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    संडे की मस्ती 2014-05-11
    2014-05-12 09:01:40 cri

     

    हैलो.. दोस्तों नमस्कार...नीहाओ...। स्वागत है आपका इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर।

    आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की......इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं हंसने गुदगुदाने की डबल डोज,जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड गानों का भी।

    दोस्तो, आज कार्यक्रम को होस्ट करने में मेरा साथ दे रही है लिली जी...।

    लिली- हैलो दोस्तों,आप सभी को लिली का प्यार भरा नमस्कार.....।

    अखिल- चलिए दोस्तों, अब हम अपने कार्यक्रम की शुरूआत करते है आपके पत्रों से, जो आप हमें दिल से लिखकर भेजते है। हमें पहला पत्र मिला है सउदी अरब से भाई सादिक आजमी जी का। सादिक जी ने हमें अपने खास अंदाज में पत्र लिखा है।

    उन्होंने लिखा है....कहते हैं जब सब कुछ इच्छाओं के अनुरूप हो तो फिर कुछ और कहने की गुंजाईश नही रहती। पूरे सप्ताह की थकावट चाहे वह ऑफिस का काम हो या पढ़ाई का प्रेशर हो, जब हमें हँसी की डोज़ देता अखिल जी का यह कार्यक्रम सुनने को मिलता है तो मानो हमारे शरीर एवं मस्तिष्क पर किसी ने मसाज कर दिया हो। कार्यक्रम सुनने के उपरान्त हम अपने आपको चुस्त और दुरूस्त पाते हैं। यही कारण है कि cri के श्रोताओं की भारी संख्या इसे बड़ी चाव से सुनती है फिर चाहे युवा वर्ग हो या मध्य वर्ग, इसकी प्रशंसा के गीत गाता है। cri के नम्बर वन की ख्याति प्राप्त कर चुका ये कार्यक्रम अब हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है इसके बिना मनोरंजन शब्द अछूता नज़र आने लगा है। हँसी मज़ाक़ के बीच उन घटनाओं का उल्लेख भी होता है जो दिल को छू जाती हैं। अद्धभुत कारनामो से रूबरू कराता यह कार्यक्रम हमारा ज्ञानवर्धन का भी मुख्य स्रत्रोत है। साथ मे हमारे पत्रों का कार्यक्रम मे शामिल होना हम श्रोताओं मे नये जोश और नई ऊर्जा का संचार करता है। मैं बस यही कहना चाहूंगा.....

    हवाओं के दोश पे, आप ने रिश्ता ऐसा बनाया है

    हर बार कुछ नये के वादे को, क्या खूब निभाया है

    सच ये तेरा अंदाज़ ए बयां, क़ुदरत का सरमाया है

    तभी तो सबके बीच, आपने अव्वल मुक़ाम पाया है

    हर बार जब रब के समक्ष, हमने हाथ उठाया है

    ता उम्र रहे परस्पर व्यवहार, यही गुहार लगाया है

    लिली- आगे सादिक जी लिखते है.... इस बार के कार्यक्रम मे भी अखिल जी और मीनू जी की युगलबंदी ने हँसी मज़ाक़ में मज़ा दोगना कर दिया और इस बीच अखिल जी की कुछ शिक्षाप्रद बातों ने दिल को छू लिया। सच है जब हमें जीवन देने वाले माँ बाप किसी नुक्कड़ या चौराहे पर ऐसी हालत मे देखें जाते हैं तो संभवत: संसार की हर वस्तु हम मानव जाति पर हंसती है। कहने को हम सृष्टि के हर जीव मे सबसे उत्तम हैं पर अपनी कर्मों की तुलना की जाए तो खुद को एक चींटी से भी कमतर पाते हैं। चांद पर मंगलगृह पर घर बनाने की योजना बना रहे हैं पर सच्चाई यह है कि इस धरती पर जीवन व्यतीत करने योग्य ही नही हैं। माता पिता की अहिमयत बताने की अखिल जी की कोशिश को मैं हृदय से सलाम करता हूं। पिछले कई कार्यक्रम से अपनी कविताओं और कहानियों के माध्यम से आपने हम तक कई अनमोल संदेश पहुंचाया है जिसके लिये समस्त श्रोता आपके आभारी हैं।

    अखिल- बहुत-बहुत धन्यवाद सादिक भाई आपका....। हमारी बस हमेशा यही कोशिश रहती है कि हम मौज-मस्ती और मनोरंजन के साथ-साथ कुछ अनमोल बातों पर भी प्रकाश डाले जो आज के भागदौड़ जीवन में हम भूलते जा रहे है।

    आगे सादिक जी लिखते है.... वहीं दूसरी तरफ जापान की चिड़िया की बात भी लाजवाब लगी वह फोन पर बात करती है। यह बात वाकई रोचक है और इस बात पर मैं 100 फीसदी विश्वास करता हूं। हमारे भी पड़ोसी के पास एक मैना थी जो परिवार के बच्चों को उनके नाम से बुलाती थी। इस रोचक जानकारी हेतु आपका एक बार फिर धन्यवाद। एक अन्य रिपोर्ट ने फिर मनुष्य की मंद बुद्धि का परिचय दिया जब इंदौर मे गोपाल पटवारी नामक व्यक्ति ने गाय और बैल की शादी मे 10 लाख से अधिक की राशि खर्च की। मीनू जी की उस रिपोर्ट का ज़िक्र न करना बेईमानी होगा जिसमें पता चला कि लंदन के एक मकैनिक को ऊपर वाले ने सपना दिखाकर माला माल कर दिया। अब तो कहावत के भी दो रूप होंगे "ऊपर वाला जब भी देता है, सपना दिखाकर देता है"। आखिर मे अखिल जी के चुटकुलों ने तो महफ़िल का रंग ही बदल दिया। विशेषतौर पर सच्चाई को बयान करता उम्र की प्राप्ति वाला जोक। एक बार फिर आप दोनों को इस रोचक प्रस्तुति पर ढ़ेर सारी बधाई।

    अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सादिक भाई...। वाकई.. आपने अपने पत्र में बहुत कुछ कह दिया है। हम पहले भी कह चुके है आपकी प्रतिक्रिया हमारे कार्यक्रम में जान डाल देती है। आपका यह अंदाज हमें बहुत भाता है। वाकई.. आपने हर पहलू पर अपनी राय दी है। आपका एक बार फिर बहुत-बहुत धन्यवाद।

    लिली- अगला पत्र मिला है झारखण्ड़ से S.B. Sharma जी का। शर्मा जी लिखते है...4 मई को संडे की मस्ती कार्यक्रम में मीनू जी और अखिल जी ने हमारा बहुत ही बढ़िया मनोरंजन किया। चाहे वह बर्थडे पार्टी का जोक हो या फिर अन्य विशेष जानकारिया... हमें सभी रोचक लगे। जापान में आम आदमी के शब्दों में बात करने वाली मैना के विषय में जानकारी बहुत रोचक लगी। मध्यप्रदेश के इंदौर में गाय और बैल की धूम-धाम से शादी की गई यह खबर भी बढ़िया लगी। भारत में ही नहीं अन्य देशो में भी इस तरह के टोटके किये जाते है। बच्चे का कुतिया से शादी, कुत्ते और कुतिया की शादी, आदमी का पेड़ से शादी आदि टोटके होते रहे है पर हैरानी की बात यह है की इन शादियों पर लाखो खर्च किया जाता है और शादी भी धूम धाम से की जाती है, जो भी हो लोग खुश रहे और संपन्न रहे...यही हमारी कामना है चाहे जो भी रीती अपनाये लोग अपनी भलाई ही चाहते है।

    अखिल- बहुत-बहुत धन्यवाद S.B. Sharma जी। आपने बिल्कुल सही कहा... लोगों की खुशी और संपन्नता ही सबसे ज्यादा matter करता हैं। उसके लिए कोई भी टोटके अपनाए। धन्यवाद आपका एक बार S.B. Sharma जी।

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