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    आपका पत्र मिला 2015-06-17
    2015-06-24 10:04:25 cri

    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    मीनू:सभी श्रोताओं को मीनू का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    अनिल:चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र मेरे हाथ आया है पश्चिम बंगाल से असीम ज्योति घोष का। उन्होंने लिखा है... मैं आपका पुराना श्रोता हूँ. कुछ महीने बाद यह पत्र लिख रहा हूँ, जिसका मुझे खेद है। मैं यहाँ पर एक खुशखबरी आप लोगों को देना चाहता हूँ कि मैंने हाल ही में "शादी के पवित्र वंधन" में कदम रखा। इस अवसर पर हम दोनों को आशीर्वाद दीजिएगा। मैंने शादी की फोटो आप लोगों को भेजी है, उम्मीद है पसंद आएगी।

    तीन जून के "आपका पत्र मिला"कार्यक्रम में न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के संपादक रवि शंकर बसु जी के बेटे उदित शंकर बसु का ऑडियो कॉमिक्स सुनकर मंत्रमुग्ध हो गया. एक बंगाली होकर भी जिस तरह प्यारे उदित ने हिंदी में कथोपकथन किया वह हम सबके लिए एक सीख है.

    मैं भी उदित को ढेर सारा आशीर्वाद देता हूं और उनके उज्जल भविष्य की कामना करता हूँ. साथ में उनसे इसी तरह और भी ऑडियो कॉमिक्स सुनने की चाहत रखता हूँ

    मीनू:असीम ज्योति घोष जी, हमें पत्र भेजने और अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद। आगला पत्र मेरे हाथ आया है पश्चिम बंगाल से देवशंकर चक्रवर्त्ती का। उन्होंने लिखा है मैं, आपके प्रसारण नियमित तौर पर सुन रहा हूं। सीआरआई की वेबसाइट पर 1 जून की रात यांगत्सी नदी के मध्य भाग में तूफान की चपेट में आकर चीन के पूर्वी सितारा नामक क्रूज जहाज डूबने संबंधी सचित्र रिपोर्ट पढ़ी और देखी। 6 जून को 12 बजे तक जहाज डूबने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 396 तक जा पहुंची जो बहुत ही दुखदायक है। मैं पूर्वी सितारा जहाज हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति दुःख और सहानुभूति जताता हूं।

    अनिल:लीजिए अब पेश है, मॉनिटर सुरेश अग्रवाल का ई-मेल। प्रतिदिन शाम साढ़े छह बजे शॉर्टवेव पर सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना हमारी कमज़ोरी बन चुका है। यद्यपि,शाम साढ़े छह बजे प्रसारण अन्य सभाओं के बनिस्पत कम स्पष्ट होता है, फिर भी चौबीस घण्टे लम्बे इन्तज़ार के बाद इतना धैर्य नहीं बचता कि अधिक साफ़ सुनने के लिये और प्रतीक्षा की जाये। बहरहाल, अन्य तीन सभाओं को हम इसलिए सुनते हैं कि उनके रिसैप्शन की स्थिति से आपको अवगत कराया जा सके। वर्त्तमान में यहाँ रात साढ़े आठ और साढ़े नौ बजे वाले प्रसारण शॉर्टवेव 41 मीटरबैण्ड पर अन्य सभाओं के मुक़ाबले अधिक स्पष्ट सुनाई पड़ते हैं, जब कि प्रातः साढ़े आठ बजे 19 मीटरबैन्ड तथा शाम साढ़े छह बजे 31 मीटरबैण्ड पर रिसैप्शन अपेक्षतया कमज़ोर होता है। आपके सूचनार्थ।

    आज के प्रसारण में ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "आपकी फ़रमाइश आपकी पसन्द" के तहत हर बार की तरह आज भी छह पसन्दीदा नग़मों के साथ दी गई रोचक ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारी के लिये हार्दिक धन्यवाद। फ़िल्म "नमकीन","फिर वही रात","ओमकारा","आज का अर्जुन","इन्द्रजीत" तथा "तूफ़ान" के सदाबहार गीतों के साथ गुजरात के 77 वर्षीय गणेश भाई पटेल का मृत्यु के ग्यारह घण्टे बाद पुनर्जीवित हो उठना, जानकारी काफी हैरतअंगेज़ लगी। कुदरत के इस करिश्मे के सामने तो शायद आधुनिक चिकित्सा विज्ञान को भी हार माननी पड़ेगी। अमेरिका के न्यू मैक्सिको में चार वर्षीय बॉडी नामक बकरे द्वारा बनायी पेंटिंग्स और उनका चालीस डॉलर में हाथों-हाथ बिकना भी विस्मित करता है। जॉन हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा लैब में रोबोटिक हाथों (MPL)का निर्माण किया जाना किसी वरदान से कम नहीं। इतालवी वैज्ञानिकों का सुपरमैन रोबोटिक सूट भी इन्सान के बहुत काम की चीज़ है, जिसे बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले श्री फाबियो सिलसिरो को हमारा सलाम। सर्वोपरि हमारे लिये यह जानकारी भी अत्यन्त उत्साहवर्धक है कि भारत के गुजरात में भी वैज्ञानिक एक सुपर ह्यूमन सूट बनाने की क़वायद में जुटे हैं। इस तमाम लाज़वाब जानकारी के लिये आप सभी का हार्दिक साधुवाद। धन्यवाद। आज इतना ही। योग्य कार्यों एवं आवश्यक मार्गदर्शन सहित उत्तरापेक्षा में...

    मीनू:सुरेश अग्रवाल जी, आप बहुत मेहनत से काम करते हैं, प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी करते हैं, इसके लिए आपका धन्यवाद। लीजिए अब अगला पत्र हम पढ़ते हैं पश्चिम बंगाल से मनीषा चक्रवर्ती का। वे लिखती हैं, सीआरआई हिंदी विभाग के सभी लोगों को मेरा सादर नमस्कार। बहुत दिन बाद आपको खत लिख रही हूं, क्योंकि मैं B.A. Final Year (English Honors) के एग्जाम को लेकर बहुत ही व्यस्त थी। इसीलिए आपका प्रोग्राम भी ठीक से नहीं सुन पायी । अब मेरे एग्जाम खत्म हो गये हैं और अब मैं आपका प्रोग्राम रोज़ाना सुनती हूं। पिछले 27 मई ,बुधवार को जब मैंने अपने सबसे फेवरिट प्रोग्राम "आपका पत्र मिला " सुना, तब मेरा दिल ख़ुशी से झूम उठा। क्योंकि मैडम श्याओ यांग जी के बर्थडे पर बनाये गए ऑडियो विशेष को प्रोग्राम में शामिल किया गया। पहले तो मैं चकित हो गयी। मैं सोचने लगी क्या हो रहा है प्रोग्राम में,खुद हिंदी विभाग की निर्देशिका श्याओ यांग जी प्रोग्राम में आकर हमें शुभकामनाएं दे रही है! हमारे न्यू हराइज़न रेडियो लिस्नर्स क्लब के सभी सदस्य उनकी मिठास भरी आवाज़ सुनकर बहुत ही खुश हुए। इसीलिए मैं श्याओ यांग जी को दिल से धन्यवाद देती हूं। आप हमेशा ही इस तरह से हमारे साथ देंगे और हमारा उत्साह बढ़ाते रहेंगे, धन्यवाद।

    आपसे मेरा एक सवाल है -चीन में कुल कितने विश्वविद्यालय हैं और ग्रेजुएशन करने के लिए कितने साल लगते हैं ? चीन में कितने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में हिंदी भाषा सिखाई जाती है? कृपया आप इस सवाल का जवाब दीजियेगा।

    मनीषा चक्रवर्ती जी, आपके सवाल का जवाब अब मैं देती हूं। चीन में कुल 2500 से ज्यादा औपचारिक विश्वविद्यालय हैं। लेकिन इन विश्वविद्यालयों का स्तर अलग-अलग होता है, जिनमें से कुछ बहुत अच्छे हैं, जैसे कि 211 परियोजना में शामिल विश्वविद्यालय हैं, जबकि कुछ सामान्य हैं। दूसरा सवाल है ग्रेजुएशन करने के लिए कितने साल लगते है? चीन में अधिकांश विश्वविद्यलायों के अधिकांश major में ग्रेजुएशन करने के लिए चार साल लगते हैं। लेकिन मेडिकल पाठ्यक्रम के लिए कम से कम पांच साल लगते हैं, यहां तक कि आठ साल। अंतिम सवाल चीन में कितने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में हिंदी भाषा सिखाई जाती है? वर्ष 2014 तक चीन में कुल 10 विश्वविद्यालों में हिंदी भाषा पढ़ाई जा रही है। चीन व भारत दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ने के साथ साथ चीन में हिंदी भाषा और लोकप्रिय हो रही है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में चीन में और ज्यादा विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा कोर्स खुलेगा।

    अनिल:अब पेश करते हैं पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल का पत्र। उन्होंने लिखा है, दुनिया भर मेँ लोकप्रिय प्राचीन खेल थाई छी और योग के बारे मेँ सी आर आई से सुन्दर जानकारी मिली जो मुझे अच्छा लगी । चीन की राष्ट्रीय विरासत है थाई छी । थाई छी का हावभाव व मूवमेँट बहुत धीमा होता है लेकिन इसका मूवमेँट बहुत शक्तिशाली होता है । स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक थाई छी का अभ्यास करके लम्बी उम्र पायी जा सकती है । थाई छी एक रक्षात्मक खेल है । तनाव से छुटकारा पाने के लिए थाई छी का अभ्यास करना बहुत लाभदायक माना जाता है। थाई छी मस्तिष्क के लिए भी अच्छा होता है । चीन से शुरू हुए थाई छी के बारे मेँ विस्तृत जानकारी देने के लिए सी आर आई हिन्दी सेवा को बहुत बहुत धन्यवाद । योग भारत मेँ शुरू हुआ है लेकिन ये जानते हुये बहुत आश्चर्य हुआ कि पेइचिंग मेँ तमाम छोटे-बड़े योग केंद्र भी है । योग भी स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा होता है। इनके बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए आपका शुक्रिया।

    मीनू:आगे सान्याल जी लिखते हैं.....सी आर आई हिन्दी सेवा सुनने का सबसे बड़ा फायदा है कि इससे सुन्दर चीन के सुन्दर सुन्दर पर्यटन स्थलों का दौरा करने की मौका मिलता है । हाल ही मेँ दक्षिण पश्चिम चीन के बांस समुद्र का दौरा करने का अवसर मिला । शुनान बांस समुद्र पर्यटन स्थल स छुवान प्रांत के ई पिन शहर के उपनगर मेँ स्थित है । इस पर्यटन स्थल मेँ बेशुमार बांस है , बड़ी तादाद मेँ ऐतिहासिक व सांस्कृतिक अवशेष और बांस म्युजियम भी हैं । समूचे पर्यटन क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 120 वर्ग किमी. है । शुनान बांस समुद्र पर्यटन स्थल मेँ कुल चार सो से अधिक किस्मों वाले बांस पाये जाते हैं । इसके अलावा दुर्लभ किस्म के बांस भी पाये जाते हैं । यहां के म्युजियम मेँ 58 किस्मों के बांस देख सकते है । यहां के प्राकृतिक दृश्य, भोजन और बांस से तैयार कलात्मक कृर्तियां भी बहुत प्रसिद्ध हैं । अपनी आँखॉ से देखने का मौका मिलता तो बहुत मजा आता। धन्यवाद।

    अनिल:बिधान चंद्र सान्याल जी, हमें पत्र भेजने और अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए आपका शुक्रिया। चलिए, हम अगला पत्र पढ़ते हैं, जिसे भेजा है हमारे पुराने दोस्त छत्तीसगढ़ से चुन्नीलाल कैवर्त जी ने। उन्होंने लिखा है.....

    भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 से 16 मई तक चीन की राजकीय यात्रा की। इस दौरान उन्होंने चीन के ऐतहासिक व सांस्कृतिक शहर शीआन ,राजधानी पेईचिंग एवं आर्थिक व व्यापारिक केंद्र शांगहाई के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया l चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग जी और चीनी प्रधानमंत्री ली खछयांग जी से मुलाकात करके सहयोग दस्तावेजों के हस्ताक्षर समारोह में हिस्सा भी लिया। निश्चित रूप से उनकी मौजूदा यात्रा से भारत-चीन संबंध के विकास में एक नए मील का पत्थर साबित होगा और भविष्य के लिए दूरगामी प्रभाव पड़ेगा l

    सी.आर.आई. ,हिन्दी विभाग के कर्मचारी भाई बहनों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की वर्तमान चीन यात्रा का शानदार और बेहतरीन कवर किया l आप लोगों की मेहनत और लगन की जितनी भी तारीफ़ की जाये,कम है ! इसके लिए मेरे और मेरे क्लब की ओर से आपको और आपकी पूरी टीम को बधाई एवं धन्यवाद l सी.आर.आई. के कार्यक्रम सुनने और वेब साईट विजिट करने के बाद हमारे लिए कुछ भी जानना शेष नहीं रहा l प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से सम्बंधित तस्वीरों ने हमारा मन मोह लिया l वेब साईट की तस्वीरें एवं जानकारियाँ इतनी सजीव थीं ,मानों हम श्रोता गण तीन दिनों तक भारत में नहीं,चीन में मोदी जी के साथ हों l यही कारण है कि हम पल-पल सी.आर.आई. से जुड़े रहे l अप्रैल 1950 में राजनयिक संबंधों की स्थापना से लेकर सितंबर 2014 में चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री शी चिनफिंग की भारत यात्रा तक खट्टे –मीठे चीन-भारत संबंध पर तथ्यों और तस्वीरों सहित जो जानकारी प्रस्तुत की गई है,वह गागर में सागर के समान है l सी.आर.आई.,हिन्दी विभाग के कार्यालय में आकाशवाणी और दूरदर्शन के संवाददाताओं को देखकर बहुत अच्छा लगाl सी.आर.आई. और आकाशवाणी को एक दूसरे से बहुत कुछ सीखने – समझने की आवश्यकता है l मेरी दिली इच्छा है कि सी.आर.आई. और आकाशवाणी के बीच प्रसारण तकनीक के साथ-साथ कार्यक्रमों का भी नियमित आदान-प्रदान होl

    मीनू:चुन्नीलाल कैवर्त जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद। दोस्तो, हमें ई-मेल भेजने और ई-मेल के जरिए कविता या कहानी भेजने के लिए हम आप सभी लोगों का स्वागत करते हैं। अगर आपका पत्र अच्छा हुआ और हमने अपने कार्यक्रम में शामिल नहीं किया, तो ई-मेल से हमें बताने की कृपया कीजिए। हम दूर नहीं है, कानों के पास हैं। चलिए, आगे हम सुनेंगे पश्चिम बंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु जी का पत्र। उन्हों लिखा है....8 जून ,2015 को रात साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक आपका रेडियो प्रोग्राम सुना। आज अनिल आज़ाद पाण्डेय जी द्वारा पेश किये गए अंतर्राष्ट्रीय समाचार सुनने के बाद साप्ताहिक "चीन का भ्रमण" प्रोग्राम का ताज़ा अंक मनोयोग से सुना। फूलों की सुगंध जैसे मधुमक्खी को आकर्षित करती है ,इसी तरह मैं भी हर सोमवार का बेसब्री से इंतज़ार करता हूं कब "चीन का भ्रमण" शुरू होगा ,कब मैं इस प्रोग्राम सुन पाऊंगा । आज इस प्रोग्राम में मैडम रूपा जी ने शूनान बांस समुद्र चीन के रमणीय पर्यटन स्थल शूनान बांस समुद्र के बारे में जो जानकारी दी। जिस तरह से उस जगह का सौंदर्य उन्होंने वर्णन किया ,इसके लिए उनको बहुत-बहुत धन्यवाद।

    प्रोग्राम के माध्यम से पता चला कि शूनान बांस समुद्र चीन में सबसे बड़ा बांस का जंगल माना जाता है । यहां पर पर्वत , पानी , गुफाओं , झीलों और झरनों की भरमार है । यह सच है कि वहां पर पर्यटक मसलन बांस देखने , सुनने , खोदने और खाने में जरूर ही मस्त हो जायेंगे। यह सुनकर बहुत ही अच्छा लगा कि आज भी चीनी लोग बांस का इस्तेमाल करते हैं और चीनियों ने सबसे पहले बांस का प्रयोग अक्षर लिखने और कागज बनाने में किया, आज तक भी बहुत ज्यादा क्षेत्रों में बांस का प्रयोग भी किया जाता है। साथ ही बांस मशरूम और बांस का नन्हा अंकुर केंसर की रोकथाम एवं इलाज में भी काम आता है। पर यह सुनकर आश्चर्य हुआ कि बांस महिलाओं के सौंदर्य को बनाने और पेट साफ करने के लिये भी लाभदायक हैं।

    अनिल:आगे बसु जी लिखते हैं....शूनान बांस समुद्र का समुद्र नामक झील जो शूनान बांस समुद्र के सब से विशेषता वाला पर्यटन स्थल है ,जो समुद्र की तीन बड़ी झीलों में सब से बड़ी मनोरम झील है । वांग यू कू पर्यटन क्षेत्र शूनान बांस समुद्र का प्रतीकात्मक भू दृश्य माना जाता है। इस वांग यू कू का अर्थ है परेशानी भूलने की जगह। जो वास्तव में पर्यटकों की सारी परेशानियों और शिकायतों को भुला देने का काम करते हैं । यह बांस का जंगल अपनी विशेष पहचान से चीन के दस बड़े मनोहर प्राकृतिक पर्यटन स्थलों और सबसे विशेषताओं वाले दस दर्शनीय रमणीय स्थलों में से एक माना जाता है।

    यहां पर मेरा यह मानना है कि सच में सी आर आई हिंदी विभाग चीन को नज़दीक से जानने का एक आईना है । मैं आशा करता हूं कि अगले प्रोग्राम में भी आप इसी तरह की जानकारियां देंगे।

    आज "मैत्री की आवाज़" प्रोग्राम में अखिल पराशर जी द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव जी के साथ विशेष साक्षात्कार सुना। उन्होंने पिछले 14 मई से 16 मई तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय महत्वपूर्ण चीन यात्रा और चीन-भारत संबंध पर अपनी राय पेश की।

    मीनू:अंत में बसु जी लिखते हैं.....मैं एक साधारण देशवासी हूं ,भारत की विदेश नीति एक्सपर्ट नही हूं । मैं सिर्फ यह ही बोलना चाहूंगा कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने सितंबर 2013 और अक्तूबर में "एक पट्टी एक मार्ग " यानी One Belt One Road की रणनीतिक अवधारणा पेश की,जिसका मुख्य उद्देश्य है वहां स्थित विभिन्न देशों की समृद्धि और क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मजबूत करना । मैं आशा करता हूं कि संशयों को छोड़कर इस नए रेशम मार्ग की पहल पर भारत भी सक्रिय रूप से भागीदार होगा। ताकि चीन के साथ हमारे देश के संपर्क और समन्वय मज़बूत हो सकें । चीन की वृहद सिल्क रोड परियोजना में हमारे देश की भागीदारी के माध्यम से न केवल हमारे दोनों देशों की जनता को बल्कि एशिया और पूरे विश्व को सकारात्मक लाभ मिलेगा ।

    सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन की सफल एवं मैत्रीपूर्ण यात्रा की,जो चीन भारत संबंधों के विकास में और एक मील का पत्थर साबित होगा।मेरा मानना है कि चीन और भारत के बेहतरीन संबंध एशिया के पुनरुत्थान के लिए महत्वपूर्ण होंगे और विश्व शांति की रक्षा के लिए इनका व्यापक महत्व है। सीआरआई-हिंदी विभाग ने प्रधानमंत्री की तीन दिवसीय चीन की सरकारी यात्रा बहुत ही शानदार और सटीक ढंग से कवरेज की। इसके लिए आप सभी को धन्यवाद।

    अनिल:अंत में पेश है उत्तर प्रदेश से संतोष शर्मा का ई-मेल। वे लिखते हैं, मुझे सीआरआई ने सेतु संबंध के साथ जोड़ा। इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे पश्चिम की तीर्थ यात्रा आदि प्रोग्राम अच्छे लगते हैं। प्रोग्राम पेश करने के लिए आपका धन्यवाद।

    मीनू:अब सुनिए हमारे श्रोता के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और मीनू को आज्ञा दीजिए, नमस्कार

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