शुक्रवार 18 सितंबर को हम युए यांग शहर से सुबह-सुबह छन लिंग ची अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह गए। यांग त्ज नदी पर बने इस बंदरगाह से थाइलैंड़ व विभिन्न देशों के साथ जल मार्ग से व्यापार किया जाता है। इसे चीन के दस सबसे अच्छे बंदरगाहों में से एक माना जाता है। इस लिहाज से इस बंदरगाह के महत्व को समझा जा सकता है। .
इसके बाद हम युए यांग टावर गए, जहां प्राचीन समय के बिभिन्न टावर आकर्षित करने वाले थे। इसमें चीन के पांच राजवंशों के टावर शामिल थे। जो कि पूरी तरह कांसे(धातु) के बने हैं। इसमें प्रत्येक टावर का वजन लगभग 10 टन के लगभग बताया जाता है। सबसे पहला और पुराना टावर थांग राजवंश के दौरान निर्मित किया गया था। उसके बाद सुंग, युआन, मिंग और छिंग राजवंश के समय बनाए गए टावर शामिल हैं। इन टावरों की नक्काशी और कला देखते ही बनती है। संबंधित विशेषज्ञ इन्हें विश्व में कांसे के बने सबसे बड़़े टावर बताते हैं। ये टावर न केवल विभिन्न ऐतिहासिक कालों के स्थापत्य नमूने व संस्कृति को दर्शाते हैं, बल्कि उक्त टावरों के निर्माण के विकास की कहानी भी कहते हैं। अब तक इन टावरों व प्राचीन धरोहरों को सहेज कर रखा गया है।
बताते हैं कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पहले चेयरमेन माओ त्जदोंग यहां की सुंदरता व कलाकृति को देखकर बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने इस बारे में एक कविता भी लिखी। कहा कि मैंने दोंग थिंग झील के बारे में सुना था, लेकिन आज( वर्ष 1964) मुझे इस झील के तट पर बने युए यांग टावर पर आने का मौका मिला। पूर्व वू स्टेट है, जबकि दक्षिण में उन्होंने छू स्टेट है। स्वर्ग और पृथ्वी हमेशा के लिए हैं। मैं बीमार और बूढ़ा हो चुका हूं, दुनिया में युद्ध जारी है, मुझे रोना आ रहा है।