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    टी टाइम 141209 (अनिल और ललिता)
    2014-12-09 13:37:35 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ......आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः दोस्तो अगर आपको 1 करोड़ रूपए की सैलरी मिले तो शायद ही आप ऎसी नौकरी छोड़ेंगे। लेकिन चार छात्रों ने एक अजीब कारण के चलते 1 करोड़ का ऑफर ठुकरा दिया।

    आईआईटी के छात्र करोड़ों की नौकरी पाने की खातिर खबर बनते है, लेकिन कानपुर आईआईटी के तीन छात्र और एक छात्रा ने एकदम उलट नजीर पेश की है।

    उन्होंने 1 करोड़ की नौकरी ठुकरा दी। वजह सिर्फ मनमाफिक काम नहीं मिलना। संस्थान के प्लेसमेंट सेल प्रमुख प्रोफेसर दीपू फिलिप ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सैमसंग ने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान चार विद्यार्थियों को 1.50 लाख डॉलर (93 लाख रूपए) सालाना वेतन का ऑफर दिया था।

    ये टेकहोम सैलेरी थी। अन्य सुविधाएं मिलाकर करीब 1 करोड़ का पैकेज था। पर इन चारों छात्रों ने 1 करोड़ के पैकेज को ठुकरा दिया। इनमें से एक छात्र और एक छात्रा ने करीब 50 लाख रूपए के पैकेज पर दूसरी कंपनी का ऑफर मंजूर कर लिया।

    दलील दी कि कम पैसे पर काम कर लेंगे क्योंकि यहां मानसिक शांति ज्यादा है। 1 करोड़ वाला ऑफर मिजाज से मेल नहीं खाता। बाकी के दो छात्र अभी और पढ़ना चाहते है।

    हालांकि प्रोफेसर फिलिप ने इन चारों छात्रों के नाम नहीं बताए। उन्होंने बताया कि आईआईटी कानपुर में इस साल 1 दिसंबर से प्लेसमेंट सीजन शुरू हुआ है। इसमें 300 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। ...

    ललिताः रिकॉर्ड बनाने की खातिर इंसान किसी भी हद को पार कर सकता है लेकिन कभी ये रिकॉर्ड की सनक आपको अपाहिज बना दे ऎसा आपने नहीं सोचा होगा।

    जी हां पश्चिम बंगाल में एक शख्स ने लंबे नाखूनों का विश्व रिकॉर्ड तो बना लिया लेकिन अब उसके इस नाखून प्रेम के चलते हाथ को लकवा मार गया है।

    जादवपुर निवासी 73 वर्षीय मुरारी आदित्य के बाएं हाथ को नाखूनों के वजन के चलते लकवा मार गया है। मुरारी 1982 में दुनिया में सबसे लंबे नाखून रखने का रिकॉर्ड कायम कर गिनीज बुक में जगह बना चुके हैं। उनके नाखूनों की लंबाई 180 इंच थी।

    हालांकि बाद में उन्हें नाखूनों को काटना पड़ गया था। उनके 120 इंच लंबे नाखूनों का वजन करीब आधा किलो है।

    अनिलः यह जानते हुए कि वह इस रिकॉर्ड को दोहरा नहीं सकते, उन्होंने 1986 में नाखूनों को फिर बढ़ाना शुरू कर दिया था।

    मुरारी का कहना है कि नाखूनों के बिना वह खुद को अधूरा महसूस करते हैं। उन्होंने नाखूनों की देखभाल के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी, लेकिन शायद कुदरत को मुरारी के नाखून रास नहीं आ रहे हैं।

    उनका बायां हाथ काफी पतला और लकवाग्रस्त हो गया है। इसके चलते मुरारी की उंगलियां और हाथ ने काम करना बंद कर दिया हैं। ...

    अनिलः चलिए अब दूसरी रोचक खबर से रूबरू कराते हैं। वो एक ऎसा शख्स है जिसके प्रपोज करने का तरीका किसी के भी होश उड़ा दे।

    डेली मेल के अनुसार जापान के याशूशी ताकाहाशी पेशे से एक आर्टिस्ट हैं और अपने प्यार को शादी के लिए पूछने से पहले एक खास काम के लिए उन्होंने अपनी जॉब छोड़ दी।

    उन्होंने पूरे जापान का दौरा करने की सोची। अकेले ही इस यात्रा पर निकल पड़े। छह महीनों तक जापान का कोना-कोना घूम डाला। याशूशी ने अपनी यात्रा के दौरान एक जीपीएस ट्रैकर लगा दिया।

    ललिताः ये उनके हर कदम को ट्रैक कर रहा था। होकायडू द्वीप से लेकर योडो क्लिफ तक के उनके सफर को इसने ट्रेस किया। याशूशी जीपीएस ने यात्रा खत्म होने पर जो मैप दिखाया उस पर लिखा था मैरी मी।

    ये सबसे लंबा प्रपोजल था जिसने विश्व रिकॉर्ड बनाया। उसने बताया कि वो चाहता था कि इस तरह से घूमे कि जीपीएस उसकी बात ‌सही-सही दिखा सके। इसके बाद से उसने अपने ट्रैक किए रास्ते को वीडियो की शक्ल दी। उसके ट्रैक किए रास्ते को जब वल्र्ड मैप के ऊपर रख के देखा गया तो दिखा कि पूरे जापान के ऊपर लिखा था मैरी मी। साथ ही एक दिल भी बना था जिसमें तीर भी क्रॉस करते मिले।

    प्रपोज करने के इस अंदाज ने मानो सभी का दिल चुरा लिया। आपको बता दें कि याशूशी के काम पर एक अलग से डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जाएगी। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड ने भी इसे सबसे लंबा प्रपोजल माना और बताया कि ये 7164 किलोमीटर लंबा मैसेज था।

    अनिलः दोस्तो, आपने अक्सर बूढ़े लोगों को चारपाई पर लेटे देखा होगा लेकिन एक बूढ़ी औरत के कारनामे पढ़कर आप भी चौंक जाएंगे। 77 साल की इस बूढ़ी दादी ऎसे काम को अंजाम देती है जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा।

    इस उम्र में भी दादी के हौसले को देखकर अच्छे-अच्छों के हौंसले पस्त हो जाते है। एक वेबसाइट के अनुसार, न्यूयॉर्क के रॉकचेस्टर में रहने वाली 77 साल की दादी जिनका नाम है विली मर्फी।

    इन्होंने इस उम्र में वल्र्ड नेचुरल पावरलिफ्टिंग फेडरेशन यानी के डबल्यूएनपीएफ 2014 का विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है।

    ये दादी वेट लिफ्टिंग करती हैं और 100 किलो तक का वजन आराम से उठा लेती है। विली का कहना है कि उन्होंने कभी भी जिंदगी में ना कहना नहीं जाना।

    हर काम को जिसे वो वाकई कहीं ना कहीं करने की इच्छा रखती हैं, उसको करने की बारी आने पर कभी भी रूकती नहीं हैं। 80 की उम्र के पास पहुंचकर भी ये दादी इतनी तंदरूस्त हैं कि अपने कार को हिलाने से लेकर पोता-पोती को उठाना और भारी सामान इधर से उधर भी कर देती हैं।

    ललिताः आपने कई सामूहिक विवाह समारोह देखे होंगे लेकिन ये दुनिया का अजीब विवाह समारोह है।

    ब्राजील के शहर रियो डी जिनेरियो में आयोजित हुए इस सामूहिक शादी समारोह में एक साथ इतने जोड़े परिणय सूत्र में बंधे जिनकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।

    इस सामूहिक विवाह समारोह में 1 हजार 960 जोड़े मशहूर मारासाना स्टेडियम में शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। इस समारोह में लगभग 12 हजार लोग जुटे, जिनमें दूल्हा और दूल्हनों के अलावा उनके परिजन, दोस्त, अधिकारी, जज, एक कैथोलिक पादरी और एक ईसाई प्रचारक शामिल थे।

    अनिलः आई डू डे नामक इस समारोह का आयोजन प्रशासन द्वारा उन लोगों को प्रोत्साहन देने के लिए करवाया गया था, जो लाइसेंस और बैंक्वेट हॉल के किराए पर आने वाले खर्च की वजह से शायद शादी न कर पा रहे हों।

    इस आयोजन स्थल का इस्तेमाल अक्सर बड़े समारोह आयोजित करने के लिए किया जाता है। इस समारोह के दौरान विवाह करने वाले जोड़ों और उनके दोस्तों ने सांबा स्टार दुदू नोबरे की प्रस्तुति का आनंद उठाया। इस अवसर पर यहां आने वाले मेहमानों को लोकल ट्रेनों में मुफ्त सफर का भी मौका मिला।

    दोस्तो, अब प्रोग्राम में वक्त हो गया है लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने का।

    ललिताः पहला मेल हमें भेजा है, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा ने। लिखते हैं कि अनिल जी और वेइतुंग जी ने टी टाइम प्रोग्राम में रंग जमाया और टी टाइम प्रोग्राम को खूब आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया। दिमाग वाले रोबोट पर आपके द्वारा दी गई जानकारी काफी पसंद आया। आज तक दुनिया में प्रोग्रामेबल रोबोट यानि बिना दिमाग के रोबोट का ही चलन था। वे सोचते नहीं थे क्योकि उनमें सोचने की क्षमता ही नहीं थी। अब तक के ट्रडिस्नल रोबोट में दिमाग बनाया ही नहीं गया था। उन्हें प्रोग्रामेबल चिप में सॉफ्टवेयर के माध्यम से इंस्ट्रक्शन दे कर काम कराया जाता था। पर आपके रिपोट के अनुसार वैज्ञानिको ने अब दिमाग वाले रोमोटे बनाने के तरफ अग्रसर है। वे कीड़े के दिमाग को रोबोट में सफल प्रत्यारोपित किया है और सफलता पायी है जो सफल भी रहा। यह शोध रोबोट की दुनिया में तहलका मचा देगा। चीन के हाई स्पीड रेलवे पर दी गई जानकारी और जोक्स बहुत अच्छे लगे।

    अनिलः अगला मेल हर बार की तरह बड़ी तल्लीनता से हमारा प्रोग्राम सुनने वाले सुरेश अग्रवाल ने भेजा है।

    कहते हैं कि ताज़ा समाचारों का ज़ायज़ा लेने के बाद हमने साप्ताहिक "टी टाइम" का नया अंक भी बड़े मनोयोग से सुना। वैज्ञानिकों द्वारा रोबोट के मस्तिष्क में डिजिटल कीड़ा डालने में मिली सफलता हैरत में डालने वाली थी, परन्तु हमारी राय में ऐसा दिन कभी नहीं आयेगा, जब रोबोट अथवा कम्प्यूटर मनुष्य की जगह ले लेगा। महज़ 15 साल की उम्र में 27 किताबें लिखने का कारनामा कर दिखाने वाले हरियाणा के दिवांश गुप्ता को हमारी बधाई। निश्चित तौर पर उन्हें यह भगवान की देन है। ब्रिटेन की अदालत द्वारा वहां के एक नागरिक कूपर हॉर्न को अपनी बीवी से तलाक़ के लिये 53 करोड़ का हर्जाना देने का आदेश तथा एक 52 वर्षीया दादी का चैरिटी के लिये 32 दिनों तक दौड़ने का समाचार भी उनके दृढ़निश्चय को दर्शाता है। कार्यक्रम में सबसे रुचिकर लगा लन्दन के तीन फुट क़द वाले बौने जेम्स पर क्लो रॉबर्ट नामक महिला का फ़िदा होना। उन्हें बहुत-बहुत बधाई ! वैसे बिना फूटी कौड़ी ख़र्च किये, जर्मनी और पेरिस के दो दोस्तों द्वारा दुनिया के 80 मुल्कों की सैर करने का किस्सा भी कोई छोटी बात नहीं। यह जान कर ख़ुशी हुई कि चीन के सहयोग से दिल्ली-मुम्बई के मध्य कोई 1700 किलोमीटर लम्बे रेलमार्ग पर हाईस्पीड ट्रेन चलाने की योजना है। हांगकांग का प्रवासी छात्रों के लिये एशिया का सर्वोत्कृष्ट गन्तव्य होना भी काफी सूचनाप्रद लगा। और हाँ, आज के कार्यक्रम में पेश तीनों हंसगुल्ले क़माल के लगे। धन्यवाद।

    धन्यवाद सुरेश जी, हमें पत्र भेजने के लिए। वहीं पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप ने भी हमें खत भेजा है।

    अनिलः लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने के बाद वक्त हो गया है, कुछ हंसी मजाक यानी हंसगुल्लों का।

    पहला जोक है.... एक खरगोश बम लेकर चिड़ियाघर में घुस गया, और जोर से चिल्लाया, तुम सबके पास यहां से निकलने के लिए केवल एक मिनट का टाइम है। उसकी बात सुनकर कछुआ बोला, वाह, साले वाह!! सीधे बोल न कि मैं ही टारगेट हूं। बचपन की हार का बदला लेने आया है तू।

    ....

    दूसरे जोक की बारी है।

    लड़की: मैं कल तुमसे मिलने नहीं आ सकती। लड़का: चलो कोई बात नहीं, फिर मैं तुम्हारा गिफ्ट किसी और को दे देता हूं। लड़की: अरे, मेरा मतलब था कि मैं कल नहीं आ सकती, अभी कहां हो तुम? मैं आ रही हूं।

    अंतिम और तीसरा जोक…

    संता ने बंता से कहा संता: एक ट्रक के पीछे लिखा बहुत ही सुंदर वाक्य लिखा था। बंता: क्या? संता: 'सावधानी हटी, खीर-पूरी बंटी'।

    अनिलः जोक्स के बाद बारी है, सवाल जवाब की।

    दोस्तो, हमने पिछले प्रोग्राम में दो सवाल पूछे थे। पहला सवाल था... रोबोट से जुड़ी कौन सी नई खोज हुई है। सही जवाब है वैज्ञानिकों के एक दल ने एक कीड़े के दिमाग को डिजिटलाइज करने और उसे एक रोबोट में डाल देने में कामयाबी पाई है।

    दूसरा सवाल था...एशिया में प्रवासी छात्रों के लिए सबसे अच्छा शहर कौन सा है सही जवाब है....हांगकांग।

    दोस्तो इन सवालों का सही जवाब हमें भेजा है, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा और पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप आदि ने। आप सभी को बधाई। आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए।

    अब आज के सवालों की बारी है...पहला सवाल है, किसने हाल ही में एक करोड़ की सैलरी ठुकरा दी।

    दूसरा सवाल है- किस देश के व्यक्ति ने प्यार का इजहार करने के लिए अनूठा तरीका अपनाया।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn ... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। .....

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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