20160926 "मोफ़ान शुचू" किताबघर के संस्थापक च्यांग शुन की कहानी
2016-10-09 20:07:14 cri
किताबघर के संस्थापक होने के साथ साथ च्यांग शुन कवि, चित्रकार, डिज़ाइनर, प्रकाशक और संग्राहक भी हैं। वे इस किताबघर में अपना पूरा मन लगाते हैं बल्कि ये कहना गलत नहीं होगा कि वो अपने इस किताबघर में डूबे हुए हैं। हरेक जगह, यहां तक कि दरवाज़े, खिड़कियां और किताबों की दराज़ों की डिज़ाइन भी च्यांग शुन ने ख़ुद ही बनाई हैं।
"किताबघर कुछ भागों से गठित है, यानी व्यापार क्षेत्र, गलियारा, टी-रूम, प्रदर्शन क्षेत्र, छोटा सा पुल और वीआईपी क्षेत्र। वास्तव में मैंने इस मकान का पुराना रूप बहाल करने का काम किया। मैंने पुराने फ़र्नीचर भी खरीदकर यहां रखे हैं, ताकि वे पूरे माहौल के अनुरूप हो सकें। मेरा उद्देश्य है कि अतिथि हमारे यहां आते समय पुराने समय वापस लौटना महसूस कर सकते हैं।"