बनाना होगा। यही नहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि आने वाले दिनों में वोडाफोन और आईडिया के विलय के बाद प्राइस वॉर एक बार फिर तेज हो सकता है। हालांकि, इस विलय से टेलिकॉम इंडस्ट्री में स्पेक्ट्रम डुप्लिकेशन खत्म होगा।

    रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइस वॉर बढ़ने के साथ टेलिकॉम मार्किट से छोटी कंपनियां को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है। क्योंकि वो ज्यादा समय तक पैसा नहीं लगा पाएंगी। ऐसे में उन्हें मार्किट से बाहर निकलने पर विचार करना पड़ सकता है। एजेंसी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018 में प्रति व्यक्ति डाटा यूज में 35 से 40 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है।

    ...

    अनिलः अब समय हो गया है, दूसरी जानकारी का। अगर आप कामकाजी हैं तो कुछ टिप्स आपके काम आ सकती हैं।

    बच्चों की मासूम हंसी और शरारतें आपको यकीनन मुस्कुराने पर मजबूर कर देंगी। इसलिए दफ्तर से घर जाते वक्त किसी पार्क में 10 मिनट जरूर जाएं। वहां अपने बेबी को दूसरों बच्चों के साथ हंसता खेलता देखें। आपको बहुत अच्छा लगेगा।रात में थोड़ा जल्दी सो जाएं और सुबह जल्दी जागें। आप देखेंगे कि सही समय पर सोने और जागने का यह छोटा सा परिवर्तन आपके लिए सुकून की वजह बनेगा।

    किसी के साथ हुई बहस को भूल जाएं। प्यार से बात करें। बात न करें तो एक अच्छी सी मुस्कान ही उसे दे दें। उससे प्यार से बात करें। यह छोटी सी चीज आपके दिल को बेहद सुकून देगी। मन का कुछ खाएं। कोई भी चिंता करें किसी एक दिन अपने मन का खाएं।

    मनपसंद खाने से दिमाग से ऐसे हार्मोन निकलते हैं, जिससे हम हैप्पी जोन में चले जाते हैं। मांसपेशियों को ढीला छोडऩे से काफी रिेलेक्स मिलता है। आप हल्का महसूस करेंगी। स्ट्रेच करें। हल्का-फुल्का वर्कआउट करें। डांस भी कर सकती हैं।

    सांसों पर ध्यान केन्द्रित करें। पांच मिनट के लिए गहरी सांस लें। सांस अंदर लें और उसे धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। इससे दिमाग रिलेक्स होता है।

    नीलमः अब वक्त हो गया है हेल्थ संबंधी जानकारी का।

    हमारा खून का कतरा-कतरा जहां कई मौतों को रोकता है वहीं यह हमारे तन-मन को ढलती उम्र में भी सुंदर बनाए रखने में मदद करता है। इसके जीते जागते उदाहरण दक्षिण अफ्रीका के 90 वर्षीय मॉरिस क्रेसविक और अमरीका के हॉराल्ड मेनडेनहाल (88) हैं जो इस महादान की वजह से अपने हम उम्रों के मुकाबले बहुत सेहतमंद और खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। रक्तदान हृदयाघात और कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों से बचाव में कारगर होने के साथ-साथ मोटापे से भी मुक्ति दिलाने में सहायक है। अब तक कई लीटर खून दान करने वाले दक्षिण अफ्रीका के क्रेसविक और अमरीका के फ्लोरिडा के मेनडेनहाल आज भी तंदुरुस्त हैं तथा उन्हें एक भी दवा की जरूरत नहीं है।

    दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में बेहद खूबसूरत ओल्ड होम ईल्फिन लॉज रिटायरमेंट विलेज में रह रहे क्रेसविक 18 साल की उम्र में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। किसी अजनबी के खून से नई जिंदगी पाने वाले क्रेसविक ने अपने शरीर के पोर-पोर में महक रहे लाल गुलाब से कई जिंदगियों में खुशबू और रंग भरने का व्रत लिया और मन की खूबसूरती की मिसाल पेश करते हुए अपने जैसे हजारों चेहरों के लिए आदर्श बनें।

    अब तक 413 पाइंट्स यानी 195.4 लीटर रक्त दान करने वाले क्रेसविक को नियमित रूप से सर्वाधिक खून देने वाले व्यक्ति के रूप में 2010 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल किया गया। लंबे समय तक खुशमिजाज और स्वस्थ बने रहने का राज के्रसविक इन शब्दों में व्यक्त करते हैं, खून का कतरा-कतरा अहमियत रखता है। आप यह देखकर अचंभित रह जाएंगे कि एक यूनिट खून से क्या हासिल किया जा सकता है।

    अनिलः दोस्तो, गुड़ और चने खाने के फायदे तो सुने होंगे। वैसे तो चना और गुड़ दोनों हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। लेकिन जबगुड़ और चने को मिलाकर खाते हैं तो इसके हेल्थ बेनिफिट्स और बढ़ जाते हैं। डाइट एक्सपर्ट के अनुसार यह कांबिनेशन पुरुषों की हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। चने और गुड़ में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, यह मसल्स मजबूत बनाने में मदद करता है। इतना ही नहीं चने और गुड़ में ज़िंक होता है। जो चेहरे की चमक बढ़ाता है और इसे खाने से स्मार्टनेस बढ़ती है। चने के साथ गुड़ खाने से शरीर का मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है। इसके साथ ही गुड़ और चने में फाइबर होता है, इसे खाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। चने और गुड़ को साथ खाने से शरीर के टॉक्सिन्स दूर होते हैं।

    प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यहीं संपन्न होता है।

    नीलमः अब समय हो गया है श्रोताओं की टिप्पणी का। यह पत्र भेजा है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने।

    कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत भारत की एम्बेसडर कार को फ्रांसीसी कार निर्माता कम्पनी फ़्यूज़ो द्वारा अस्सी करोड़ में ख़रीद लिये जाने की ख़बर मन में चुभन सी पैदा कर गयी। पति-पत्नी के बीच तलाक़ के लिये ऊबर कैब को ज़िम्मेदार ठहराते हुये उस पर 34 करोड़ का दावा ठोके जाने का किस्सा भी अनूठा लगा। भारतीय कृषि अनुसन्धान केन्द्र द्वारा सरसों, गेहूँ सहित तमाम अनाज एवं सब्जियों की अधिक उपयोगी किस्में ईज़ाद किया जाना महत्वपूर्ण लगा। गर्भनिरोधक के रूप में इस्तेमाल कॉन्डोम अथवा औषधियों के बारे में तो सुना था, परन्तु इसके लिये एप्प भी बना लिया गया है, यह पहली बार जाना। एक अन्तर्राष्ट्रीय टीम द्वारा बुजुर्गो की देखरेख के लिये विकसित रोबोट सम्बन्धी समाचार भी अच्छा लगा। और हाँ, ब्रिटेन में शतायु लोगों की संख्या कोई पन्द्रह हज़ार है, यह जानकारी भी अच्छी थी। जब कि हेल्थटिप्स में लहसुन के तमाम गुणों के साथ यह बताया जाना कि लहसुन खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिये, जानकारी अत्यन्त उपादेय लगी। कार्यक्रम में पेश तीनों जोक हल्के-फ़ुल्के कहे जायेंगे। धन्यवाद् फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    धन्यवाद सुरेश जी, हमें पत्र भेजने के लिए।

    जोक्स....

    अब बारी हो गयी है, जोक्स की।

    एक औरत बच्चे को सुला रही थी

    औरत - सो जा डिप्लोमा सो जा

    संता - ओ ताई तू ये

    बच्चे को डिप्लोमा क्यों कह रही है

    औरत - अरे ये डिप्लोमा ही तो है

    संता - कैसे ?

    औरत - हमारी बेटी शहर डिप्लोमा लेने गयी थी

    ये लेके आयी इसलिए यही डिप्लोमा है

    दूसरा जोक

    एग्जाम हॉल में पप्पू चुपचाप बैठा था।

    टीचर- तुम कुछ लिख क्यों नहीं रहे?

    पप्पू- कुछ आ ही नहीं रहा।

    टीचर- अरे कुछ तो आ ही रहा होगा।

    पप्पू- हां।

    टीचर- क्या?

    पप्पू- रोना !!!

    तीसरा और अंतिम जोक

    संता 1st अप्रैल के दिन बस में चढ़ा ,,

    कंडक्टर ने टिकट माँगा ,

    तो संता 10 रुपये देकर टिकट ले लिया ,,

    फिर हँसते हुए बोला-

    अप्रैल फूल , मेरे पास तो बस का पास है।

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