Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2015-11-25
    2015-11-30 09:20:39 cri

    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    मीनू:सभी श्रोताओं को मीनू का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    अनिल:चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हम पढ़ते हैं पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल का। उन्होंने लिखा है....., मेरी नजर मेँ चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान के चीनी स्वप्न साकार करने के लिए 13वीं पंचवर्षीय योजना एक ऐतिहासिक पड़ाव होगी, जो चीन में खुशहाल समाज का निर्माण सुनिश्चित करेगी । इसमें कहा गया है कि इंटरनेट के माहौल को बेहतर बनाया जाएगा, इसके तहत चीन की अंतराष्ट्रीय प्रसार क्षमता के निर्माण को मजबूत करते हुए चीनी संस्कृति को बढ़ावा दिया जाएगा। वहीं जनसंख्या के संतुलित विकास को मजबूत करने के लिए एक दंपति के लिए दो बच्चों की नीति का लागू करना भी अहम है। जबकि बर्ष 2016 से बर्ष 2020 तक चीन मेँ आर्थिक औसत बार्षिक वृद्वि को कम से कम 6.5 प्रतिशत रखने का निर्णय लिया गया जिससे मध्य व तेज आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य बहाल किया जा सके। जबकि ग्रामीण व्यवस्था में सुधार, जिसका प्रमुख लक्ष्य है नए प्रकार की कृषि प्रबंधन प्रणाली की स्थापना। और 2020 तक चीन में सकल घरेलू उत्पाद और शहरी व ग्रामीण लोगों की आय 2010 की तुलना में दुगुना करने का लक्ष्य तय किया गया है। धन्यवाद जानकारी के लिए।

    हर देश की अपनी एक पहचान और अपनी एक साख होती है। कई देश टूरिज्म के लिए जाने जाते हैं और कई अपनी लाइफस्टाइल के लिए। चीन ऐतिहासिक देशों की गिनती में आता है। यहां पर कई नेचुरल एंड हिस्टोरिकल हेरिटेज, आर्ट और कल्चर आदि मौजूद हैं। जो विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है। वही जीवनशैली और लिटरेचर के कारण चीन डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों ही तरह के टूरिस्ट्स की फेवरेट जगह रहा है। थाई शान पर्वत ऐसी एक जगह रही है। जो कि पूर्वी चीन के शानतोंग प्रांत में है। वसंत के मौसम में थाईशान पर्वत की आबोहव बहु ही शांत और शानदार होती है। जब पर्यटक पत्थर की सीढियों से पर्वत पर पहुंचते हैं तो उन्हें जंगली घास की हल्की सी महक महसूस होती है। पर्वत के ढलान और घाटी समेत सभी जगहें रंगबिरंगे ताजे जंगली फूलों से भरी हुई है। यहां का चेरी बागान इसे और एक खास रूप प्रदान करता है। हर वर्ष बसंत में पूरा वर्वत लाल रंग वाले आडू के फूलों से आच्छादित हो जाता है। थाईशान पर्वत के चारों तरफ तीन सौ से अधिक चोटियां, 260 से अधिक नदियां और बीस हजार से अधिक प्राचीन पेड़ पाये जाते हैं। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य साचमुच देखने का लायक है। इतनी सुंदर जानकारी देने के लिए सी आर आई हिन्दी सेवा को धन्यवाद।

    मीनू:आगे बिधान चंद्र सान्याल जी लिखते हैं......भारत और चीन हमेशा हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं। फ्रांस में 14 नबंवर को हुए आतंकी हमलो को लेकर चीनी राष्ट्रपति ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति को जो संवेदना संदेश भेजा, वह बहुत ही महत्वपूर्ण लगा। उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी जनता के दुख के वक्त में चीन सरकार और चीनी जनता और अपनी तरफ से इस बर्बर कार्रवाई की निंदा करता हूं। मृतको के प्रति गहरा शोक प्रकट करता हूं और घायलों व मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं। साथ ही कहा कि फ्रांस व अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सुरक्षा सहयोग बढ़ाने और मिलकर आतंकवाद से निपटने के लिए विभिन्न देशों की जनता की सुरक्षा के लिए चीन तैयार है। धन्यवाद।

    अनिल:बिधान चंद्र सान्याल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है झारखंड से एस बी शर्मा जी का। उन्होंने लिखा है.....27 सिबंतर को न्यूयार्क में चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ को एक "शांति ज़ून" भेंट करने वाले कार्यक्रम में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने भाग लिया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून भी उपस्थित हुए। चीनी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र संघ को एक "शांति ज़ून" भेंट किया खूबसूरत "शांति ज़ून" प्राचीन काल के चीनी कांस्य बर्तन "गमले"के आकार में निर्मित एक शिल्प है। यह देखने में बहुत सुंदर है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चीन सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ को "शांति ज़ून"भेंट करने का फैसला किया, जिससे संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रति एक अरब तीस करोड़ चीनी जनता की स्नेहपूर्ण भावना अभिव्यक्त हुई। इससे न सिर्फ चीन का पुराने इतिहास और आधुनिक सभ्यता प्रदर्शित होती है, बल्कि विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृतियों के बीच आवाजाही और समान प्रगति की भावना भी व्यक्त होती है। यह बहुत ही सुंदर संयोग है जब दुनिया विभिन्न संस्कृतियों के मिलन का प्रयास कर रही है और चीन इसमें अपने पूर्वपरिचित अंदाज में योगदान कर रहा है यह दुनिया के लिए एक सबक हैI

    मीनू:एस बी शर्मा जी, हमें ई-मेल भेजते हुए अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए अगला पत्र हमें भेजा है बिहार से राम कुमार नीरज जी ने। उन्होंने लिखा है......

    सी आर आई हिंदी का पिछले 20 साल से श्रोता हूं। नियमित रूप से सी आर आई की साइट देखना और अपनी राय से अवगत करना,बचपन से शौक रहा है। रिपोर्टों की ताज़ा कड़ी में चीनी कृषि आदर्श क्षेत्रों का आधुनिकीकरण हुआ पर विस्तृत रिपोर्ट पढ़ी.निसंदेह चीन की कृषि व्यवस्था काफी संतुलित है और उससे भारत को भी सीख लेने की जरूरत है.यह जानना सचमुच बेहद अच्छा लगा कि चीन के उप कृषि मंत्री ने एक संगोष्ठी में कहा कि चीन के 283 कृषि आदर्श क्षेत्रों में से 44 में आधुनिकीकरण व्यवस्था बहाल हो चुकी है. एक खूबसूरत रिपोर्ट के लिए शुक्रिया।

    अनिल:राम कुमार नीरज जी, हमें पत्र भेजने के लिए हम आपको धन्यवाद देना चाहते हैं। चलिए, आगे पेश है उत्तर प्रदेश से सादिक आज़मी जी का पत्र। उन्होंने लिखा है......9 सितम्बर सोमवार को सुबह की सभा में कार्यक्रम संडे की मस्ती का पूर्व की भांति आनंद लिया। आज इसे प्रस्तुत किया हमारे प्रिय अखिल जी एवं वनीता जी ने। कार्यक्रम का आरंभ चीनी गीत से किया जाना। हर बार की तरह अत्यंत रोचक और मनोरंजक लगा। इसके बाद वर्तमान समय में एक जटिल समस्या का रूप लेते विषय यानी सांप्रदायिकता को ध्यान में रखकर यूपी के इरशाद द्वारा अपनी गाय के जन्मदिन मनाने की दास्तान को कार्यक्रम में शामिल कर आपने जो उदाहरण पेश किया। उस जज्बे को सलाम करता हूं। यह सत्य है कि जब निगेटिव बातों का दौर जारी हो उसमें पॉजिटिव पक्ष रखा जाना समाज सुधारक कार्य को अंजाम देना होता है। वहीं रोचक विषय को ध्यान में रखकर वनीता जी ने टाइटैनिक से संबंधित विश्व की सबसे महंगी सोने की नीलामी और फोटो की नीलामी पर विस्तार से जानकारी दी, जो हमे बहुत अच्छी लगी। पूर्व में टाइटैनिक से संबंधित कई प्रकार की कहानी एवं लेख हमको पढ़ने को मिले है साथ साथ इससे संबंधित मूवी देखने को मिली है। वर्तमान में ऐसी खबर बताया जाना रोचक लगा। उसके बाद चीन में दूसरे बच्चे पैदा करने की अनुमति पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट तथा चीनी पाण्डा के जुड़वा बच्चों पर विचार पेश किया जाना अच्छा लगा।

    5000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद गुफा केवल वे पर रोचक जानकारी दी गई जिसे चीन में एक स्वर्ग का द्वार भी कहा जाता है। हालांकि यह शब्द मेरे हिसाब से विवादास्पद है क्योंकि स्वर्ग जैसा संसार में कुछ भी कल्पना मात्र मौजूद है। पर जानकारी प्रदान करने हेतु रिपोर्ट के लिये धन्यवाद।

    इसके बाद रावण की कई गलतियों को उजागर कर अपने जीवन में ने कई सीख देने का प्रयास किया गया, जो उम्दा लगा और प्रेरित कहानी का तो मैं सदैव सैदाई रहा हूं वह हर बार कुछ न कुछ ऐसी चीज दे जाते हैं, जो हमारे जीवन में बहुमूल्य है। आशा के दामन को पकड़े रहना कितना लाभकारी है। राजा की कहानी से स्पष्ट हो जाता है आज के सभी जोक लाजवाब रहे विशेष तौर पर iphone तोड़ने वाला जोक। शुक्रिया स्वीकार करें, एक अच्छी प्रस्तुति हेतु धन्यवाद।

    मीनू:सादिक आज़मी जी, हमें अक्सर पत्र भेजने के लिए हम आपके बहुत आभारी हैं। आशा है कि भविष्य में आप लगातार हमें पत्र भेजते रहेंगे और अपनी बात हमें बताते रहेंगे। चलिए, आगे आप को सुनाया जा रहा है पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप जी का पत्र। उन्होंने लिखा है.....नीहाओ बहुत दिनों से सीआरआई हिंदी मेरे जीवन का एक हिस्सा बन गया है, एक दिन भी इससे अलग रहना मुश्किल होता है।

    8 नवंबर को संडे की मस्ती में सुंदर चीनी गाना अच्छा लगा। संडे स्पेशल पर एक मुस्लिम परिवार द्वारा एक गाय का जन्मदिन मनाया गया। जिसमें 10 किलो केक भी काटा गया। टाइटैनिक जहाज के एक बिस्किट का 13 हजार से ज्यादा डॉलर में नीलाम होना अजब बात है। चीन में 53,000 से अधिक दंपत्तियों ने दूसरे बच्चे के लिए आवेदन दिया है, जो अजब बात ही तो है।

    अनिल:देवाशीष गोप जी, हमें पत्र भेजने और हमारा कार्यक्रम सराहने के लिए आपका शुक्रिया। चलिए अगला पत्र मेरे पास आया है उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता जी का। उन्होंने लिखा है.....

    Rojana ki tarah aaj bhee 9:30 se 10:30pm baje tak aapka program ko suna. Aap ko or sabhi listner ko Dash-Hare ki dher saari Badhayeeya. Aaj m aap ko Apne ALMORA city k baare m kuch batane ke liye jaa raha hu. Vaise to ALMORA Nagri ek SANSKRITIC nagari ke naam se bhee jani jati h, Per ab Almora se kuch he Km. se dur KASAR-DEVI BODDH MATH H, jo ki ab International Yoga Centre bun ckuka h . Yaha per Desh-Videso se Boddh Dharm ke anuyaaye aate h, or yaha rah kar,3-saal,3-mahine or 3-din ekant m kathin sadhana karte h.

    Yah sthan BODDH VIDVAN LAMA GOVINDA ki karma sthali bhee raha h. Almora se Kasar devi ki duri lag-bhag 8km. h. Swami Vivekanand bhee apni Himalaya yatra ke doran yaha aaye the. Or m aap se ek baat puchana chahata hu kya m , yaha or kisi anya jagho ke baare m , audio ke rup m bata sakta hu jarur batayeeyega. Or ha Mujhe Chinees song achhe lagte h, koi un ki website bataye jaha se m unhe downlode kar saku, sath hi sath M mujhe english CRI ki website sabse achee lagti h, pr Hindi CRI ki website m samajh m nahi aata h ki koi special program ko agar downlode karna chahu to kaise karu, agar koi sujhav ho to please bataye.

    मीनू:वीरेंद्र मेहता जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका धन्यवाद। आपका पत्र मिलकर हमें बहुत खुशी है। लेकिन मेरा एक सुझाव है कि अगली बार सीधे हिंदी टाइप कर हमें पत्र भेजें, न कि अंग्रेजी अक्षरों में हिंदी लिखकर पत्र भेजें। एक बार फिर आपको धन्यवाद। अच्छा, आगला मैसेज हमें भेजा है बंगलौर से राजेंद्र कुमार जी ने। वे लिखते हैं कि मेरा नाम राजेंद्र कुमार है। मैं सीआरआई का नियमित श्रोता हूं और वेबसाइट भी लगातार विजिट करता हूं। आप सभी को देर से ही सही दीवाली और छठ पूजा की बधाई। मुझे चाइनीज़ ब्रांड प्रश्नावली का विजेता चुनने के लिए शुक्रिया।

    अनिल:राजेंद्र कुमार जी, हमें पत्र भेजने और हमारी गतिविधि में भाग लेने के लिए आपका धन्यवाद। चलिए, पहले की तरह अंत में लीजिए पेश है पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु का पत्र। लिखते हैं........

    13 नवंबर, 2015 को आपका रेडियो प्रोग्राम सुना। पंकज श्रीवास्तव जी द्वारा पेश किये गए दुनिया भर के ताज़ा समाचार सुनने के बाद मैडम श्याओ थांग जी द्वारा पेश किये गए साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" प्रोग्राम बुरा रिसेप्शन की वजह से बहुत ही कष्ट करके सुना। आज के "चीन का तिब्बत" प्रोग्राम में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में रहने वाले एक तिब्बती टैक्सी चालक के जीवन के बारे में हमें एक रिपोर्ट सुनने को मिली जो मुझे अच्छी लगी।

    टैक्सी चालक लओसांग दावा का जन्म आली प्रिफैक्चर में हुआ था। पहले वह अपने गांव में खेती-बाड़ी करता था। बाद में वह किसान के जीवन को छोड़कर न्यिंगची प्रिफेक्चर में टैक्सी चलाना सीखा और बेहतर कमाई के लिए राजधानी ल्हासा में चला गया। सर्दियों के मौसम में टैक्सी ड्राइविंग के अलावा वह दूसरे छोटे-मोटे काम करता है। टैक्सी चालक लओसांग दावा एक अनुभवी व्यक्ति हैं जिन्होंने हान भाषा भी सीख ली है। वह मेहनत से काम करते हैं। उनका बेटा स्कूल में पढ़ाई करता है। उन्होंने कहा कि ल्हासा में टॉयलेट में टॉयलेट पेपर का प्रयोग किया जाता है जो गांव में नहीं होता है। इससे पता चला कि वह शहर में आरामदायक जीवन बिताने को पसंद करते हैं। गाड़ी चलाते हुए वे सड़क पर जंगली जानवरों को देखना पसंद करते हैं। वह जंगली जानवर के संरक्षण के लिए भी काम करते हैं। उनकी बातों से पता चला कि अब ल्हासा में यातायात की सुविधा बहुत ज्यादा अच्छी है। वहां टैक्सी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बहुत सुविधाजनक है और पूरे शहर में उपलब्ध हैं। टैक्सी चालक लओसांग दावा के जीवन से हमें ल्हासा के आम टैक्सी चालकों के जीवन की झलक देखने का मौक़ा मिला।

    प्रोग्राम के दूसरी रिपोर्ट में पंकज जी ने हमें मशहूर प्राचीन साम्ये मठ से रूबरू कराया। रिपोर्ट के अनुसार,आठवीं शताब्दी में निर्मित साम्ये मठ तिब्बत के लोका प्रिफेक्चर की छानांग काउंटी में स्थित है,जिसे तिब्बत का प्रथम मठ माना जाता है। साम्ये मठ एक मशहूर प्राचीन भारतीय मठ की शैली में बनाया गया है। मठ के मध्य में स्थित मुख्य भवन तिब्बती जाति, चीनी हान जाति व भारत की वास्तु शैली में बनाया गया है यानी तली की मंजिल तिब्बती, मध्य की मंजिल चीनी हान जाति तथा ऊपरी मंजिल भारतीय स्टाइल में है। इसी कारण से साम्ये मठ तीन शैलियों के मठ के नाम से भी प्रसिद्ध है। साम्ये मठ में मुख्य भवन का क्षेत्रफल 6000 से अधिक वर्ग मीटर है। 1200 मीटर की परिधि में पूरा मठ चारों ओर 1008 पगोडा व स्तूपों से घिरा हुआ है। साम्ये मठ में आठवीं शताब्दी से तिब्बत के हर राजवंश के इतिहास, धर्म, भवन निर्माण, भित्ति चित्र व मूर्तिकला आदि से जुड़े सांस्कृतिक अवशेष सुरक्षित हैं। शी ची यानी तिब्बती इतिहास वृत्तांत का 92 मीटर लम्बा भित्ति चित्र सबसे मशहूर है।

    मीनू:रविशंकर बसु जी आगे लिखते हैं......आज के "दक्षिण एशिया फोकस" प्रोग्राम में हू मिन जी ने पत्रकार उमेश चतुर्वेदी जी के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत और भाजपा की करारी हार को लेकर एक खास चर्चा की। जो मुझे बहुत अच्छी लगी। उनका कहना है कि बिहार में बीजेपी की हार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक बड़ा झटका है। दिल्ली में पराजय के बाद यह बीजेपी पार्टी की लगातार दूसरी हार है। सच तो यह है कि राजनीति में हार-जीत चलती रहती है। 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश-लालू और कांग्रेस के महागठबंधन की जीत और भाजपा गठबंधन की हार के कई कारण हैं। इस चुनाव में भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी ताकत भी झोंक दी, ऐसे में इस हार को प्रधानमंत्री की निजी हार माना जाएगा। बिहार का चुनाव परिणाम बहुत मायने रखता है। बिहार के जागरूक मतदाताओं ने नीतीश कुमार को अच्छा बहुमत दिया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी को चेता दिया कि बिहार को वे गुजरात या हरियाणा समझने की चूक न करें। प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी और आरएसएस किसी भी कीमत पर यह चुनाव जीतना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने वह सबकुछ किया, जिसे नहीं किया जाना चाहिए था। जो अभियान लाभ के लिए चलाए गए, वे उल्टे नुकसानदायक साबित हुए। बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के शीर्ष नेताओं ने खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह बेलगाम बयानबाजी की। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्‍पणी ने महागठबंधन के चुनाव प्रचार को नई धार दी। इस टिप्‍पणी को नीतीश कुमार ने बिहार की अस्मिता और इज्‍जत से जोड़ दिया। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने किसी को भी मुख्‍यमंत्री पद का उम्‍मीदवार घोषित नहीं किया। पूरे चुनाव में बीजेपी नरेंद्र मोदी को आगे कर प्रचार करती रही। इसके उलट महागठबंधन ने नीतीश कुमार जैसे दमदार शख्सियत को मुख्‍यमंत्री उम्‍मीदवार के तौर पर पेश किया। इससे नीतीश की साख और रणनीति का महागठबंधन को फायदा हुआ। नीतीश कुमार के भीतर बिहार के छोटी जाति के लोगों का भरोसा बरकरार रहा। लोगों सामाजिक मुद्दों पर महागठबंधन का साथ देते हुए अपना वोट दिया। जिस तरह से नीतीश कुमार ने बिहार में पिछलें सालों में विकास किया उसने लोगों का मोह नीतीश से भंग नहीं होने दिया। बीजेपी के लिए बिहार पराजय का एक लंबा दौर शुरू कर सकता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि बिहार में भाजपा की हार से अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तस्‍वीर को भी साफ करता दिखाई दे रहा है।

    मीनू:अब सुनिए हमारे श्रोता भूपेंद्र जुनेजा के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और मीनू को आज्ञा दीजिए, नमस्कार

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040