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आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 के जून तक चीन में 65 करोड़ 60 लाख लोग मोबाइल फ़ोन में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। यह संख्या दुनिया में सबसे ज़्यादा है। इसके साथ ही चीन में ऐप यानी मोबाइल एप्लिकेशन की संख्या 65 लाख से अधिक है। चीनी लोग बस अपने मोबाइल फ़ोन से ही भुगतान, ख़रीददारी, टैक्सी बुलाने, घर पर खाना मंगाने, फ़िल्मों के टिकट बुक करने और जीपीएस देखने समेत बहुत सारे काम पूरा करते हैं। पेइचिंग वासी श्री सुन ने कहा कि इस समय चीनी लोग मोबाइल इंटरनेट से बहुत सी सुविधाएं लेते हैं। आशा है कि कुछ सेवाओं में और सुधार किया जाएगा। श्री सुन ने कहाः
"मैं रोज़ मेट्रो से दफ़्तर जाता हूं। मेट्रो की अलग अलग लाइनों पर मोबाइल सिगनल की स्थिति भी अलग है। कुछ लाइनों पर सिगनल अच्छा रहता है, लेकिन कुछ पर तो बहुत ख़राब है। इसमें सुधार करना आवश्यकता है। दूसरी बात यह है कि, मुझे लगता है कि इंटरनेट के माध्यम से जीवन से जुड़ी कुछ बातों का निपटारा करना फिर भी असुविधाजनक है। आशा है कि भविष्य में सरकारी विभाग और ज़्यादा ऑलाइन सेवाओं की सुविधा शुरू करेंगे। ऐसे में हम सरकारी कार्यालय जाने के बजाए मोबाइल फ़ोन से ही अपने काम पूरा कर सकेंगे।"
श्री सुन की परेशानी का जवाब हाल में चीनी राज्य परिषद द्वारा प्रकाशित "मोबाइल इंटरनेट के स्वस्थ और सुव्यवस्थित विकास को बढ़ाने के बारे में राय" में मिल सकता है। इस राय में कहा गया है कि मोबाइल इंटरनेट की श्रेष्ठता का पूर्ण रूप से इस्तेमाल करने के साथ साथ अर्थव्यवस्था में जीवन शक्ति डालना चाहिए, ताकि नागरिकों को अच्छी और उदार सेवा दी जा सके। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए चीनी राज्य परिषद ने योजना बनाई कि बुनियादी संस्थापनों में पूंजी निवेश को बढ़ाया जाएगा, इंटरनेट के इस्तेमाल की लागत कम की जाएगी, इंटरनेट से गरीबी उन्मूलन में भी मदद मिलेगी और इंटरनेट प्लस सरकारी सेवा संबंधी कदमों को तेज किया जाएगा।
चीन के नानचिंग डाक और दूरसंचार विश्वविद्यालय के सूचना उद्योग रणनीति के संस्थान के प्रमुख वांग छुनह्वी ने कहा कि सरकार मोबाइल इंटरनेट के नए विकास को बढ़ाने में काफ़ी प्रयास करती रहेगी। वांग छुनह्वी ने कहाः
"मोबाइल इंटरनेट के स्वस्थ और सुव्यवस्थित विकास को आगे बढ़ाने के बारे में राय में कुछ सुझाव पेश किए गए। पहला, मोबाइल इंटरनेट से जुड़ी कंपनियों को व्यापार करने में सुविधा दी जाए। दूसरा, संवाद से संबंधित बुनियादी संस्थापनों का निर्माण मज़बूत किया जाए। और बड़े पैमाने पर, विशेषकर गरीब और दूरस्थ क्षेत्रों में 4G की सेवाओं में तेज़ी लाई जाए। क्योंकि गरीबी उन्मूलन की प्राथमिकता तेज़ गति वाले संवाद के लिए बुनियादी संस्थापन है।"
नीतिगत समर्थन के अलावा, तकनीक के क्षेत्र में चीनी राज्य परिषद ने "मोबाइल इंटरनेट के स्वस्थ और सुव्यवस्थित विकास को बढ़ाने की राय" में कहा कि कुंजी प्रौद्योगिकी में नई प्रगति हासिल करने की आवश्यकता है। भविष्य में चीन मोबाइल चिप्स, मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम, स्मार्ट सेंसर और जीपीएस आदि आधारभूत तकनीकों के साथ साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वीआर (वर्चुअल रियलिटी), एआर (आग्मेन्टड रियलिटी) और एमईएमएस (माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम) आदि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर ध्यान देगा।
इंटरनेट सुरक्षा लंबे समय से बहस का एक गर्म मुद्दा रही है। पिछले वर्ष चीन ने इंटरनेट सुरक्षा कानून और राष्ट्रीय इंटरनेट सुरक्षा रणनीति सार्वजनिक की। वांग छुनह्वी ने कहा कि चाहे वर्तमान हो या भविष्य, सुरक्षा के खतरे की रोकथाम को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उनका कहना हैः
"हालांकि इस समय चीन में मोबाइल इंटरनेट का तेज़ विकास हो रहा है, लेकिन इसमें अब भी बहुत समस्याएं मौजूद हैं। सबसे बड़ी समस्या है इंटरनेट की सुरक्षा। अब नागरिकों की आइडेंटिटी सूचना, फ़ोन नंबर, घर का पता और बैंक खाता आदि सूचनाओं को अवैध तरीके से लेना एक काली श्रृंखला बनता जा रहा है, जो स्रोत, बिचौलिये और अवैध उपयोगकर्ता को जोड़ती है। पिछले साल इंटरनेट सुरक्षा कानून का कार्यांवयन किया गया। यह एक बहुत महत्वपूर्ण बात है। क्या भविष्य में मोबाइल इंटरनेट का स्वस्थ और सुव्यवस्थित विकास हो पाएगा या नहीं, प्राथमिकता है कि सृजन और कानून के बीच संबंधों का उचित समाधान किया जाए।"