Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2015-04-01
    2015-04-08 16:01:29 cri

    मीनू:पंजाब के लुधियाना से राम रूप अग्रवाल ने हमें एक पत्र भेजा है। उन्होंने लिखा है मैत्री शर्मा की आवाज़ में पश्चिम की तीर्थ यात्रा कथा सागर कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति के लिए बधाई। उनकी आवाज़ और कार्यक्रम पेश करने का अंदाज अच्छा है।

    राम रूप अग्रवाल जी, पत्र भेजने के लिए धन्यवाद । आशा है कि आप भविष्य में लगातार हमारे कार्यक्रमों पर ध्यान देते रहेंगे और अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाएंगे। एक बार फिर हमारा धन्यवाद स्वीकार कीजिए।

    अनिल:आगे हम पढ़ते हैं दिल्ली से अमीर अहमद का पत्र। उन्होंने लिखा है.....

    आपको हमारे परिवार की ओर से स्नेह प्रेम नमस्ते। आशा है कि आप सभी लोग अच्छे होंगे। इन दिनों चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन पर आप लोगों ने बहुत अच्छी कवरेज दी है इस में कोई शक नहीं। सीआरआई हमेशा चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन पर जबरदस्त कवरेज देते आया है, और एक बार फिर आपने ऐसा किया। चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की 12वीं राष्ट्रीय समिति का तीसरा पूर्णाधिवेशन संपन्न हो चुका है। चीन के सभी दिग्गज और महान नेताओं के साथ साथ 2114 सदस्यों की उपस्थिति में तीसरा पूर्णाधिवेशन संपन्न हो गया। सीपीपीसीसी के अध्यक्ष यु चंग शंग जी ने समापन सम्मेलन की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि हम नयी ऐतिहासिक विशेषताओं से संपन्न महान संघर्ष में भाग ले रहे हैं। हमें अपने कार्यों की पहचान कर साहस के साथ अपनी जिम्मेदारी उठानी होगी। उन्होंने अपने शपथ ग्रहण जैसे संबोधन से चीनी नेताओं का अहवान किया कि हम अपने कार्यों को साहस और जिम्मेदारी से उठाएंगे। हमें विश्वास है कि चीनी जन सलाहकार सम्मेलन में पारित राजनीतिक दस्तावेजों से चीन के विकास का पहिया तेजी के साथ घूमेगा और कानूनी प्रशासन में सुधार और पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जाएगी। कितनी प्रसन्नता की बात है कि सीपीपीसीसी की महासभा में कुल 5857 प्रस्ताव दिये गये थे जो चीन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हैं। उनमें से 4984 प्रस्ताव औपचारिक रूप से दर्ज हुए है। इसका मतलब अधिकतर दस्तावेजों को हरी झंडी मिल गई है जिससे संपूर्ण चीन का विकास की ओर अग्रसर हुआ है। अच्छी कवरेज के लिए सीआरआई हिंदी विभाग की टीम को धन्यवाद।

    मीनू:अगला पत्र मेरे हाथ आया है पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप जी का। उन्होंने लिखा है कि आपकी ई-मेल पाकर मुझे बड़ी खुशी हुई। मैं सेतु संबंध के बारे में विस्तृत टिप्पणी बाद में करूंगा। अभी एक कविता भेज रहा हूं। कविता का शीर्षक है, युगपत।

    समुद्र की गहराई, हिमालय की ऊंचाई, एक अनोखी हमारी सेतु संबंध पत्रिका, जिसका प्रति शब्द आनंद देता है दिल को। भारत-चीन मैत्री, बढ़ता है संपर्क। आगे भी उन्होंने कुछ लिखा है, लेकिन स्पष्ट नहीं है। .....अंत में है...भारत-चीन एक आत्मा जैसी । धन्यवाद गोप जी...आगे भी हम तक अपनी टिप्पणी पहुंचाते रहिए। आपसे यहां एक गुजारिश करना चाहेंगे कि या तो आप हिंदी में लिखकर भेजें या फिर अंग्रेजी में, क्योंकि रोमन में आपके द्वारा भेजी गई टिप्पणी स्पष्ट नहीं होती। धन्यवाद।

    अनिल:अब हम पढ़ते हैं उत्तर प्रदेश से दानिश आजमी का पत्र। .....(उन्होंने भी एक कविता हमें भेजी है। आइए,सुनते हैं GAZAL शीर्षक यह कविता)

    गिनते-गिनते दिन तुम्हारी याद में जलते हुए, Gente Gente Din Tumhari Yaad Me Jalte Hue !

    एक अरसा हो गया घुट-घुट के यूं मरते हुए Ek Arsa Hogaya Ghul Ghul Ke Yun Marte Hue !

    और क्या तुमको बताऊं हाल क्या इस दिल का है।Aur Kya Tum Ko Bataun Haal Kya Is Dil Ka Hai..

    याद उसमें बस गयी यूं चलते हुए। aad Usme Bas Gayi Yunhi Chalte Hue !

    हमने सोचा था गुजर जाएगी हंसते-खेलते। Hamne Socha Tha Guzar Jayegi Haste Khelte..

    उम्र अजीब जान बनी बस यूं ही ढलते हुए। Umr Azaab Jaan Bani Bas Yunhi Dhalte Hue !

    हमसफ़र था जो बस यूं चलते बना। Humsafar Tha Jo Bas Yunhi Chalte Bana..

    देखते हम रह गए हाथ यूं ही मलते हुए। Dekhte Hum Rah Gaye Haath Yunhi Malte Hue !

    अब भी सावन आ गया पर नहीं आया है वह। Ab Bhi Sawan Aa Gaya Par Nahin Aaya Hai Wah..

    ज़िंदगी गुजरी है रोज और शब गिनते हुए। Zindagi Guzri Hai Roz O Shab Gente Hue !

    Hustle Na Chodna Tu Zindagi Mein Aye Danish..

    Rahe Haq Pe Na Umeedi Kufr Hai Chalte Hue !

    मीनू:अब सुनिए हमारे श्रोता बेलाल बम्बईया के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और मीनू को आज्ञा दीजिए, नमस्कार


    1 2
    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040