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    टी टाइम 160414(अनिल और नीलम)
    2016-04-14 19:08:04 cri

    टी-टाइम

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः दोस्तो, लीजिए, प्रोग्राम शुरू करते हैं।

    दोस्तो, बात तकनीक की करते हैं।

    रोबोट चीता और गूगल 'ग्लास' के बाद गूगल अब सच में एक अद्भुत तकनीक लाने की तैयारी में है।

    इस तकनीक के जरिए आप किसी भी डिवाइस को बिना टच किए आपरेट कर सकते हैं।

    अगर गूगल अपनी इस नई तकनीक को पेश करता है, तो हमारा भविष्य किसी साई-फाई फिल्म से कम नहीं होगा। रोबोट चीता और गूगल 'ग्लास' के बाद गूगल अब सच में एक अद्भुत तकनीक लाने की तैयारी में है।

    गूगल का नया प्रोजेक्ट सोली काम-काज का एक नया तरीका होगा, इस सेंसर में रडार टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो उंगलियों की हरकतों को प्रति सेकंड 10,000 फ्रेम दर से रिकार्ड कर सकता है।

    यह तकनीक इससे पहले कभी इस्तेमाल नहीं की गई है। आसान और सीधे शब्दों में कहें, तो इस तकनीक के जरिए आप किसी भी डिवाइस को बिना टच किए आपरेट कर सकते हैं।

    यह सेंसर लगभग एक छोटे से कंप्यूटर चिप के आकार का है। इस तकनीक के जरिए आपका हाथ एक वर्चुअल डायल मशीन की तरह काम करेगा। इसके जरिए आप स्पीकर की आवाज को घटा-बढ़ा सकते हैं, स्मार्टवॉच या स्मार्टफोन स्क्रीन एक आभासी टचपैड से नियंत्रित कर सकते हैं।

    यह छोटी सी चिप वास्तव में एक छोटा सा जेस्चर रडार है जोकि अविश्वसनीय हाइपर स्पीड पर सबसे जटिल हाथ के इशारों को समझता है। चिप बेहद छोटे आकार की वजह से किसी में जगह फिट हो सकती है। अगर यह तकनीक हकीकत बनकर सामने आती है तो फिर किसी डिवाइस को संचालित करने के लिए अनावश्यक छूने की जरूरत नहीं होगी।

    नीलम-

    दोस्तो, ज़रा सोचिए, आपको कॉल करने वाला कॉलर मोबाइल की स्क्रीन में से बाहर निकलकर आपसे बात करने लग जाए तो कैसा लगेगा। यह कपोल कल्पना नहीं है। हो सकता है अगले साल इस तरह का मोबाइल आप ही के हाथ में हो। यह सपना सच होगा थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक से, जिसपर काम करने में सैमसंग, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कम्पनियां जुटी हुई हैं।

    थ्री डी होलोग्राम तकनीक त्रिविमिय तकनीक है, जिसमें लेजर बीम से विशेष तरंगदैध्र्य का प्रकाश निकलता है जो किसी छवि की तीन दिशाएं उभारता है। इसमें एेसा लगता है जैसे कोई चित्र सामने ही है अथवा फिल्म के दृश्य सामने ही घटित हो रहे हैं।

    यह एक आभासी (वर्चुअल) तकनीक है। मोबाइल में इस तकनीक के लिए अतिरिक्त कैमरे और लेजर सोर्स लगाने पड़ेंगे। जैसे ही कॉल आएगी, लेजर लाइट्स कॉलर की फोटो को स्क्रीन से ऊपर उठा देगी। इससे एेसा लगेगा जैसे कॉलर सामने ही बैठा है।

    अनिलः

    वर्तमान में सैमसंग और एप्पल मोबाइल कम्पनियां थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक विकसित करने के लिए सबसे आगे चल रही हैं। अगले साल तक बेसिक थ्री डी होलोग्राम युक्त मोबाइल बाजार में आने की संभावना है। वैज्ञानिकों के अनुसार 2020 तक 5 जी तकनीक आएगी।

    उस समय आने वाले लगभग सभी मोबाइल थ्री डी होलोग्राम तकनीक युक्त होंगे। थ्री डी होलोग्राम तकनीक का बाजार हर साल 13 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। इस तकनीक का उपयोग मोबाइल के बाद स्वास्थ्य, कला और भवन निर्माण क्षेत्र में होगा। घरों व दफ्तरों के नक्शे की भी थ्री डी इमेज बनेगी।

    लेजर किरणों की मदद से थ्री डी छवि उकेरने में कामयाबी तो मिल गई, लेकिन लेजर किरणों से यह छवि अंधेरे और धुएं में ही प्राप्त हो रही है। इस समस्या को दूर करते ही एेसा मोबाइल बाजार में आ जाएगा। कई कम्पनियां इस पर काम भी कर रही हैं।

    नीलमः

    दोस्तो,

    आज भी दुनिया में ऐसे कई समुदाय हैं जो सालों पुरानी परम्पराओं को जिंदा रखती हैं। ऐसा ही एक समुदाय है पश्चिमी मंगोलिया के कजाक लोगों का। ये आज भी अपनी 4,000 साल पुरानी परम्परा को उतने ही जोश से निभाते हैं। ये है हर साल होने वाला गोल्डन ईगल फेस्टीवल यानी सुनहरे बाज का पर्व।

    इस पर्व में ये लोग अपने बाज के जरिए लोमड़ी, बकरियों का शिकार करते हैं। इस दौरान ये बाज हवा में 321 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ते हैं और शिकार करते हैं। साथ ही घुड़दौड़ और तीरंदाजी भी होती है। इसके अलावा लोग अपने घोड़ों पर बैठ कर बकरी की खाल हथियाने के लिए भी लड़ाई करते हैं। लोग जो पारंपरिक कपड़े पहनते हैं वो उन्हीं लोमड़ी, बकरियों, भेड़िए की खाल से बने हैं जो इनके बाजों ने इनके लिए शिकार किए होते हैं।

    सिडनी के फोटोग्राफर मसीमो रूमी ने इस तरह की तस्वीरें ली हैं। वे बताते हैं,'' पश्चिमी मंगोलिया के ऐल्टाई पहाड़ों में रहने वाले कजाकी लोग ही इकलौते ऐसे हैं जो सुनहरे बाजों से शिकार करते हैं।'' ये प्रथा 940 ईसापूर्व में उत्तर चीन में रहने वाले मंचूरिया के बंजारे किसानों द्वारा शुरू की गई थी।

    अनिलः दोस्तो, लंदन की सबसे ऊंची बिल्डिंग "द शार्ड" से छलांग लगाकर एक व्यक्ति ने काफी ज्यादा दुस्साहस का प्रदर्शन किया है। बिल्डिंग की ऊंचाई लगभग 1016 फीट (310 मीटर) है, जो कि 87 मंजिला है। पैरासूट के साथ छलांग लगाते हुए वो सुरक्षित सेंट थॉमस स्ट्रीट पर उतरा। इसके बाद वहां पहले से ही तैयार खड़े अपने एक साथी के साथ पैरासूट को समेट कर कुछ देर में मौके से फरार हो गया।

    एक चश्मदीद जस्टिन नॉक ने उस व्यक्ति के कूदने की तस्वीरें ली है। नॉक ने कहा कि छलांग लगाने वाले शख्स ने अपने इस दुस्साहसिक कदम को कुशलतापूर्वक अंजाम दिया। वह पेशेवर मालूम पड़ता था। बिल्डिंग "द शार्ड" के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम इस घटना की जांच कर रहे हैं।

    वहीं, पुलिस ने बताया कि जंपर ने इस करतब के लिए अनुमति नहीं ली थी और उसकी पहचान नहीं हो सकी है। कानून का उल्लंघन करने पर जंपर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    नीलम-

    अब समय हो गया है हेल्थ टिप्स-

    क्या आपको बालों में होने वाले डेंड्रफ के बारे से होने वाले नुकसान के बारे में पता है।

    चेहरे की सुंदरता बर्बाद हो जाती है। ड्राई स्किन फ्लेक्स आपके पोर यानी रोमछिद्रों को बंद कर देते हैं, जिससे पिंपल्स हो जाते हैं। अगर आपको मुंहासे अक्सर होते हैं, तो डैंड्रफ इस स्थिति को और खराब कर सकता है।

    स्कैल्प पर खुजली होने लगती है। दिन भर सिर खुजाने से जगह-जगह पर्सनेलिटी पर असर पड़ता है। डैंड्रफ से सोरायसिस भी हो सकता है जो एक ऐसी स्थिति है जिसमें स्कैल्प में लाल रंग के धब्बे पड़ जाते हैं और उनमें खुजली होती है। ये धब्बे आपके कान के पीछे या पीठ तक पहुंच सकते हैं।

    पीठ पर मुहांसे होने लगते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं बैक एक्ने का एक बड़ा कारण है डैंड्रफ।

    बाल तेजी से झड़ते हैं। डैंड्रफ से हेयरफॉल की समस्या काफी बढ़ जाती है।

    डैंड्रफ से ब्लेफराइटिस आई इंफेक्शन हो सकता है। इसमें पलकों पर डैंड्रफ हो जाती है। जिससे आंखें खराब दिखती हैं और खुजली हो जाती है।

    प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है। अगर आपके पास भी कोई जानकारी या जोक्स हों तो हमें भेज सकते हैं। आपके द्वारा भेजी गई जानकारी को हम प्रोग्राम में शामिल करेंगे।

    धन्यवाद।

    नीलम

    लीजिए अब पेश करते हैं, श्रोताओं के पत्र। सबसे पहला पत्र हमें भेजा है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत ट्रैफिक सिग्नल पर बार-बार कार बंद करने और फिर स्टार्ट करने से जल्द ही छुटकारा मिलने वाला समाचार काफी उत्साहवर्द्धक लगा। ट्रैफिक सिग्नल पर कार 10 सैकेंड के अंदर बंद हो जाएगी और दोबारा स्टार्ट करने के लिए भी सिर्फ़ क्लच दबाना पर्याप्त होगा, और ऐसा स्टॉप तकनीक से होगा, जिसका विकास नासिक के इंजीनियरिंग छात्र विराज रानाडे द्वारा किया गया है। काफी शोध और परीक्षण करने के बाद विराज ने यह तकनीक विकसित की है। तकनीक को उन्होंने इंटेलिजेंट ऐडलिंग सिस्टम नाम दिया है। मेरी राय में विराज का यह आविष्कार भारत के मुंबई, दिल्ली, पुणे, कोलकाता जैसे महानगरों में काफी उपयोगी साबित हो सकता है, जहां ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या है। यह मशीन 10 और 20 सैकेंड बाद कार को ऑफ करने के विकल्प के साथ आती है। सुविधानुसार इनमें से जो तकनीक बेहतर लगे उसे उपयोग में लाया जा सकता है। "क्या एक चूहा एक कुत्ते के आकार से भी बड़ा हो सकता है ? यह जानकारी भी काफी आश्चर्यजनक लगी, परन्तु इस बात का जवाब उत्तरी लंदन में रहने वाले लोगों को हाल ही में मिला है। वहां के एक घर में ऐसा चूहा मिला है, जिसका शरीर काफी बड़ा था। आकार में कुत्ते से भी बड़ा ऐसा चूहा हैकने डाउंस इलाके के एक फ्लैट में मृत अवस्था में मिला, जिसे देखकर सब हैरान थे।जिस फ्लैट से यह चूहा मिला, वो 46 वर्षीय गैस इंजीनियर टोनी स्मिथ का है। उक्त चूहे का कद जैक रसेल नस्ल के कुत्ते से भी बड़ा था और वज़न 25 पौंड से ज्यादा। चूहे की लंबाई करीब 4 फीट थी। फिलहाल गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में सबसे लंबे चूहे का कोई रिकॉर्ड नहीं है। इससे पहले सबसे लंबा चूहा मिलने की रिपोर्ट फिलीपींस के लुज़ोन टापू से मिली थी, जहाँ 3 फीट 3 इंच लंबा चूहा मिला था।

    स्पोर्ट्स सेगमेंट में यह जान कर ख़ुशी हुई कि भारत के दो अन्तर्राष्ट्रीय फुटबॉलरों जैरी मावीमिगथांगा और लालीयानजुआला चांग्टे को लीवरपूल में एक सप्ताह तक चलने वाले कोचिंग कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। ये दोनों खिलाड़ी महाराष्ट्र के डीएसके फुटबॉल क्लब अकादमी से हैं।

    आज के हेल्थ-टिप्स में आवश्यकता से अधिक एंटीबायोटिक्स का उपयोग स्वास्थ्य के लिये कितना घातक हो सकता है, इसकी जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा एंटीबायोटिक्स के सावधानी से उपयोग करने के लिए ज़ारी चेतावनी से मिल जाती है। यही वजह है कि 15 मार्च को मनाए जाने वाले विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की थीम भी एंटीबायोटिक्स प्रतिरोधकता रखी गई है। विश्व तेजी के साथ एंटीबायोटिक युग में बढ़ रहा है। मामूली बीमारी होने पर लोग स्वयं ही एंटीबायोटिक्स दवा का उपयोग कर लेते हैं। इसी तरह पशुओं में भी ऐसी दवाएं देने का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जो कि एक चिंताजनक विषय है।

    आज के हंसगुल्लों में तीनों जोक्स अच्छे थे, पर मुझे -"शक करने वाली बीवी" वाला जोक सब से उम्दा लगा।

    धन्यवाद, हमें पत्र भेजने के लिए।

    उत्तर- हमें इस बात का बड़ा ही खेद है कि आपकी त्वरित टिप्पणी हम तक नहीं पहुंची है। उम्मीद करते हैं कि भविष्य में इस तरह की परेशानी फिर से न हो। हमें पत्र भेजने और लिखने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

    वहीं दूसरा पत्र हमें आया है, बिहार से शंकर प्रसाद शंभू का। वे लिखते हैं कि

    अनिल और नीलम जी , प्यार भरा नमस्कार।7 अप्रैल 2016 के "टी टाइम" प्रोग्राम में ट्रैफिक सिग्नल पर बार-बार कार बंद करने और फिर स्टार्ट करने से जल्द ही छुटकारा मिलने वाला है । अब कार ट्रैफिक सिग्नल पर 10 सेकेंड के अंदर बंद हो जाएगी और दोबारा स्टार्ट करने के लिए भी सिर्फ क्लच दबाना पड़ेगा । इस तकनीक का आविष्कार नासिक के इंजीनियरिंग छात्र विराज रानाडे ने किया है । यह सुनकर मैं बहुत खुश हुआ ।

    उत्तरी लंदन में रहने वाले 46 साल के गैस इंजीनियर टोनी स्मिथ के घर में हाल ही में एक कुत्ते के आकार से भी बड़ा एक चूहा मिला है, जिसका शरीर काफी बड़ा था । आकार में कुत्ते से भी बड़ा ऐसा चूहा हैकने डाउंस इलाके के एक फ्लैट में मृत अवस्था में मिला, जिसे देखकर सब हैरान थे । चर्चा काफी अच्छा लगा !

    हेल्थ टिप्स में विशेषज्ञों के मुताबिक वर्तमान समय में एंटीबायोटिक्स का उपयोग अधिक हो रहा है । यह स्थितियां सभी के लिए घातक हैं । लोगों को एंटीबायोटिक्स के अनुपयुक्त उपयोग से बचना होगा । अब तक देखने में आया है कि बुखार सहित अन्य स्थितियों में लोग इसका उपयोग कर लेते हैं । इन स्थितियों में बढ़ावा होने से रोगप्रतिरोधक क्षमता में कमी आ रही है । जिसके घातक परिणाम एक समय के बाद सामने आते हैं । चर्चा काफी अच्छा लगा !

    आज एक बेहतरीन प्रोग्राम पेश करने के लिए फिर से धन्यवाद।

    धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिए।

    अब इस बार के प्रोग्राम के आखिरी पत्र हमें आया है पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप का। वे लिखते हैं कि निहाहो, 7 अप्रैल को टी टाइम प्रोग्राम में एक खबर सुनी जो ट्रैफिक सिगनल पर कार बंद करने और स्टार्ट करने की झंझट से छुटकारा मिलेगा संबंधित थी, काफी खास लगी। खेल दुनिया की खबर सुनकर अच्छा लगा। हेल्थ टिप्स भी बढ़िया लगा। सवाल-जवाब और जोक्स भी अच्छे थे।

    श्रोताओं की टिप्पणी यहीं संपन्न होती है, आप सभी का बहुत शुक्रिया।

    अनिलः अब समय हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का।

    पहला जोक—

    संता पैराशूट बेच रहा था..

    हवाई जहाज से कूदो,

    बटन दबाओ

    और जमीन पर सुरक्षित पहुंच जाओ.

    ग्राहक: अगर पैराशूट नहीं खुला तो?

    संता: तो पैसे वापिस!!!

    दूसरा जोक—

    शायर प्रेमी

    गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था जब उसका प्रेम शहर की एक चंचल युवती से हो गया , तो सब को हैरानी थी कि वह कैसे उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखेगा।

    बाद में मालूम पडा , उसने युवती से इस रूप में कहा - नूरजहां , मेरे घर के लोगों के साथ दफनाया जाना तुम पसन्द करोगी क्या ?

    तीसरा और अंतिम जोक.

    डॉक्टर : दांत निकालना पड़ेगा।

    मरीज : कितने पैसे लगेंगे?

    डॉक्टर : 200 रुपए।

    मरीज : यह लो 50 रुपए, ढीला कर देना, निकाल मैं खुद लूंगा।

    दोस्तो, आपको जोक्स कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा।

    अब समय हो गया है सवाल जवाब का।

    पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवालः ट्रैफ़िक सिग्नल और कार के बारे में क्या ख़बर सामने आयी है

    सही जवाब है-

    अब आपकी कार ट्रैफिक सिग्नल पर 10 सेकेंड के अंदर बंद हो जाएगी और दोबारा स्टार्ट करने के लिए भी आपको सिर्फ क्लच दबाना पड़ेगा।

    दूसरा सवालः भारत के दो फ़ुटबालरों को क्या मौका मिला है।

    सही जवाब है- भारत के दो अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलरों को लीवरपूल में एक सप्ताह तक चलने वाले कोचिंग कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, देबाशीष गोप और भावनगर गुजरात से मकवाना विशाल कुमार धीरूभाई आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब लीजिए सुनिये आज के सवाल।

    पहला सवालः गूगल क्या तकनीक लाने वाला है

    दूसरा सवालः लंदन में एक व्यक्ति किस वजह से सुर्खियों में रहा

    सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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